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Category: Crime

तेलंगाना के वर्तमान गठन को बकवास नही बल्कि महा बकवास बता कर तुरंत पुनर्विचार शुरू कर देना चाहिए


झल्ले दी झल्लियाँ गल्ला

चीयर लीडर कांग्रेसी

ओये झल्लेया देख तो इन राजनितिक पार्टियों ने तेलंगाना को लेकर क्या गुल खिला रखा है पहले सभी दलों ने एक मत होकर एक जुट होकर अलग तेलंगाना राज्य के गठन का समर्थन किया और अब आंध्र प्रदेश के साथ ही दिल्ली में भी राजनीती चमकाने आ रहे हैं ओये और तो और हसाड़े केन्द्रीय मंत्री और मुख्य मंत्री भी आँखें दिखाने लग गए हैं जगन मोहन रेड्डी आंध्र प्रदेश में अनशन कर रहे है यहाँ तक कि खुड़ेडे लाइन लगे हुए टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू ने तो दिल्ली में भूख हड़ताल शुरू कर दी है। भाई कांग्रेस ऐसी पार्टी नहीं है जो आये दिन अपने फैसले बदलती फिरे

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी महाराज आप ज़रा मेरा ज्ञान वर्धन करने के लिए कष्ट करो और बताओ कि दागी सांसदों के बारे में विधेयक को बकवास बताने भर पर ही आप लोगों ने उसे वापिस ले लिया और अब तक उस के कसीदे पड़े जा रहे हैं लेकिन आंध्र प्रदेश में विभाजन को सब तरफ आग लगी हुई हैं+कर्फ्यू थोप गया है+शूट एट साईट के आर्डर दिए जा चुके हैं +ट्रेने बंद हैं+यहाँ तक कि बिजली भी गुल है इस पर भी आप लोग केवल तेलंगाना की १७ सीटों को हथियाने के लिए ४२ सांसदों वाले प्रदेश को आग में झोंके दे रहे हैंअरे इसे तो बकवास से भी महा बकवास कह कर तुरंत पुनर्विचार शुरू कर देना चाहिए

आंध्र प्रदेश के विभाजन के खिलाफ लड़ाई को देश की राजधानी में ला कर तेदेपा अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने आज दिल्ली में अनशन स्थल बनाया

[नई दिल्ली] आंध्र प्रदेश के विभाजन के खिलाफ लड़ाई को देश की राजधानी में ला कर तेदेपा अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने आज दिल्ली में अनशन स्थल बनाया आंध्र प्रदेश के विभाजन के खिलाफ लड़ाई को देश की राजधानी में ला कर तेदेपा अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने आज अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू की और कांग्रेस पर लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीति करने का आरोप लगाया।तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने आज सोमवार को आंध्र प्रदेश के बंटवारे से बिगड़े हालात को लेकर दिल्ली में अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है। जंतर-मंतर पर अनशन की इजाजत न मिलने के कारण उन्होंने आंध्र भवन को अपना अनशन स्थल बनाया है अनशन से पहले नायडू ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर आंध्र की स्थिति को न समझने के लिए ‘इटैलियन’ में बोलकर कटाक्ष भी किया। इटैलियन में उन्होंने कांग्रेस राज्य के लिए ‘इमोब्लिज़मो’ शब्द का प्रयोग किया ‘इमोब्लिज़मो’ का मतलब है कि कुछ भी बदल नहीं रहा।उन्होंने केंद्र सरकार पर आंध्र प्रदेश के बिगड़ते हालात को न समझने का आरोप लगते हुए कहा, ‘पिछले 70 दिन में कांग्रेस सरकार ने जो कुछ किया है, आंध्र प्रदेश के आम आदमी का उन पर से विश्वास उठ गया है। सरकार ही नहीं राजनीतिक दलों से भी लोगों का विश्वास उठा है। आज वहां हालात जस के तस है। सरकार में कोई विश्वास नहीं है। इटैलियन में इसे ‘इमोब्लिज़मो’ कहते है। ‘इमोब्लिज़मो’ का मतलब है कि कुछ भी बदल नहीं रहा।’
आंध प्रदेश के विभाजन के विरोध में 30 हज़ार कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं, जिस वजह से हैदराबाद समेत कई इलाकों में बिजली सप्लाई ठप हो गई है।इसके अलावा कई ट्रेनों पर भी बिजली सप्लाई का असर पड़ा है। इसी वजह से चेन्नई सेंट्रल से विजयवाड़ा को जाने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है। वहीं, चेन्नई से गुंटूर जाने वाली पेसेंजर ट्रेन और विजयवाडा से पिनाकिनी एक्सप्रेस के अलावा और भी कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया |हैदराबाद: विभाजन विरोधी आंदोलकारियों द्वारा बड़े पैमाने पर की जा रही हिंसा के कारण विजयनगरम शहर में कफ्र्यू लगा दिया गया है और पुलिस को लोगों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिये गये हैं।
इन आदेशों का उल्लंघन करते हुए लोग विजयनगरं तथा अन्य स्थलों पर सड़क पर उतर आये और पुलिस के साथ उनका टकराव हुआ। भाषा के अनुसार बाहरी हिस्से कोठापेटा में पथराव कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने रबड़ की गोलियों का इस्तेमाल किया और पाल्लीवेधी इलाके में भीड़ पर लाठीचार्ज किया।
आंध्र प्रदेश राज्य से अलग कर तेलंगाना राज्य बनाने के केन्द्रीय कैबिनेट के निर्णय के बाद से तटीय आंध्र का शहर विजयनगरम में अशांति है।: उधर जगन मोहन रेड्डी का आन्ध्र में धरना भी जारी है |

