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Archive for: November 2013

गैर जमानती अपराध के दोषी “तरुण तेजपाल” को अग्रिम जमानत नहीं मिली

दुष्कर्म के आरोपी “तहलका” के अबपूर्व संपादक तरुण तेजपाल को गोआ सेशन कोर्ट ने अग्रिम जमानत जमानत देने से इंकार कर दिया। तेजपाल अभी डोना पोला क्राइम ब्रांच के ऑफिस में मौजूद है।
इससे पहले शनिवार सुबह कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत अर्जी पर सुनवाई शाम 4.30 बजे तक टाल दी थी। सुनवाई टलने के बाद कोर्ट से कार में पणजी के एक पांच सितारा होटल के लिए जैसे ही तेजपाल निकले कुछ लोगों ने उन्हें काले झंडे दिखाए। यहां से वह अपनी मर्जी से डोना पोला क्राइम ब्रांच के ऑफिस गए।
इससे पहले शनिवार को तेजपाल और उनके वकीलों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए भरसक प्रयास किये यहाँ तक पीड़िता पर दबाब बनाने के लिए कोर्ट में उसका नाम तक उजागर किया पोलिस पर प्रभाव डालने के लिए गोआ पोलिस पर उत्पीड़न का आरोप भी लगाया । तेजपाल की ओर से गोवा की एक अदालत में जिरह कर रहे वकील ने जज से कहा है कि उनका मुवक्किल मुंबई नहीं जाएगा जहां पीड़ित पत्रकार रहती है। वकील ने यह भी कहा है कि उनका पासपोर्ट जब्त किया जा सकता है और उनका मोबाइल फोन भी ट्रैक किया जा सकता है। बचाव पक्ष ने यह भी कहा है कि तेजपाल के बैंक खाते सीज़ कर दिए जाएं।
तेजपाल के खिलाफ पेश अभियोजन पक्ष के वकील ने कहा कि होटल की सीसीटीवी फुटेज से साफ है कि तेजपाल ने रेप किया था। इसी आधार पर अभियोजन पक्ष ने 14 दिनों हिरासत की मांग की है।

“ना गिण ते न घाटा पा”कहावत का पालन करते हुए ही कांग्रेसी अपनी करनी का हिसाब नहीं दे रहे होंगे

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

देहलियाईट भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये कांग्रेसियों ने क्या गंद घोला हुआ है? ओये जनता पिछले साढ़े चार साल का हिसाब मांग रही है और इसके ‘घमंडी नेता जनता को अपने कुशासन का हिसाब नहीं दे रहे हैं उलटे हसाडे करिश्माई नरेंदर भाई मोदी की टांग खींचने में लगे हुए हैं महंगाई + विकास+भ्रष्टाचार+बेरोजगारी+अपराध+सीमा की समस्यायों पर सवाल करने पर गुजरात को लेकर मोदी जी को बदनाम करने की सारी तिकड़में लगाने में लगे हुए हैं |और तो और दिल्ली में मोदी जी की रैली को बदनाम करने के लिए इन्होने बेनामी पर्चे बंटवा दिए

झल्ला

भापा जी पुराणी कहावत है “ना गिण ते न घाटा पा” व्यापारी अगर जाम पूंजी गिनने लगता है तो व्यापार में घाटा होने लगता है इसीलिए कांग्रेसी बंधू अपने कर्मों का हिसाब देने से बच रहे होंगे|

उमर अब्दुल्लाह के लिए पाकिस्तान से वार्ता को समर्थन करने के अलावा दूसरा”विकल्प” क्या है ?

