किसी को भगवा दीखता है तो किसी को हरा दिखता है
पीड़ित को विभाजन में बहा अपनों का लाल दीखता है
Some people see saffron and some people see green.
The victim sees the blood of his own people shed in the partition.
Archive for: September 2023
मोदी भापे! विभाजन पश्चात की विभीषिकाओं की स्मृतियाँ
मोदी भापे!विभाजन पश्चात् विभीषिकाओ की स्मृतियां
9 साल की उम्र में भी खंडित खंडवा खाब शो कर
नफ़रत सी होने लगे हैं, स्टालिन की हकीकत देख कर
आपने भी सुनहरे सपने देखने का नाटक करते हुए 9 साल बिताए।
राजनीति की हकीकत देखकर नफरत होने लगी है.
मोदी भापे,विभाजंन पश्चात विभीषिकाओं की स्मृतियाँ
बेशक आपका मकसद चुनाव जीतना भर ही होगा
निराश पीड़ित तो एक बार फिर उम्मीद जगा लेता है
Of course your only aim will be to win the election.
The despairing victim regains hope
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