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शुक्र है राहुलगांधी शिकागों वालों से सम्वाद कर रहे थे वरना भूकम्प का केंद्र दिल्ली ही होता

#चिंतितपर्यावरणविद
ओए झल्लेया! ये हसाडी जन्नत सरीखी कायनात को किस भेडे की भेड़ी नजर लग गई ।ओए कोरोना के बाद जलप्रलय और अब 6.3 की तीव्रता वाला भूकम्प । और वोह भी रात को 10.34 पर आया।
झल्ला
भापा जी!राहुलगांधी ने तो पहले ही कह रखा था कि वोह बोलेंगे तो भूकम्प आ जायेगा।आपलोग फिर भी नही माने और यूँकि प्रेसकांफ्रेंस के बावजूद रात 9 बजे राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा का अवमानना करने का नोटिस लेकर आ गए। ये तो गनीमत रही कि राहुलगांधी शिकागो विश्वविद्यालय के छात्रों से डिजिटल तरीके से संवाद कर रहे थे, इसीलिए भूकंप से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत अनेक स्थानों पर लोगों में केवल दहशत ही फैली । सोचो कि अगर काँग्रेसनेता अगर लोक सभा मे बोल रहे होते तो क्या होता?अरे भाई !भूकम्प का केंद्र कजाकिस्तान में ना होकर सीधा दिल्ली ही होता और भूकंप विज्ञान विभाग की भूल सही हो जाती