Vice President Greets Citizens on Buddha Purnima
The Vice President of India M. Hamid Ansari has greeted the Nation on the occasion of Buddha Purnima, which marks the birthday of Lord Buddha.
In his message V P has said that on this auspicious day, let us firmly resolve to follow Lord Buddha’s enduring message of peaceful co-existence, non-violence and compassion, so that we can build a more harmonious and caring society.
Source
Vice President’s Secretariat
Bureau
Tag: Vice President
Lord Buddha’s message of Co-Existence+Non-Violence Can Build Caring Society
सीपीडब्ल्यूडी अधिकारियों की पत्नियों के संघ ने कल्याणार्थ उपराष्ट्रपति को झंडा बेचा
सीपीडब्ल्यूडी अधिकारियों की पत्नियों के संघ ने उपराष्ट्रपति से चंदा लिया
सीपीडब्ल्यूडी अधिकारियों की पत्नियों के संघ ने भारत के उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी से आज मुलाकात की। संघ की अध्यक्ष श्रीमती रेख गुप्ता ने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने उपराष्ट्रपति को एक झंडा दिया। यह संघ प्रत्येक वर्ष मार्च के महीने को सीपीडब्ल्यूडी कर्मचारी कल्याण महीने के रूप में मनाता है। संघ की कल्याणकारी गतिविधियों के लिए झंडों को बेचकर धन जमा किया जाता है।
केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) अधिकारियों की पत्नियों का संघ एक ऐसा संगठन है जो सीपीडब्ल्यूडी के जरूरतमंद कर्मचारियों की सहायता तथा कल्याण, निर्माणरत स्थलों पर बाल बसेरा (क्रेच) को चलाने तथा जरूरतमंद महिलाओं के उत्थान व व्यावसायिक प्रशिक्षण आदि के लिए कार्य करता है।
फ़ोटो कैप्शन
A delegation of CPWD Officers Wives Association led by its President Mrs Rekha Gupta called on the Vice President, Shri Mohd. Hamid Ansari, in New Delhi on March 14, 2014.
उप राष्ट्रपति ने मीडिया में ताकत+विज्ञापन+ग्लैमर+चकाचौंध+पैसे की अंधी दौड़ के चलन के प्रति चिंता व्यक्त की
[नई दिल्ली]उप राष्ट्रपति एम. हामिद अंसारी ने मीडिया में ताकत+विज्ञापन+ग्लैमर+ चकाचौंध+पैसे की अंधी दौड़ के चलन के प्रति चिंता व्यक्त की |
उप राष्ट्रपति एम. हामिद अंसारी ने वरिष्ठ पत्रकार सुश्री सीमा मुस्तफा द्वारा संपादित पुस्तक ‘जर्नलिज्म-एथिक्स एंड रिस्पांसिबिलिटीज’ का विमोचन किया। समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह पुस्तक बिलकुल सही समय पर प्रकाशित हुई है और महत्वपूर्ण समसायिक मुद्दों पर प्रकाश डालती है।
उन्होंने कहा ‘पत्रकारिता एक महान पेशा है लेकिन मीडिया कंपनियों के खबरों के प्रति गंभीरता छोड़कर ताकत, विज्ञापन, ग्लैमर, चकाचौंध और पैसे के पीछे भागने की वजह से इसके सम्मान को ठेस पहुंची है’।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि यह एक ऐसा माध्मय है जो व्यक्ति को सोचने के लिए विवश करता है। लेवेसन रिपोर्ट और उसकी सिफारिशों से कुछ सबक लिए जा सकते हैं। ब्रिटेन के रॉयल कमीशन ने पिछले 70 वर्षों के दौरान सात बार मीडिया की गतिविधियों की जांच की।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि सुधारात्मक का मतलब है स्वत: सुधारात्मक होना और अगर अंतरिक अनुशासन नहीं तो बाह्य सुधार की मदद ली जा सकती है। उन्होंने पुस्तक के संपादक सुश्री सीमा मुस्तफा, प्रकाशक और पुस्तक में प्रकाशित लेखों के लेखकों को इस बहुमूल्य किताब के लिए बधाई दी।
