झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
एक क्रिकेट प्रेमी
ओये झल्लेया ये तो बड़ा जुल्म हो गया ओये २३ साल लगातार क्रिकेट खेल कर ४०००० रन ठोक कर हसाड़े सचिन तेंदुलकर bhartiy क्रिकेट टीम की रीड की हड्डी बने थे मगर अब उन्हें बीच में ही वन डे क्रिकेट से संन्यास लेने को मजबूर कर दिया गया |ओये अब एक दिवसीय मैचों में सचिन के जलवे नहीं दिखेंगे हसाड़ी क्रिकेट टीम का क्या होगा?
झल्ला
ओ बाबू साहब जी ये आपकी टीम की रीड की हड्डी सचिन ने जब से दो नावों [क्रिकेट+राजनीती]की सवारी शुरू की है तभी से कईयों के गले की हड्डी बने हुए हैं | झल्लेविचारानुसार सचिन को तो बहुत पहले से रिटायर होने की सलाह दे रहे थे इसीलिए सचिन को अपने संन्यास की सच्ची घोषणा कर देनी चाहिए थी| मगर ये अपनी मर्जी से ही क्रिकेट छोड़ने की बात करते रहे |अब टेस्ट क्रिकेट की पिच पर भी धेर्य नहीं रख पाए अगर पहले संन्यास ले लेते तो यह तो नहीं कहना पड़ता
बड़े बेआबरू होकर वन डे की पिच से सचिन निकले