तेलंगाना के कांटे के दर्द को देश भर में गुंजाने के लिए चन्द्र बाबु नायडू आज दिल्ली में चीखेंगे


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक चिंतित कांग्रेसी

ओये झल्लेया ये हसाड़े नाल क्या खेल हो रहा है ओये विभाजन होना है आन्ध्र प्रदेशका +आग लगी है सीमान्ध्र में कर्फ्यू थोपा गया है तटीय विजयनगरम में और ये चन्द्र बाबु नायडू अपनी राजनीती चमकाने के लिए हसाडी सोणी दिल्ली में अनशन करने आ रहे हैं ओये अब देखो जगन मोहन रेड्डी भी तो विरोध दर्ज़ कार रहे हैं लेकिन वोह आन्ध्र प्रदेश में ही रह कर विभाजन का विरोध कर रहे हैंओ यारा एक तरफ तो हम लोग चुनावों के लिए भाजपा के साथ “आप” पार्टी के साथ सर खपा रहे हैं और अब ये नई नायडू की विपदा भी झेलनी पड़ेगी|

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी अब देखो आन्ध्र प्रदेश में चल रहे जगन मोहन रेडी के अनशन से आप जी के हुकुमरानों के कानो पर जूं तक नहीं रेंगी +विजयनगरम में आगजनी की आंच आप तक नहीं पहुंची+तटीय छेत्रों में फायरिंग के धमाकों से आप लोग चेते नहींयहाँ तक की बी बी सी जैसे अन्तराष्ट्रीय चैनलों पर दिखाए जा रहे हृदय विदारक द्रश्यों से आअप्कि पलकें नहीं झपकी | ऐसे में तो माननीय आपके नजदीक आ कर ही चिल्लाना जरुरी हो जाता है वैसे कहा भी गया है के जब तक अपने पैरों में काँटा नहीं चुभे तब तक दूसरों के कष्टों का अहसास नहीं होता|इतिहास भी गवाह है के दिल्ली में अगर काँटा चुभे तो चीखें दुनिया भर में गूंजने लगती है|

जयराम रमेश जैसे मंत्री दर्जी नहीं ड्रेस डिज़ाइनर के युग में जीते हैं तभी सितारा होटल में ग्रामीण विकास का आश्वासन देते हैं


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

जनता दल [यूं ]का चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये हसाड़े मुख्य मंत्री नितीश कुमार की शतरंज रंग लाने लग गई है देखा कांग्रेस के एडे वड्डे
केन्द्रीय मंत्री जय राम रमेश ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए कांग्रेस में से ही दर्जी तलाशने का आश्वासन दे दिया है ओये उन्होंने तो बिहार को पिछड़ा राज्य बता कर विशेष आर्थिक सहायता की वकालत भी की है झल्लेया अब तो बिहार की दशा सुधारनी शुरू हो जायेगी|

झल्ला

ओ मेरे भोले साथी कांग्रेस के केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश जैसे मंत्री दर्जी नहीं ड्रेस डिज़ाइनर के युग में जीते हैं तभी उन्होंने सितारा होटल में प्रेस से वार्ता करके बिहार की गरीबी को दूर करने की वकालत की है

ओवर लोडिंग को रोकने के लिए पटना में गाँधी सेतु के समीप हाई टेक चेक पोस्ट शुरू किया गया

[पटना] ओवर लोडिंग के अभिशाप के विरुद्ध आज गाँधी सेतु उत्तरी भाग स्थित टोल प्लाजा के पास हाई टेक चेक पोस्ट शुरू किया गया |परिवहन और सूचना जन संपर्क मंत्री वृषिण पटेल ने इस चेक पोस्ट का उद्घाटन किया और कहा “आओ मिल जुल कर ऎसी फिजा तैयार करें कि देखने वालों को उजाले का अहसास हो”
इस अवसर पर मंत्री ने बताया कि ओवर लोडिंग के माफिया की संथ गाँठ की शिकायते प्राप्त हो रही हैं यहाँ तक कि सरकारी वाहनों में भी ओवर लोडिंग हो रही है|इसीकारण गाँधी सेतु की स्थिति निरंतर खराब हो रही है|बेशक राजस्व प्राप्ति २५० करोड़ से ९०० करोड़ हो गई है लेकिन ओवर लोडिंग कि बदनामी अभी भी है|
परिवहन विभाग के प्रधान सचिव आर के महाजन +वैशाली के जिलाधिकारी जीतेन्द्र श्रीवास्तव+पोलिस अधीक्षक सुरेश चौधरी+राजेश मीणा+आदि अनेकों गन मान्य उपस्थित थे|