झल्लेदीझल्लियांगल्लां

नेशनलकान्फ्रेन्सचीयरलीडर

ओये झल्लेया मानता है न कि हसाडे मुख्य मंत्री जनाब उमर अब्दुल्ला असली भारतीय हैं ओये उन्होंने फरमा दिया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच प्रमुख मुद्दों के समाधान के लिए दोनों देशों की वार्ता को समर्थन जारी रखा जाएगा ।हमने हमेशा से वार्ता का समर्थन किया है और हमेशा इसका समर्थन करेंगे। इसके अलावा उन्होंने कह दिया है कि प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी अगर श्रीनगर में रैली करना चाहेंगे तो उन्हें कतई रोका भी नहीं जायेगा

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी जम्मू कश्मीर में अपनी कुर्सी बचाने के लिए आप जी के उमर अब्दुल्लाह के पास ,पाकिस्तान से बातचीत करने के अलावा ,कोई दूसरा विकल्प है क्या?और जनाबे ख़ास आपको मालूम होना चाहिए कि टपके का डर तो विश्व प्रसिद्द है इसीलिए अगर नरेंदर मोदी पी एम् बन कर टपक पड़े तो ?? हो जायेगी ना तो तो तो

दबाब की भी एक अदद हद है हदों को हरगिज ना लांघ वरना देख ले तेरा बिखेरा तुझे ही समेटना पड़ जायेगा

मेरी तरफ न देख जालिम यूं तिरस्कार भरी नज़रों से
झल्ला दिल पहले ही चटखा है देख बिखर ही जायेगा
दबाब की भी एक अदद हद है हदों को हरगिज ना लांघ
वरना देख ले तेरा बिखेरा तुझे ही समेटना पड़ जायेगा

राज्‍य सभा की उत्तरप्रदेश से दो सीटों के लिए 20 दिसम्बर को उपचुनाव होंगें :नामांकन की अंतिम तिथि10 दिसम्बर

उत्तरप्रदेश से राज्‍य सभाकी दो सीटों के लिए 20 दिसम्बर, 2013 (शुक्रवार)को उपचुनाव कराये जायेंगे इसके लिए 10 दिसम्बर, 2013 (मंगलवार)तक नामांकन भरे जा सकेंगे |तीन माह पूर्व राज्य सभा सदस्य समाजवादी पार्टी के महा सचिव मोहन सिंह की मृत्यु हुई थी और कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रशीद मसूद को न्यायलय द्वारा अयोग्य घोषित किया गया था |
उत्‍तर प्रदेश से राज्‍य सभा के लि‍ए दो आकस्‍मि‍क रि‍क्‍ति‍यां हुई हैं। इनका वि‍वरण नीचे दि‍या गया है:-
क्रम सं.=====सदस्‍य का नाम========================कार्यकाल अवधि‍======================================टि‍प्‍पणी
[१]========श्री मोहन सिंह=========================4 जुलाई, २०१६================22 सि‍तम्‍बर, 2013 को मृत्‍यु होने के कारण
[२].========श्री रशीद मसूद========================2 अप्रैल, २०१८==========19 सि‍तम्‍बर, 2013 को अयोग्‍य घोषि‍त होने के कारण
आयोग ने उपर्युक्त रिक्तियों को भरने के लिए निम्नलिखित कार्यक्रम के अनुसार उत्तरप्रदेश से राज्य सभा के लिए उपचुनाव आयोजित कराने का निर्णय लिया हैः-
क्र. स.=====कार्यक्रम=====तिथि और दिवस
[१]===अधिसूचना जारी====3 दिसम्बर, 2013 (मंगलवार)
[२]नामांकन भरने की अंतिम तिथि============================================10 दिसम्बर, 2013 (मंगलवार)
[३]नामांकनों की जांच============================11 दिसम्बर, 2013 (बुधवार)
[४]==नाम वापस लेने की अंतिम तिथि==================13 दिसम्बर, 2013 (शुक्रवार)
[५]===मतदान तिथि=======================================================20 दिसम्बर, 2013 (शुक्रवार)
[६]===मतदान का समय=================================================सुबह 9.00 बजे से सांय 4.00 बजे तक
[७]====मतगणना===============20 दिसम्बर, 2013 (शुक्रवार) सांय 5.00 बजे
[८]=चुनाव प्रक्रिया पूर्ण करने की तिथि=========================================23 दिसम्बर, 2013 (सोमवार)

उप राष्‍ट्रपति ने मीडिया में ताकत+विज्ञापन+ग्‍लैमर+चकाचौंध+पैसे की अंधी दौड़ के चलन के प्रति चिंता व्यक्त की

