[दिल्ली,चंडीगढ़]पंजाबियों भाजपा+अकाली+”आप”+कांग्रेस को वोट हरगिज नही देना :स्वराज इंडिया
स्वराज इंडिया के दो दिग्गजों ने चुनावों में जा रहे पंजाबियों के नाम अपील जारी की है |इस अपील में आम आदमी पार्टी +भाजपा, अकाली गठबंधन+कांग्रेस की पोल खोलते हुए ईमानदार केंडीडेट्स को ही चुनने को कहा गया है| स्वराज इंडिया दिग्गज योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने पंजाब से अपने गूढ़ रिश्तों को उजागर करते हुए पंजाब की भलाई के लिए ईमानदार केंडीडेट्स +पार्टियों को ही वोट देने की अपील की है|इन्होंने आम आदमी पार्टी [आप] की झाड़ू को बेहद गन्दी बताया |
“आप” ने सत्ता में आने के तत्काल बाद शराब के 399 नए ठेके खोल दिए।
गुरुतेग बहादुर के शहीदी दिवस समेत कई नशामुक्त “ड्राई डे” पर इस सरकार ने दारू की बिक्री खोल दी।
70 हज़ार दलित बच्चों की स्कॉलरशिप काट दी।
बजट में दलित के लिए जरुरी मद में 2,050 करोड़ की कटौती की।
लोकपाल के नाम पर चुनाव जीता था, और अपने ही कानून से उस लोकपाल की हत्या कर दी। स्वराज कानून आज तक नहीं बना।
सरकार बनने के कुछ हफ्ते में ही इस पार्टी के MLA और मंत्रियों के बारे में भी वैसी ही शिकायत आने लगी जैसी बाकि पार्टियों के बारे में। छह मंत्रियों में एक मंत्री फ़र्ज़ी डिग्री में पकड़ा गया, दूसरा भ्रष्टाचार में बर्खास्त हुआ, तीसरा औरतों से नाजायज़ सम्बन्ध के चलते जेल गया।
इसलिए दिल्ली की जनता इनसे बुरी तरह परेशान हो चुकी है। दिल्ली में जो हमसे मिलता है, वो पूछता है कि आपने ऐसे लोगों का समर्थन क्यों किया था। कहीं ऐसा तो नहीं कि एक साल बाद पंजाब के लोग भी यही कहते हुए मिलेंगे? फैसला आपको करना है। लेकिन अपनी राय बनाने से पहले अपने आप से स्वराज इंडिया ने पंजाबियों के लिए कुछ सवाल उछाले हैं
[१]पंजाब में आप के पुराने और सच्चे वालंटियर में से कितनो को टिकट मिला?
[२]अकाली-बीजेपी, कांग्रेस के नेताओं और पैसे वालों को टिकट देने वाली पार्टी बेईमानो के खिलाफ कैसे लड़ेगी?
[३]जो पार्टी अभी से पैसा लेकर टिकट बेच रही हो वो सरकार बनाने के बाद क्या-क्या बेचेगी?
[४]जो पार्टी सिर्फ ढाई साल में इतनी गिर गयी है वो अगले पांच साल में कहाँ पंहुचेगी?
[५]जो पार्टी भरी तिजोरी वाली छोटी सी दिल्ली में सरकार नहीं संभाल पायी वो खाली तिजोरी वाले पंजाब में सरकार चला पायेगी? आपको सरकार चाहिए या हर रोज का ड्रामा ?
[६]आम आदमी पार्टी ईमानदारी से मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित क्यों नहीं करती? चोरी-छुपे केजरीवाल का नाम क्यों चला रही है?
[७]जो केजरीवाल 70 में के 67 सीट देने वाली दिल्ली का सच्चा न हो सका, वो चुनाव के बाद पंजाब का सच्चा रहेगा? या दो साल बाद हरियाणा में वोट लेने के लिए पंजाब के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर देगा?