इस पुस्तक में अपने पेशेवर रवैये और सत्यनिष्ठा के विख्यात वरिष्ठ पत्रकारों और दिग्गजों ने मीडिया की बहुआयामी भूमिका, उसके समक्ष आने वाली समस्याओं और चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने काफी विश्लेषण के बाद ऐसे सुझाव दिए हैं, जिनकी मदद से मीडिया की विश्वसनीयता एक बार फिर कायम की जा सके। पुस्तक में मीडिया में बढ़ते निगमीकरण की चुनौती की ओर भी ध्यान आकर्षित कराया गया है, जिसकी वजह से मीडिया एक बड़े उद्योग में तबदील हो गयी है और सनसनीखेज एवं पेड न्यूज बड़ी समस्याओं के रूप में उभरे हैं।
फ़ोटो कैप्शन
The Vice President, Shri Mohd. Hamid Ansari launching a book entitled Journalism, Ethics and Responsibilities, edited by senior journalist Ms. Seema Mustafa, in New Delhi on November 29, 2013.
उपराष्ट्रपति मो. हामिद अंसारी ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को विश्व के सबसे बड़े लोक तंत्र की पहचान बताया
उपराष्ट्रपति मो. हामिद अंसारी ने आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस का उद्घाटन किया और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को विश्व के सबसे बड़े लोक तंत्र की पहचान बताया उपराष्ट्रपति ने कहा कि कानून के चारों कोनों में भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारी लोकतांत्रिक पहचान को परिभाषित करती है
भारत के उपराष्ट्रपति ने कहा है कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और अपनी कमजोरियों के बावजूद यह कार्यप्रणाली+ शक्ति+ संवैधानिक और लोकतांत्रिक राज्य संरचना की दृष्टि से एक शानदार मिसाल है। अन्य उदार लोकतांत्रिक देशों की भांति हमारी कार्यप्रणाली भी कार्यपालिका+ विधायिका और न्यायपालिका के बीच अधिकारों के विभाजन और प्रेस एवं मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका पर आधारित है।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर भारतीय प्रेस परिषद द्वारा आयोजित समारोह में ‘प्रेस की स्वतंत्रता और उसकी जिम्मेदारियां’ विषय पर उद्घाटन व्याख्यान देते हुए उन्होंने कहा कि कानून के चारों कोनों के भीतर अंतर्निहित भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सिद्धांत हमारी लोकतांत्रिक पहचान को परिभाषित करता है। इन दोनों की गारंटी हमारे संविधान में मौलिक अधिकारों के रूप में दी गई है।
उन्होंने कहा कि मेरे विचार में प्रेस के लिए दो बातें महत्वपूर्ण हैं। प्रथम, प्रेस की आजादी के साथ युक्ति संगत विश्वास के साथ नीतिपरक आचरण और हमारे संस्थानों को सुदृढ़ करने वाले मूल्यों और प्राथमिकताओं का प्रकाशन जुड़ा हुआ है। दूसरे, माता-पिता और शिक्षकों के अलावा प्रेस का भी यह दायित्व है कि वह युवाओं को उनके अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के प्रति भी सूचित और शिक्षित करे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमें भारतीय मीडिया की शक्ति और विविधता पर गर्व है। इस बात के स्पष्ट संकेत हैं कि भारतीय मीडिया का निरंतर विकास होगा और वह नई डिजिटल संचार प्रौद्योगिकी का ध्यान पूर्वक इस्तेमाल करेगा और उसे अनुकूल बनाएगा।
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The Vice President, Shri Mohd. Hamid Ansari with the Minister of State (Independent Charge) for Information & Broadcasting, Shri Manish Tewari releasing the souvenir, at the National Press Day celebrations, in New Delhi on November 16, 2013.