[नई दिल्ली]उप राष्‍ट्रपति एम. हामिद अंसारी ने मीडिया में ताकत+विज्ञापन+ग्‍लैमर+ चकाचौंध+पैसे की अंधी दौड़ के चलन के प्रति चिंता व्यक्त की |
उप राष्‍ट्रपति एम. हामिद अंसारी ने वरिष्‍ठ पत्रकार सुश्री सीमा मुस्‍तफा द्वारा संपादित पुस्‍तक ‘जर्नलिज्‍म-एथिक्‍स एंड रिस्‍पांसिबिलिटीज’ का विमोचन किया। समारोह को संबोधित करते हुए उन्‍होंने कहा कि यह पुस्‍तक बिलकुल सही समय पर प्रकाशित हुई है और महत्‍वपूर्ण समसायिक मुद्दों पर प्रकाश डालती है।
उन्‍होंने कहा ‘पत्रकारिता एक महान पेशा है लेकिन मीडिया कंपनियों के खबरों के प्रति गंभीरता छोड़कर ताकत, विज्ञापन, ग्‍लैमर, चकाचौंध और पैसे के पीछे भागने की वजह से इसके सम्‍मान को ठेस पहुंची है’।
उप राष्‍ट्रपति ने कहा कि यह एक ऐसा माध्‍मय है जो व्‍यक्ति को सोचने के लिए विवश करता है। लेवेसन रिपोर्ट और उसकी सिफारिशों से कुछ सबक लिए जा सकते हैं। ब्रिटेन के रॉयल कमीशन ने पिछले 70 वर्षों के दौरान सात बार मीडिया की गतिविधियों की जांच की।
उप राष्‍ट्रपति ने कहा कि सुधारात्‍मक का मतलब है स्‍वत: सुधारात्‍मक होना और अगर अंतरिक अनुशासन नहीं तो बाह्य सुधार की मदद ली जा सकती है। उन्‍होंने पुस्‍तक के संपादक सुश्री सीमा मुस्‍तफा, प्रकाशक और पुस्‍तक में प्रकाशित लेखों के लेखकों को इस बहुमूल्‍य किताब के लिए बधाई दी।
इस पुस्‍तक में अपने पेशेवर रवैये और सत्‍यनिष्‍ठा के विख्‍यात वरिष्‍ठ पत्रकारों और दिग्‍गजों ने मीडिया की बहुआयामी भूमिका, उसके समक्ष आने वाली समस्‍याओं और चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्‍होंने काफी विश्‍लेषण के बाद ऐसे सुझाव दिए हैं, जिनकी मदद से मीडिया की विश्‍वसनीयता एक बार फिर कायम की जा सके। पुस्‍तक में मीडिया में बढ़ते निगमीकरण की चुनौती की ओर भी ध्‍यान आकर्षित कराया गया है, जिसकी वजह से मीडिया एक बड़े उद्योग में तबदील हो गयी है और सनसनीखेज एवं पेड न्‍यूज बड़ी समस्‍याओं के रूप में उभरे हैं।
फ़ोटो कैप्शन
The Vice President, Shri Mohd. Hamid Ansari launching a book entitled “Journalism, Ethics and Responsibilities”, edited by senior journalist Ms. Seema Mustafa, in New Delhi on November 29, 2013.

मै कोई बीता बुरा वक्त नही,धर्म कांटें में भी तुल जाता हूँ

तनहा हूँ तन्खाईया नहीं हूँ , दीगर है किसी तराजू में नहीं हूँ
तेरी तरफ से काफिर बेरुखी , इसके हरगिज लायक नहीं हूँ
मत रौंद मेरी तन्हाइयों को , रकीब के गलबैय्याँ डाल कर
में कोई बीता बुरा वक्त नही,धर्म कांटें में भी तुल जाता हूँ
बेशक नहीं हूँ में चमकता हुआ टुकड़ाए सोना और चांदी ,
नादाँ मिटटी में हीरे की कद्र ,कर उसे गढना तो सीख ले

भाजपा कार्यकर्ताओं ने “तहलका”की ‘शोमा चौधरी’ के दिल्ली निवास के नामपट्ट पर काली स्याही से लिखा “आरोपी”

