केंद्र सरकार ने विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के तीन और प्रस्तावों को स्वीकृति दी
केन्द्र सरकार ने विदेशी प्रत्यक्ष निवेश[ FDI ]के लगभग 38.09 करोड़ रुपये के 3 और प्रस्तावों को मंजूरी दी है।
इससे पूर्व 6 अगस्त, 2013 को जारी विज्ञप्ति में बताया गया था कि सरकार ने विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के लगभग 343.99 करोड़ रुपये के 12 प्रस्तावों को मंजूरी दी है और यह भी बताया गया था कि विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के 6 प्रस्तावों पर फैसला बाद में लिया जाएगा। सरकार ने अब इन 6 प्रस्तावों पर विचार करने के बाद इनमें से 3 प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान कर दी है,
(२) प्रस्तावों को फिलहाल स्थगित रखा गया है और
(१) प्रस्ताव आवेदक द्वारा वापस ले लिया गया है।
जिन 3 प्रस्तावों को स्वीकृत किया गया है, उनका विवरण इस प्रकार है:-
(अ ) मैसर्स मीगाट्रॉनिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, चेन्नई- इस कम्पनी का प्रस्ताव पूरी तरह से विदेशी स्वामित्व वाली सहायक कम्पनी वेल्डिंग उपकरण कम्पनी की स्थापना के संबंध में कार्योंपरांत स्वीकृति के संबंध में है। इसके लिए 2 करोड़ रुपये का विदेशी प्रत्यक्ष निवेश पहले भी आ चुका है।
(आ ) मैसर्स फ्रैंक्लिन टेम्पलटन ऐसेट मैनेजमेंट (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, मुबंई- इस कम्पनी का प्रस्ताव पूरी तरह से विदेशी स्वामित्व वाली सहायक कम्पनी संपदा प्रबंधन कम्पनी के संबंध है, जो विभिन्न वैकल्पिक निवेश फंडों (एआईएफ) के लिए निवेश प्रबंधक के रूप में कार्य करेगी और सेबी (एआईएफ) के उपनियमों के अंतर्गत निर्धारित अनिवार्य राशि देगी।
(इ ) मैसर्स इक्विटास होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड- इस कम्पनी का प्रस्ताव एक निवेश कम्पनी में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के प्रतिशत में वृद्धि से संबंधित है, जो आवासी से गैर-आवासी शेयर होल्डरों को शेयरों के हस्तांतरण के कारण हुआ है। इसके लिए 36.09 करोड़ रुपये का विदेशी प्रत्यक्ष निवेश हो चुका है।
मैसर्स कैसलटन इन्वेस्टमेंट लिमिटेड, मॉरीशस और मैसर्स ग्लैक्सो स्मिथ क्लाइन प्राइवेट लिमिटेड, सिंगापुर का प्रस्ताव और मैसर्स यूरेकेट इंडिया कैटलिस्ट सर्विसिस प्राइवेट लिमिटेड, गुजरात का प्रस्ताव फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
मैसर्स आईएल एंड एफएस सिक्योरिटीज़ सर्विसिस लिमिटेड ने दो भारतीय कम्पनियों से संबंधित प्रस्ताव वापस ले लिया है।