इन दिग्गजों ने अकाली सरकार पर हमला बोलते हुए बताया पंजाब कर्ज में डूबा है। पिछले दस सालों में समस्याओं को सुलझाने की बजाय अकालियों ने पंजाब को लूटा है।
केबल+बस + बजरी के बिज़नेस के बहाने जनता का पैसा लूटा है। और इसके बदले में जनता को दिया है नशा, पूरी एक पीढ़ी की बरबादी।
कांग्रेस पर निशाँ साधते हुए बताया
अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार का है। इसी सरकार से दुखी आकर दस साल पहले पंजाब ने अकालियों को वोट दिया था। आज भी इस पार्टी के पास कोरे वादों और भड़काऊ बातों के सिवा कुछ नहीं है। पंजाब की खेती, उद्योग और रोजगार के संकट से निपटने का कोई नक्शा कांग्रेस पार्टी के पास नहीं है। खुद कर्ज में डूबी पंजाब सरकार अपने किसान की कर्जा माफ़ी के लिए पैसा कहाँ से लायेगी, इसका कोई जवाब नहीं है। कांग्रेस के भ्रष्टाचार के किस्से किसे नहीं पता? पंजाब के लोग 1984 को भी नहीं भूले हैं। उस पर पर्दा डालने के लिए अब SYL की नींव डालने वाले अमरिंदर सिंह पानी के सवाल पर पंजाब के किसान को भड़काने में लगे हैं। ऐसी कांग्रेस को वोट डालना तो पंजाब की हार होगी।
इस चौराहे पर यही पंजाब की दुविधा है।
आज पंजाब को एक नया रास्ता चाहिए। एक रास्ता जिसमे बदलाव की गुंजाईश को बचा कर रखा जा सके। आज ये रास्ता कोई पार्टी नहीं दे पा रही है। आज ये रास्ता जनता दिखाएगी।
इस चुनाव में ऐसी कई छोटी पार्टियां, संगठन और उम्मीदवार भी खड़े हैं जो सच्चे बदलाव के हक़ में हैं। वो अपने दम पर सरकार नहीं बना सकते, शायद चुनाव भी नहीं जीत पाएंगे, लेकिन वो पंजाब की उम्मीद को बचा कर रख सकते हैं। इसलिए हम आपसे अपील करते हैं कि किसी भी हालात में अकाली-बीजेपी को वोट न डालें। जहाँ तक हो सके भ्रष्ट कांग्रेस और पथभ्रष्ट आम आदमी पार्टी को छोड़कर ऐसे उम्मीदवारों और पार्टियों को वोट दें जो पंजाब में बदलाव की गुंजाईश बनाये रखें। सत्ता के लिए हर सौदा करने वाली इन तीनों पार्टियों के अलावा बेहतर उम्मीदवार को वोट देना पंजाब के भविष्य के हित में है , क्योंकि वह सत्ता के लोभियों को पंजाब की जनता का संदेश होगा कि वे सत्ता के लिए मर्यादा को न छोड़ें ।
Tag: YogendraYadav
पंजाबियों”आप”की झाड़ू बेहद गन्दी है :स्वराज इंडिया
स्वराज इंडिया काले धन पर जंतर मंत्र से १८ दिसंबर को हल्ला बोलेगा
[नई दिल्ली]स्वराज इंडिया काले धन पर जंतर मंत्र से हल्ला बोलेगा
इसमें शामिल होने के लिए सभी यौद्धाओं को 18 दिसंबर, सुबह 10 बजे जंतर मन्त्र पर पहुँचने को कहा जा रहा है|पहले योगेंद्र यादव और आज प्रशांत भूषण द्वारा आई वी आर के माध्यम से सन्देश प्रसारित किये गए हैं |
गुरुवार को जारी किये गए एक ऑडियो सन्देश में स्वराज अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रशांत भूषण ने देश भर के भ्रष्टाचार विरोधी योद्धाओं से 18 दिसंबर को जंतर मंतर पहुँचने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि काले धन और भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ शुरू हुए आंदोलन को आज और बुलंद करने की ज़रूरत है।
आईवीआर के जरिये लोगों को उनके फोन पर प्राप्त हुए सन्देश में प्रशांत भूषण ने कहा, “नमस्कार दोस्तों, रविवार 18 दिसंबर को जंतर मंतर पर काले धन के ख़िलाफ़ एक बड़ी रैली है।
क्यूँकि भ्रष्टाचार के खिलाफ 4 साल पहले शुरू हुए जिस आंदोलन का आप हिस्सा रहे हैं उसकी आवाज़ को आज और भी बुलंद करने की ज़रूरत है। देश को काले धन से लड़ने वाले सच्चे सिपाहियों की ज़रूरत है। एक आंदोलन खड़ा करने की ज़रूरत है। आप आ रहे हैं ना जंतर मंतर? रविवार को सुबह 10 बजे।”
स्वराज इंडिया का कहना है कि राजनितिक पार्टियों में काले धन को लेकर केवल नूराकुश्ती हो रही है
स्वराज इंडिया ने 18 दिसंबर की रैली से सम्बंधित निम्नलिखित सवाल पूछे हैं:
१]पार्टियों से भी उनके हज़ारों करोड़ों के कैश चंदे का हिसाब क्यों नहीं माँगा जा सकता?