भाजपा कार्यकर्ताओं ने आज”तहलका”की शोमा चौधरी के दिल्ली निवास के सामने तहलका मचाया और पत्रकार के नामपट्ट पर काली स्याही से आरोपी लिखा |
भारतीय जनता पार्टी [भाजपा] के कार्यकर्ताओं ने आज तहलका की [अब पूर्व] प्रबंध संपादक शोमा चौधरी के घर के बाहर प्रदर्शन किया।उनके नाम पट्ट पर काली स्याही से “आरोपी”[ accused] लिख कर अपना विरोध जताया | कार्यकर्ताओं ने शोमा पर सहयोगी महिला पत्रकार की शिकायत को दबाने और तहलका के संस्थापक संपादक तरूण तेजपाल को यौन उत्पीड़न के आरोप में बचाने का आरोप लगाया | और तरुण तेजपाल के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न की शिकायत को कथित तौर पर दबाने की कोशिश के आरोप में फौरन शोमा को गिरफ्तार करने की मांग की।
शोमा और तेजपाल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए भाजपा के कई कार्यकर्ताओं ने दक्षिण दिल्ली के साकेत में उनके घर के बाहर धरना दिया। दिल्ली में भाजपा के नेता विजय जॉली ने स्थानीय पोलिस की मौजूदगी में काली स्याही का प्रयोग किया |

Serbian film‘”The Whirlpool” Has Appealing message Against Current Burning Problem Of violence :44TH IFFI

Serbian film ‘”The Whirlpool” gives the message that through violence you will never get any thing good.
Director Bojan Vuk Kosovcevic entered 44Th, I F F I With This Massage Of Non Violence .
During a media interaction, ‘Meet the Director’ at the 44th International Film Festival of India (IFFI) in Panjim, Goa , Serbian Film Director Kosovcevic said, Indian films are liked by Serbian people for their artistic appeal.
The debut feature film director said that ‘The Whirlpool’, is set in the second half of the 1990s in Belgrade against the backdrop of disintegration of Yugoslavia and its socio-economic impact on Serbia. He said that social extremes were apparent everywhere in Serbia especially among the youth during the collapse of Serbia.
He said that due to war, inflation, physical isolation and sanctions, Serbia was becoming a kind of closed society, which was most visible in Serbia’s capital, Belgrade. He said, his film ‘The Whirlpool’ is about this isolated environment, where the young begun to create their own worlds. It is seen from the perspectives of those youth who were becoming adults, and about their efforts to find themselves getting sucked into a chaotic whirlpool of violence.
He said that though his country is rich in terms of infrastructure and marketing of films, still people are not going to theatres because of television and advent of internet. He said that collaboration between countries is the solution to this problem.
Photo Caption
Appe The Director of the Serbian Film ‘The Whirlpool’ Mr. Bojan Vukkosovcevic interacting with the Media, at the 44th India International Film Festival of India (IFFI-2013), in Panaji, Goa on November 28, 2013.

तेजपाल की तहलकाई टीम से शोमा और कपिल की विकेट्स डाउन अब नए बेट्स मैन पर “झल्ले “ने आँखें टिकाई

अधिनस्त पत्रकार के बलात्कार के आरोप में चहूँ और से घिरे हैं तेजपाल तहलकाई
जिन्हे बचाने के चक्कर में मैनेजिंग एडिटर शोमा चौधरी ने भी अपनी नौकरी गवाईं
भाजपा ने अपनी पुरानी खुंदक निकालने को गोआ से पोलिस तेजपाल के पीछे लगाईं
सुषमा स्वराज ने भी ट्विट करके तेजपाल के मामा कपिल सिब्बल कहानी बनाई
कांग्रेसी कपिल सिब्बल कौंध गए सुषमा स्वराज पर झट मीडिया में चुनौती दे डाली
नहीं कोई मामा ,नाही कोई भांजा और तहलकाई तेजपाल से पट अपनी जान छुड़ाई
शोमा और कपिल की विकेट्स डाउन अब नए बेट्स मैन पर “झल्ले “ने आँखें टिकाई