The Chairman, Press Council of India, Shri Justice Markandey Katju is also seen.
उप राष्ट्रपति सचिवालय के सौजन्य से
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केन्द्रीय मंत्री डॉ शशि थरूर को पहला श्री नारायण गुरू वैश्विक धर्मनिरपेक्ष एवं शांति पुरस्कार, 2013
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने केन्द्रीय मंत्री डॉ शशि थरूर को प्रथम श्री नारायण गुरू वैश्विक धर्मनिरपेक्ष एवं शांति पुरस्कार, 2013 प्रदान किया और लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत अपरिहार्य बताते हुए कहा कि श्री थरूर ने इस दिशा में एक आदर्श स्थापित किया है और भारत में और विदेशों में उन्होंने इन आदर्शों के प्रति अपने लेखन और अपने सार्वजनिक जीवन के कार्य में अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है|
इस अवसर पर उपराष्ट्रपति श्री अंसारी ने कहा है कि धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र वे आधारभूत सिद्धांत हैं जिनपर हमारे लोकतंत्र की स्थापना हुई है। वे हमारे संविधान की प्रस्तावना में अंतर्निहित हैं। वास्तव में वे सब सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के सिद्धांत+विचारों+ अभिव्यक्ति+ मत+आस्था और पूजा की स्वतंत्रता+ स्थिति और अवसर की समानता से जुड़ी हैं।
उप राष्ट्रपति ने आज तिरुअनंतपुरम, केरल में मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री श्री शशि थरूर को ‘’ प्रथम श्री नारायण गुरु वैश्विक धर्मनिरपेक्ष और शांति पुरस्कार, 2013’’ प्रदान किया।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हमारे पूर्वज वास्तविकता को जानते थे। वे जानते थे कि एक एकीकृत, आधुनिक और बहुल भारत के निर्माण के लिए हमारे प्राचीन और विविधतापूर्ण देश में, लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत अपरिहार्य थे।
श्री अंसारी ने कहा कि उल्लेखनीय है कि 19 वीं सदी के अंतिम और 20 वीं सदी के आरंभ के वर्षों के अपने जीवनकाल के दौरान, श्री नारायण गुरु इसी सामाजिक न्याय और समानता, धर्मनिरपेक्षता, उत्पीड़न से मुक्ति और गरीबों के सशक्तिकरण तथा हाशिए पर पड़े लोगों के सामाज-आर्थिक उत्थान और शिक्षा का प्रचार-प्रसार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले 65 वर्षों में सामाजिक न्याय, आर्थिक विकास और राजनीतिक सशक्तिकरण के लिए बहुत कुछ किया गया है, फिर भी भारत को एक आधुनिक, प्रगतिशील और सामंजस्यपूर्ण समाज बनाने के लिए और भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज के पुरस्कार का उद्देश्य एक प्रतिष्ठित व्यक्तित्व को सम्मान देना है जिन्होंने एक धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक समाज के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि महान समाज सुधारक श्री नारायण गुरु ने सभी मानव जाति के प्रति एकता और समानता का पाठ पढ़ाकर केरल के सामाजिक ढांचे को बदल दिया। उन्होंने योग्य प्राप्तकर्ता के रूप में श्री थरूर के चयन के लिए प्रतिष्ठित ज्यूरी की सराहना की। उन्होंने कहा कि श्री थरूर ने एक आदर्श स्थापित किया है और भारत में और विदेशों में उन्होंने इन आदर्शों के प्रति अपने लेखन और अपने सार्वजनिक जीवन के कार्य में अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है।
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[1] The Vice President, Shri Mohd. Hamid Ansari presenting the First Sree Narayan Guru Global Secular & Peace Award 2013 to the Minister of State for Human Resource Development, Dr. Shashi Tharoor, at a function, at Thiruvananthapuram, Kerala on September 10, 2013.
The Governor of Kerala, Shri Nikhil Kumar is also seen.
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