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Tag: VainkaiyyaNaidu

मोदी भापे साल का कैलेंडर बदल गया लेकिन डीडीऐ ने दिल्ली के पौने दसलाख आवेदकों को पैसा नहीं लौटाया है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

डीडीऐ चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये अब तो दिल्ली में हसाडे उपाध्यक्ष बलविंदर कुमार और मंत्री वेंकय्या नायडू जी की होजानी हैं बल्ले बल्ले |दिल्ली में रह जायेंगे सारे थल्ले थल्ले |
ओये हसाडे सोणे प्राधिकरण ने अगले साल २४ हजार फ्लैट और बणा के डाल देने हैं दिल्ली वालों की झोली में

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाणा हुन इतना अभी न इतराना|ओये आप लोगों ने अपनी आवास योजना २०१४ के असफल आवेदकों को उनकी जमा पूँजी तो लौटाई नहीं है और गल्लां करते हो नई योजना की|
भापा जी २५ नवम्बर को हुए ड्रॉ के लिए १० लाख से ज्यादा आवेदन अाये थे |
सात लाख से लेकर सवा करोड़ रुपये तक के २५ हजार मकान देने हैं
इनमे से पौने दस लाख आवेदकों को पैसा “वाइट” में लौटाना है |
सरकार बदल गई+कार्य शैली बदल गई +यहाँ तक कि साल का कैलेंडर भी बदल गया है
लेकिन अभी तक आप लोगों के हालात नहीं सुधरे हैं |
झल्ले विचारानुसार ये लोक लुभावन नारों के साथ साथ लोक भावन कामों को भी गति प्रदान करो वरना ये पैदा हो रहे पौने दस लाख असंतुष्ट आने वाले चुनावों में भाजपा की नीवं को हिला देंगें |

डीडीऐ दो लाख रुपयों में प्लाट करेगी फ्री होल्ड :यह योजना 23 नजुल संपदाओं में लागू

[नई दिल्ली ] डी डी ऐ दो लाख रुपयों में करेगी प्लाट फ्री होल्ड
केंद्रीय मंत्री श्री एम वेंकैया नायडू ने सभी 23 नजुल संपदाओं में लीज को फ्रीहोल्‍ड में बदलने के प्रस्‍ताव को मंजूरी देकर बिना लीज के सरकारी जमीनों पर रह रहे दिल्‍ली के लोगों को बड़ी राहत दी है |दिल्‍ली के 23 नजुल संपदाओं का विवरण इस प्रकार है: करोल बाग़+झंडेवालान+पहाड़गंज+दरियागंज दक्षिण+दरियागंज उत्‍तर+सदरबाजार दक्षिण+सदरबाजार उत्‍तर+अलीगंज+चिराग उत्‍तर+चिराग दक्षिण+नईवाल+ बस्‍ती रैगर+बाग़ रावजी+सीधूपुरा+ कदम शरीफ+बर्न बाशन रोड़+गेस्‍टीन बाशन रोड़+झि‍लमिल ताहिरपुर+ इंटरपथ+अरकपुर बाग़ मोची+ दक्षिण रिज+सि‍टी वॉल के अंदर+ बेला।
नव-वर्ष के पहले दिन आज दिल्‍ली में सरकारी (नजुल) जमीनों पर भारी संख्‍या में रह रहे वैसे लोगों, जिनकी लीज अवधि‍ समाप्‍त हो गई, को शहरी विकास मंत्रालय ने बड़ी राहत दी है। शहरी विकास मंत्री ने सभी संबंधित पक्षों से गहन विचार विमर्श के बाद ऐसी संपत्‍तियों को वाजि‍ब दरों पर ”लीजहोल्‍ड” से ”फ्रीहोल्‍ड” में बदलने को मंजूरी दे दी।
100 वर्गमीटर के प्‍लाट पर डीडीए परिवर्तन के लिए 2.10 लाख रुपये से 2.75 लाख रुपये के बीच शुल्‍क वसूलेगा।
यह मुद्दा काफी समय से निपटाया नहीं जा सका था और लीज धारियों में इसको लेकर काफी चिंता थी। वर्ष 2005 से ही यह मुद्दा लोगों की परेशानी का सबव था। अब इसे संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर अमल में लाया जा रहा है। इस निर्णय से लीज समाप्‍त होने के बावजूद लंबे समय से 23 नजुल संपदाओं में रह रहे लोगों को लाभ मिलेगा।
इस स्‍कीम के तहत आवेदक को फ्रीहोल्‍ड में परिवर्तन करने के लिए निम्‍न शुल्‍क देने होंगे:
चालू परिवर्तन शुल्‍क, एकमुश्‍त नवीनीकरण शुल्‍क- 1000 प्रति वर्गमीटर की दर से,
लीज समाप्त होने के बाद प्रति वर्ष जमीन का किराया- लीज समाप्‍त होने के समय लिये जा रहे शुल्‍क से 5 गुणा ज्‍यादा (450 रुपये से 1350 रुपये प्रति वर्गमीटर के बीच) और
संपत्‍ति पर लगने वाला किसी भी प्रकार का अन्‍य शुल्‍क।
100 वर्गमीटर के प्‍लाटों पर परिवर्तन शुल्‍क निम्‍न प्रकार से होंगे।
-परिवर्तन शुल्‍क : Rs. 97,455/-
-नवीनीकरण : 1,00,000/-
-जमीन का किराया
(लीज समाप्‍त होने से 5 साल आगे तक : 2,250/-
लीज-5 x रुपये.90 x5)
कुल =================================== रुपये 1,99,705/-

सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर शहरी आवास मिशन देगा सबको मकान:वर्ल्ड हैबिटैट डे