२]बीजेपी और काँग्रेस जैसी विदेशी फ़ंड लेने वाली पार्टियों को सज़ा क्यों नहीं हो सकती?
३]विदेशों में बेनामी कंपनी खोलकर ब्लैक को ह्वाइट करने का धंधा बंद क्यों नहीं हो सकता?
४]बैंकों के लाखों करोड़ डुबाने वाले अडानी-अंबानी और माल्या बंद क्यों नहीं हो सकते?
५]भ्रष्टाचार निरोधक कानून (PCA) को ढीला करने की साज़िश क्यों नहीं रूक सकती?
६]पिछले ढाई साल से लोकपाल की नियुक्ति क्यों नहीं हो सकी?
फाइल [सिंबॉलिक] फोटो
किसानों के प्रति केंद्र की लेटलतीफी पर व्यंगात्मक शैली में आघात :नियत की नपाई
[New Delhi]किसानों के प्रति केंद्र की लेटलतीफी पर योगेन्द्र यादव व्यंगात्मक शैली में आघात करेंगे;नियत की नपाई
योगेंद्र यादव के न्रेतत्व में स्वराज अभियान आज केंद्र सरकार की नियत की नपाई करने दिल्ली की सडकों पर उतरेगा
सुप्रीम कोर्ट से कृषि भवन की नपाई अभियान चलाया जाएगा
योगेंद्र यादव के अनुसार किसानों के प्रति आदेश सुप्रीम कोर्ट से कृषि भवन तक नहीं पहुंचें हैं |केंद्र के गुड गवर्नेंस की स्पीड नापने के लिए यह उपक्रम किया जाएगा|भगवान दास रोड+मंडी हाउस+फ़िरोज़ शाह रोड+ रायसीना रोड से होकर यह अभियान गुजरेगा
फाइल फोटो
Parrikar Rejects Swaraj Abhiyan Charge, Terms Rafale Best Deal
Defence Minister Manohar Parrikar today asserted the recently-signed Euro 7.878 billion-deal for 36 Rafale fighter jets was the best ever offered to any country, rejecting Swaraj Abhiyan’s Prashant Bhushan and Yogendra Yadav’s allegation that India paid double the price.
Parrikar, however, refused to comment on the duo’s allegation that BJP parliamentarian Varun Gandhi was “honey trapped” into leaking defence secrets, a charge stoutly denied by the leader.
Contrary to previous announcements of getting 126 aircraft, the government bought 36 aircraft, paying double the price for individual units. It certainly appears to be the case that something is fishy.”
He said despite having knowledge of all these things, the BJP government did not blacklist Thales, the company that sold scam-tainted Scorpene submarines, as Dassault acquired it.
Dassault Aviation has 25.3 per cent stake in Thales.
Parrikar said nothing has been proved in the alleged Scorpene leak and hence the case for banning any firm does not arise.
India recently signed a deal with Dassault for 36 Rafale aircraft.
Varun has already denied the charge, saying he has not met middleman Abhishek Verma, to whom he has been accused of having leaked defence secrets, since 2004.
He has threatened to file a defamation suit against Bhushan and Yadav over the charges.
