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झाड़ खंड का भाग्य बदलने के लिए नरेंदर मोदी ने प्रदेश की सभी १४ लोक सभा सीटें भाजपा को देने की अपील की

प्रधानमंत्री पद के भाजपा के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस शासित झाड़खंड के रांची में आयोजित विशाल विजय रैली में केंद्र सरकार पर आजादी के बाद से ही झाड़ खंड की आवाज को दबाने का आरोप लगाया|झाड़ खंड का भाग्य बदलने के लिए नरेंदर मोदी ने २०१४ में प्रदेश की सभी १४ लोक सभा सीटें भाजपा को देने की अपील की|उन्होंने कहा कि प्रदेश १४वे साल में प्रवेश कर रहा है यहाँ लोक सभा की १४ सीटें है और चुनाव भी २०१४ में होने जा रहे हैं इसीलिए झाड़ खंड का भाग्य बदलने के लिए इस १४ के जादुई आंकड़े का उपयोग करने से प्रदेश का भाग्य बदल जायेगा |
लाख+ लोगों की भीड़ को संबोधित करते मोदी ने आश्वासन दिया कि वे अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों का झारखंड बनाएंगे और आदिवासी-दलित-पीड़ित शोषितों के सपनों को पूरा करेंगे। Bjp Vijay Rally In Ranchi
उन्होंने केंद्र और राज्य में सत्तारुड कांग्रेस से पूछा कि झारखंड गरीब क्यों है? अलग झारखंड की आवाज को क्यूँ ५० सालों तक दबोचा गया।
मोदी ने तीन राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि उत्तराखंड+झाड़ खंड और छत्तीसगढ़ का निर्माण भी वाजपेयी जी की सरकार में हुआ। मध्यप्रदेश से अलग छत्तीसगढ़ बना+ बिहार से अलग झारखंड बना+ उत्तरप्रदेश से अलग उत्तराखंड बना। तीनों राज्यों की कठिनाइयां समान थी। भाजपा शासित छत्तीसगढ़ आगे निकल गया। कांग्रेस शासित झारखंड और उत्तराखंड पिछड़ गए।उन्होंने कहा कि विकास के लिए झारखंड में 14 सीटें भाजपा अध्यक्ष राज नाथ सिंह को दे दें |
मोदी ने कांग्रेस के विजन पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि यहाँ भरपूर कोयला हैमगर बिजली नहीं है+बरसात का पानी आता है लेकिन पीने का पानी नहीं है+प्रदेश पर पहले छह हजार करोड़ का कर्ज था जो बढ़ कर अब चौंतीस हजार करोड़ हो गया है|यहाँ ५०% जनता गरीब है | प्रचुर मात्र में प्राकृतिक सम्पदा होने पर भी यहाँ दयनीय स्थिति है| मूल कारण यह है कि न तो इनको विकास की चिंता है न तो सुशासन की चिंता है।
गुजरात में हमने फर्टिलाइजर कारपोरेशन को प्रोफेशनलिज्म की तरफ ले जाने का काम किया। फालतू खर्च कम किए। आज लुढ़का हुआ पीएसयू सबसे ज्यादा मुनाफा कर रहा है। रोजी-रोटी की गारंटी हो गई। इरादे चाहिए सिर्फ वादे नहीं। इरादे भी नेक होने चाहिए। कांग्रेस के पास न तो इरादे हैं न तो नेक वादे. इरादों में भी नैतिकता नहीं है।
जिस राज्य में क्रिकेटर धौनी-और दीपिका हैं वह राज्य बदहाल क्यों?