Ad

Tag: VarunGandhi

बेचारे वरुण गांधी चले थे यूं पी का मुख्य मंत्री बनने और ओनली भाजपा के सदस्य बन कर रह गए

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हम कहते थे ना कि इन भाजपाइयों पर भरोसा करना ठीक नहीं है |हसाड़ी गल नहीं मानी और वरुण गांधी भाजपा में चले गए| पहले उन्हें मायावती से भिड़वा दिया गया फिर यूं पी का मुख्य मंत्री बनाये जाने के सुनहरे सपने दिखाए गए और अब उन्हें मक्खी की तरह पार्टी से ही बाहर निकाल फैंक दिया गया |ओये ये तो वोही गल हुई के न घर के रहे और नहीं घाट के|

झल्ला

चतुर सुजान जी वाकई बेचारे वरुण गांधी चले थे यूं पी का मुख्य मंत्री बनने और ओनली भाजपा के सदस्य बन कर रह गए|कांग्रेस के हारने के साथ लगता है अब वरुण गांधी की जरुरत नहीं रह गई वरना भाजपा ने ११ उपाध्यक्ष +८ महा सचिव+४ जॉइंट जनरल सेक्रेटरी+१४ सेक्रेटरी+ १० स्पोक्स पर्सन और यहाँ तक कि ५ मोर्चा प्रेजिडेंट तक बना डाले ऐसे में अगर चाहते तो वरुण गांधीको कहीं ना कही फिट कर सकते थे
वैसे झल्लेविचारानुसार श्रीमती मेनका गांधी ने अपने पुत्र को यूं पी का मुख्य मंत्री प्रोजेक्ट किया |भाजपा ने इस पोस्ट के लिए किसी और से साईं लगा रखी होगी|उसी से ये भम्भड़ भूसा पड़ गया होगा| यहाँ ये कहावत सही फिट होती है कि चौबे जी चले थे छब्बे जी बनने और बेचारे दूबे जी बन कर रह गए

राहुल गांधी ने दिखा दिया कि लोक सभा में सोते नहीं और दो साल की छुट्टी पर भी नही जा रहे

राहुल गांधी ने आज अपने साथी सांसदों के साथ वेल में नारे लगा कर यह साबित करने का प्रयास किया कि वोह संसद में चर्चा के दौरान नही सोते और नही दो साल के अवकाश पर जाने का उनका कोई इरादा ही है |इसके अलावा भाजपा के गांधी वरुण से भी किसी तरह से १९ नहीं हैं| गौरतलब है कि गांधी परिवार की कांग्रेस की पार्टी में ही आलोचना शुरू हो गई है |नटवर सिंह की किताब ने इस विद्रोह की चिंगारी को हवा दी है|पार्टी के अपने ही कद्दावर नेता शीर्ष न्रेतत्व को दो साल के अवकाश पर जाने की सलाह देने लगे है|अवतार सिंह भड़ाना जैसे सांसद पार्टी छोड़ कर जा रहे हैं |यहाँ तक कि उनकी बहन प्रियंका और उनके अपने छोटे कजिन वरुण गांधी को अधिक महत्व दिया जाने लगा है|बीते दिन चर्चा की मांग को लेकर अधिक महत्व नहीं मिलने से विचलित लोक सभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे अपने सांसदों के साथ वाक आउट कर गए |नेशनल हेराल्ड केस में आज तारिख लगी हुई थी |शायद इसीलिए लोक सभा में अक्सर एब्सेंट रहने या अंतिम पंक्तियों में चुप रहने वाले कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज उग्र रूप धारण कर लिया और देश में बढ़ रहे सांप्रदायिक तनाव पर सदन में चर्चा की मांग को लेकर लोकसभा में अध्यक्ष के आसन के समीप[वेल] आकर नारेबाजी करने लगे |
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी सरकार संसद में चर्चा नहीं कराने दे रही है और केवल एक व्यक्ति[मोदी] की बात ही सुनी जा रही है।श्री गांधी आज बुधवार को संभवत: पहली बार लोकसभा के वेल में उग्र प्रदर्शन करते नजर आए।
सांप्रदायिक हिंसा के मसले पर चर्चा की मांग रहे कांग्रेस के सांसदों के साथ राहुल गांधी भी नारेबाजी करते नजर आए।
यूपी और देश के दूसरे हिस्‍सों में हो रहे सांप्रदायिक तनाव के मामलों पर चर्चा के लिए सदन की कार्यवाही रद्द करने की मांग कीगई है
सदन से बाहर निकलकर श्री गांधी ने मीडिया से कहा, “हम बहस की मांग कर रहे थे। इस सरकार को किसी तरह की बहस स्वीकार्य नहीं है। देश में केवल एक आदमी की सुनी जा रही है।उन्होंने स्‍पीकर पर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का भी आरोप लगाया।इसके उत्तर में स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सदन से बाहर पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसी एक व्यक्ति की टिपण्णी पर उनका जवाब देना उचित नहीं है जहां तक संसद की कार्यवाही का सवाल है उसमे किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जा रहा सभी को बोलने के लिए समय दिया जा रहा है|मीडिया स्वयं भी सदन की कार्यवाही देख कर इसकी पुष्ठी कर सकता है| भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और अरुणजेटली ने भी राहुल गांधी के संसद में आज के आचरण की आलोचना की है|खैर इसका परिणाम कुछ भी निकले मगर राहुल गांधी ने यह दिखा दिया कि वोह ना तो लोक सभा में सोते हैं और नाही उनका इरादा दो साल कि छुट्टी पर जाने का ही है|