स्वराज अभियान ने राजनितिक स्वरुप अपनाया ,बढ़ेंगी केजरीवाल की राजनितिक मुश्किलें
[नई दिल्ली] स्वराज अभियान ने सूचना के अधिकर के अंतर्गत स्वयम को रखते हुए राजनितिक स्वरुप अपनाया,बढ़ेंगी केजरीवाल की राजनितिक मुश्किलें
आम आदमी पार्टी से अलग किये गए नेताओं ने एक नई राजनितिक पार्टी का गठन किया है|
जिसके पहले राष्ट्रीय प्रतिनिधि अधिवेशन में राजनैतिक दल निर्माण की घोषणा हुई और देश में वैकल्पिक राजनीति की स्थापना के लिए आवाज़ बुलंद की गयी।
स्वराज अभियान ने संकल्प लिया है कि 2 अक्टूबर तक राजनीतिक दल का निर्माण करेंगे। वैकल्पिक राजनीति के इस प्रारूप को मूर्त रूप देने के लिए स्वराज अभियान ने एक 6 सदस्यीय टीम का गठन किया।
स्वराज अभियान के गठन के समय तीन मुख्य मापदंड तय किए गए थे।
एक, लोकतांत्रिक ढंग से संगठन का निर्माण।
दूसरा, देश के सम्मुख गंभीर मुद्दों पर जन आंदोलन चलाना।
और तीसरा, पारदर्शिता एवं जवाबदेही को सुनिश्चित करना।
प्रो. आनंद कुमार को स्वराज अभियान का राष्ट्रिय अध्यक्ष चुना गया। संगठन के उपाध्यक्ष के तौर पर तमिल नाडु से क्रिस्टिना सामी, बंगाल से अविक साहा, आंध्र प्रदेश से पुरुषोत्तम और दिल्ली से पी. एस. शारदा को चुना गया है। साथ ही फहीम खान को महासचिव, तथा गिरीश नंदगांवकर एवं राजीव ध्यानी स्वराज अभियान के नए सचिव चुने गए।
पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए स्वराज अभियान ने स्वेच्छा से खुद को ‘सूचना के अधिकार’ के अंतर्गत रखा है और जन सूचना अधिकारी नियुक्त किया है। संगठन में जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए तीन सदस्यीय लोकपाल नियुक्त किया गया है। प्रतिनिधि सम्मलेन में प्रशांत भूषण ने स्वराज अभियान के लोकपाल के तौर पर कामिनी जयसवाल, सुमित चक्रवर्ती और नूर मोहम्मद का परिचय रखा। साथ ही, संगठन में शिकायत निवारण समितियां भी बनायी गयी हैं।
अधिवेशन को संबोधित करते हुए योगेन्द्र यादव ने कहा कि “स्वराज अभियान ने 2 अक्टूबर तक राजनीतिक पार्टी बनाने का संकल्प लिया है। हमारे लिए पार्टी बनाने का मतलब है कि इस देश में सच्चाई और ईमानदारी की ऊर्जा जहाँ कहीं भी है उसे जोड़ना। हम ईमान और सच्चाई की ऊर्जा को संगठित करके वैकल्पिक राजनीति की एक मिसाल पेश करेंगे।”
स्वराज संकल्प के प्रतीक के रूप में सर पर पीले रंग के पट्टे को धारण किया गया। पीला रंग ऊर्जा का प्रतीक है, नई आशा का प्रतीक है, सूरज का प्रतीक है, पवित्रता का प्रतीक है।
गौरतलब हे के स्वराज अभियान से जुड़े नेताओं को आम आदमी पार्टी से अपमान जनक रूप में निकाला गया था |इन्होंने पंजाब में हुए उपचुनावों में आप का विरोध करने की घोषणा की तो अरविन्द केजरीवाल ने उपचुनावों से ही किनारा कर लिया था
“आप”को सबक सिखाने के लिए”निष्काषित”योगेन्द्र यादव बनाएंगे नयी पोलिटिकल पार्टी
[नयी दिल्ली] “आप” को सबक सिखाने के लिए आप से निष्काषित योगेन्द्र यादव अब बनाएंगे नयी पोलिटिकल पार्टी|पंजाब में उपचुनावों में स्वराज द्वारा एक प्रत्याशी को समर्थन की घोषणा मात्र से ही “आप” ने पुंजाब के उप चुनावों से हाथ खींच लिया है
आम आदमी पार्टी से निकाले गए योगेन्द्र यादव ने आज कहा कि वह एक नई पार्टी बनाना चाहते हैं जो आतंरिक लोकतंत्र, पारदर्शिता, जवाबदेही के मानकों पर खरा उतरकर देश भर में उर्जा का संचार करे।
स्वराज अभियान के संयोजक योगेन्द्र ने ‘भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘ पार्टी का गठन करते समय यह सुनिश्चित करेंगे कि स्वराज अभियान स्वतंत्र रूप से काम करता रहे और इसका प्रस्तावित पार्टी में विलय न हो । ’’ उन्होंने इस संदर्भ में आम आदमी पार्टी की मूल संस्था ‘इंडिया एगेंस्ट करप्शन’ का जिक्र करते हुए कहा कि उसे समाप्त करना एक भूल थी जिसके कारण पार्टी पर नजर रखने और मार्गदर्शन करने वाला कोई नहीं रह गया ।