शहरी आवास मिशन सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर होगा।
आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय के अनुसार सरदार पटेल के नाम पर होगा शहरी आवास मिशन |
आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्री, एम. वेंकैया नायडू ने आज ‘विश्‍व पर्यावास दिवस- शहरी झुग्‍गियों की पुकार’ नाम के कार्यक्रम में अपने संबोधन में यह बताया। इस कार्यक्रम का आयोजन आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय ने किया था।
श्री नायडू ने शहरी नियोजन की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि इससे झुग्‍गी-झोपड़ी मुक्‍त भारत सुनिश्‍चित हो सकेगा। उन्‍होंने कहा कि फिलहाल सरकार झुग्‍गी-झोपड़ी कॉलोनियों के विकास को इमारतों की मंजिलों की संख्‍या बढ़ाकर प्रोत्‍साहित कर रही है। उन्‍होंने कहा कि झुग्‍गीवासी सिर्फ एक छत पाने के हकदार नहीं हैं, बल्‍कि उन्‍हें सुरक्षित और स्‍वस्‍थ वातावरण, वाजिब भाड़े में परिवहन और प्रकाश व्‍यवस्‍था, सुरक्षित और स्‍वच्‍छ पेयजल, रोजगार और सशक्‍तीकरण की जरूरत है।
श्री वेंकैया नायडू ने जानकारी दी कि शहरी आवास मिशन जल्‍दी ही शुरू किया जाएगा और यह सरदार पटेल के नाम पर होगा। इसके अंतर्गत 2022 तक सभी को मकान देना सुनिश्‍चित कर दिया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री के हर परिवार को घर के आह्वान पर किया जा रहा है और वर्ष 2022 तक तीन करोड़ मकान बनाए जाएंगे। इनमें से अधिकांश आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों, कम आय समूहों के लिए होंगे और इनका निर्माण पब्‍लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड के अंतर्गत किया जाएगा। ब्‍याज सब्‍सिडी भी दी जाएगी और इसके लिए आवास क्षेत्र को संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्‍होंने कहा कि इन कार्यों के लिए रुपए 50 लाख करोड़ की जरूरत पड़ेगी। इसमें से आवास के लिए 22.5 लाख करोड़, मूल सुविधा विकास के लिए साढ़े 16 लाख करोड़, शहरी सफाई के लिए 62 हजार करोड़ रुपए की जरूरत पड़ेगी। स्‍मार्ट सिटी बनाने के लिए भी रकम का इस्‍तेमाल किया जाएगा।
प्रमुख संबोधन प्रस्‍तुत करते हुए एक गैर-सरकारी संगठन ‘स्‍पार्क’ की संस्‍थापक निदेशक और पद्म श्री से सम्‍मानित सुश्री शीला पटेल ने जोर देकर कहा कि यह समाधान गरीबों के लिए होगा और परियोजनाएं बनाने तथा उन पर अमल में उन्‍हें भागीदार बनाया जाएगा। संयुक्‍त राष्‍ट्र के महासचिव श्री बान की मून का संदेश पढ़कर सुनाया गया।
श्री वेंकैया नायडू ने विभिन्‍न प्रतियोगिताओं के विजेताओं का अभिनंदन किया। इस अवसर पर श्रीमती अनिता अग्‍निहोत्री (संयुक्‍त सचिव), आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय के अधिकारी और कई देशों के राजनयिक मौजूद थे। The Union Minister for Urban Development, Housing and Urban
फोटो कैप्शन
Poverty Alleviation and Parliamentary Affairs, Shri M. Venkaiah Naidu releasing the “Metropolitan Cities of India”, at the ‘World Habitat Day’ function, in New Delhi on October 09, 2014.

सोणा मनमोहना सिंह “पूर्व”भी है इसीलिए काटजू की काट के लिए अपने चुप्पी कानून का “ज्यादा” पालन करेंगे

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपा चीयर लीडर

ओये झल्लेया देख तो डॉ मन मोहन सिंह की सरकार क्या चली गई उन्होंने तो पार्लियामेंट में अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर जवाब तक देने बंद कर दिए|ओये डॉ मन मोहन सिंह की सरकार ने रिटायरमेंट के बाद जिस जस्टिस मार्कण्डेय काटजू को प्रेस कौंसिल आफ इंडिया का चेयरमेन बनाया वोही अब डॉ मन मोहन सिंह पर आरोप लगा रहा है कि पूर्व प्रधान मंत्री ने २००५ में अपनी सरकार को डी एम के से बचने के लिए मद्रास के दागी जज[अशोक कुमार] को प्रोमोट किया था| ओये इसके बावजूद ये कांग्रेसी किस मुह से लोक सभा में नेता विपक्ष के ओहदा के लिए कटोरा उठाये फिर रहे हैं|हसाडे संसदीय कार्यमंत्री वेंकैय्या नायडू ने भी इनकी चुप्पी पर सवाल खड़ा कर दिया है

झल्ला

ओ मेरे भुलक्कड़ सेठ जी सत्ता पाते ही आप दो महीने में ही भूल गए कि डॉ मन मोहन सिंह ने प्रधान मंत्री रहते हुए भी अपनी जुबान कभी नहीं खोली थी अब तो “पूर्व” प्रधान मंत्री के पद पर प्रोमोट हो गए हैं [क्योंकि इसमें “पूर्व” ज्यादा लगा हुआ है ]इसीलिए वोह अब अपने चुप्पी के कानून का पालन ज्यादा करेंगे |ऐसे में उनसे बोलने की उम्मीद करना तो नाउम्मीदी को ही दावत देना है