आप के पूर्व नेता ने कहा, ‘‘ हमारी नीति स्पष्ट है और हम एक वैकल्पिक राजनीतिक शक्ति विकसित करना चाहते हैं और पार्टी बनाना चाहते हैं। हम इसके द्वारा आतंरिक लोकतंत्र, पारदर्शिता, जवाबदेही के मानकों पर खरा उतरकर देश भर में उर्जा का संचार करना चाहते हैं। इस दिशा में हमने कई कदम उठाए हैं । ’’ उन्होंने कहा कि किसी भी तरह से पार्टी बनाना और चुनाव लड़ना हमारा उद्देश्य नहीं है। इस विषय पर जो भी होगा, सार्वजनिक तौर पर और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के जरिये होगा ।
स्वराज अभियान का जिक्र करते हुए योगेन्द्र ने कहा कि यह एक प्रयास है.. देश में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में जो अद्भुत उर्जा पैदा हुई थी, उस उर्जा को बनाए रखकर राष्ट्र के विकास के लिए उपयोग किया जाए
फाइल फोटो
बिहार में जाकर लालू के गले मिलने को योगेन्द्र यादव ने शर्मनाक बताया
[नयी दिल्ली]बिहार में जाकर केजरीवाल द्वारा लालू के गले मिलने को योगेन्द्र यादव ने शर्मनाक बताया
लालू से गले मिलने को लेकर केजरीवाल पर निशानों की बौछार लग रही है उनके अपने निकट सहयोगी रहे योगेन्द्र यादव ने भी इसे शर्मनाक बताया है
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान राजद प्रमुख लालू प्रसाद से गले मिलने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आज उनके पूर्व सहयोगी योगेंद्र यादव ने इसे ‘शर्मनाक’ कार्य करार दिया।
आम आदमी पार्टी से निष्कासित किए गए यादव ने कहा कि यह महज गले मिलना नहीं था, बल्कि भाजपा के खिलाफ समूह बनाने के लिए आदर्शों की तिलांजलि दे दी गई है ।
यादव ने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘आंदोलन की राजनीतिक पूंजी को राजनीतिक भ्रष्टाचार के प्रतीकों को बेच दिया गया। शर्मिंदा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यही तर्क कांग्रेस के समर्थक लोकपाल आंदोलन के समय दिया करते थे। वे कहेंगे कि वे :कांग्रेस: भ्रष्ट हैं, लेकिन लोकपाल आंदोलन का समर्थन नहीं करना चाहिए था क्योंकि इससे भाजपा को मदद मिलेगी। केजरीवाल ने इसी तर्क का इस्तेमाल किया, लेकिन उन लोगों को शर्मिंदा किया जिन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रयास किया।’’
लोजपा नेता चिराग पासवान ने कहा, ‘‘आप लालूजी को संदेह का लाभ नहीं दे सकते क्योंकि वह भ्रष्टाचार के मामले में दोषी करार दिए गए। केजरीवाल भ्रष्टाचार निरोधक रूख के लिए जाने जाते हैं और उनका लालू जी से गले मिलना इसका संकेत है कि उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई रोक दी है।’’ भाजपा के संबित पात्रा ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि आप प्रमुख कभी लालू को सबसे भ्रष्ट नेता करार दिया करते थे।
After Two months Of Formation Swaraj Abhiyaan[ParallelAAP]Launches Farmers Movement
[New Delhi] After Two months Of its formation Swaraj Abhiyaan[ParallelAAP] Launches Farmers Movement
Two months after its formation, Yogendra Yadav and Prashant Bhushan-led Swaraj Abhiyaan ,On 13th June, launched a farmers’ movement, its first such public initiative.
Yadav and Bhushan, who were expelled from AAP for rebelling against the party chief Arvind Kejriwal, said the movement ‘Jai Kisan Andolan’ demands repeal of amendments to the land acquisition Bill among others.
“The demands of Jai Kisan Andolan include withdrawal of the land bill, introduction of a legislation guaranteeing minimum income to farmers and a comprehensive, assured and adequate compensation against natural calamity,” Addressing a press conference Yadav said the movement aims at “reshaping the country’s future” through including disparate sections such as farmers, urban citizens and the youth.
Prashant+Yogendra said in a statement
“In the first phase of the movement, our volunteers will fan out in villages in various states including Bihar, West Bengal, Maharashtra etc, and reach out to the farmers and establish a dialogue with them to understand their problems and issues,”
In the second phase, there would be a “tractor march” from Punjab which would reach the Parliament during Monsoon Session on August 10 after covering Uttar Prades
गैर कानूनी डिग्री के आरोपी कानून मंत्री के बचाव में सडकों पर उतरी “आप” डैमेज कंट्रोल में लगी
[नई दिल्ली]फर्जी डिग्री के आरोपी मंत्री के बचाव में सडकों पर उतरी “आप” पार्टी अब अदालत से बचने के लिए डैमेज कंट्रोल में लग गई है|
फर्जी डिग्री विवाद के कारण आम आदमी पार्टी[आप]की छवि को गहरा धक्का लगने के बीच पार्टी अब दागी जितेन्द्र सिंह तोमर को पार्टी से बख्रास्त करने पर विचार कर रही है क्योंकि कहा जा रहा है कि दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री से जुड़े इस प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खासे परेशान हैं।
अब कहा जा रहा है कि इस मुद्दे पर शीर्ष न्रेतत्व को अंधेरे में रखा गया।एक दिन पूर्व तक आशुतोष और कुमार विश्वास तोमर की गिरफ्तारी को लेकर पोलिस के विरुद्ध नारे लगाते फिर रहे थे लेकिन अदालत से पोलिस को रिमांड मिलने एके बाद से पार्टी के तेवरों में नरमी आई है |टीवी चैनलों पर भी आशीष खेतान सरीखे प्रवक्ता जोर शोर से अरविन्द केजरीवाल का बचाव करते हुए नजर आये|आशीष खेतान ने तो यहां तक कह दिया कि नेता की फर्जी डिग्री जांचने का उनके पास कोई विशेष उपकरण ही नहीं है |इसके अलावा सूत्रों के अनुसार अब तोमर के बचाव में अदालत जाने से भी बचा जा रहा है |नेताओं के अनुसार इस मुद्दे को “आप” के नए बने आंतरिक लोकपाल के समक्ष भेजा दिया गया है |
जहां “आप” पार्टी अपने विधायकों के खिलाफ आरोपों पर विवादों से जूझ रही है, वहीं पार्टी से टूटकर बने पृथक समूह “स्वराज अभियान” ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इस्तीफा की मांग करते हुए कहा है कि उन्होंने शासन करने का ‘‘नैतिक अधिकार’’ खो दिया है।
महाराष्ट्र में योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण नेतृत्व वाले स्वराज अभियान के संस्थापक सदस्य मारूति भापकर ने आरोप लगाया कि आप के विधायकों और दिल्ली के पूर्व कानून मंत्रियों – जितेंद्र सिंह तोमर और सोमनाथ भारती से जुड़े विवादों ने ‘‘केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप के नैतिक दिवालियेपन’ को दिखाया है।
भापकर ने मीडिया से कहा”तोमर से जुड़े घटनाक्रम के मद्देनजर केजरीवाल मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य में शासन करने का नैतिक अधिकार खो चुके हैं और उन्हें इस्तीफा देना चाहिए” उन्होंने आरोप लगाया कि ‘आप’ नेतृत्व ने दिल्ली विधानसभा चुनावों के बाद अपनी पहली राष्ट्रीय परिषद बैठक में यादव और भूषण की आपत्तियों को नजरअंदाज कर दिया था।
Yogendra Yadav,Founder Of “AAP’s Parallel,Questioned Claim Of Scam Free Rule In Centre
[Varanasi]Yogendra Yadav [Founder Of AAP Parallel]Questioned Claim Of Scam Free Rule In Centre
Former AAP leader Yogendra Yadav has said Narendra Modi Government’s claim of scam-free rule is questionable when anti-corruption watchdogs are unable to function with full strength.
He also alleged that Modi government was “ashamedly anti-farmer” and its policies were no different from Dr Manmohan Singh
Yadav alleged that the government has not shown much will to take on corruption.
Yadav said the performance of the government Specially In The Field Of Employment+Corruption+Agriculture+Environment+Farmers has been a disappointment.
He Told to News Agency that The past records of corruption of both Congress and BJP are terrible but currently our focus is on BJP because it came to power on promises of reducing corruption, and they (BJP) have done no better till date,
He said “if you judge this government by what?it promised and its rhetoric, then of course nothing has come out from it and it is a joke.
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