Gujarat is exemplary and Congress ruled Delhi Is Negatively at the top.SoCAG Reporting malnutrition is otherwise:B J P

Bhartiya Janata Party[ B J P] has ,today, come in support of Narender Modi and refuted the charges of malnutrition in Gujrat ,,and called Congress allegation ,a bundle of, falsehood. It has been claimed that by the b j p that The record of Gujarat is exemplary and Congress ruled Delhi Is Negatively at the top .So The CAG report is otherwise.
Ravi Shankar Prasad, MP & Deputy Leader of Opposition in Rajya, Sabha In a Press Briefing, said “entire campaign on the issue of malnutrition unleashed by the Congress against the Gujarat Government is false and malicious”
It may be noted that CAG report no. 22 of 2012-13 relating to performance audit of ICDS scheme (relating to malnutrition) is before the Parliament and is also available on the website of CAG. Annexure 6.4 of the said report contains State wise Nutritional Status of Children from the year 2006-07 to 2010-11. This shows that all the BJP State Government have done remarkably well in reduction of grade I & II malnutrition. Grade III & IV i.e. severe malnutrition is below 1% in all the States except two.
Gujarat has done remarkably well in reducing it from 70%(69.83) to 34%(34.21%) if the data of March 2013 is taken it is 25.09%. In comparison the record of all Congress led State Government except Maharashtra has been very poor in reducing it. The entire data was provided by the Ministry of Women and Child development. The comparative chart shown in Annexure 6.4 (refer to paragraph 6.3.2) of CAG report no. 22 of 2012-13 is reproduced below.
BJP State==2006-07======(Malnourished grade I & II)%===============2010-2011%=
[1][A]Chhattisgarh=============52.96===============================36.50
[B]Gujarat==================69.83===============================34.21
[C]Madhya Pradesh==========48.86===============================26.61
[D]Karnataka=================53.08=============================36.66
[2]Congress State
2006-07=================(Malnourished grade I & II)================2010-2011=
[A]Andhra Pradesh============53.10==============================48.63
[B]Assam===================38.72===============================30.86
[C]Haryana=================45.23================================42.90
[D]Kerala==================38.73================================36.83
[E]Maharashtra=============45.26=================================20.71
[F]Rajasthan===============53.82=================================42.80
[G]Delhi===================54.28=================================49.87
[3]Other Big State
2006-07=============(Malnourished grade I & II)====================2010-2011==[A]Bihar===================N/A===================================56.17
[B]Orissa==================55.72==================================49.71
[C]Uttar Pradesh==============52.07=================================40.72
The chart presented by Ravi Shanker Prasad shows that among the big States the BJP ruled have done very well in reducing the number of malnutrition. Gujarat has done indeed very well by reducing it from 70% to 34% and now to 25%. In Gujarat as per June 2013 percentage of severely underweight children has come down to 1.61%. on the contrary except Maharashtra the performance of all the Congress led Governments has been very-very poor in reducing malnutrition which stand confirmed by the data of the Ministry of Women and Child Development, Government of India.

चौधरी अजित सिंह अरबों रुपयों की लेनदारी तो वसूल नहीं पा रहे अब एयर इंडिया के निजी करण के लिए बयानों के लट्ठ घुमा रहे हैं


झल्ले दी झाल्लियाँ गल्लां

वाम पंथी चिंतित नेता

ओये झल्लेया ये चौधरी अजित सिंह को कौन सा कीड़ा काट गया ओये अच्छे खासे चलते चलते अब सरकारी करियर एयर इंडियाका निजीकरण करने पर तुल गए हैं|ओये[१] निजी एयर लाइन्स से दो हज़ार करोड़ की लेन दारी इनसे वसूली नही जा रही[२] ड्रीम लाइनर की एवज में बोइंग कंपनी से हर्जाना माँगा नहीं जा रहा[३] इनसे विदेशी निवेश लाया नहीं जा रहा[४] अपने गृह प्रदेश के साथ मंडल में भी छोटे एयर पोर्ट के निर्माण के लिएइनकी दाल नहीं गल रही ऐसे में अब ये महाशय एयर इंडिया के ही निजी करण के लिए लट्ठ घुमाने लग गए हैं|सिविल एविएशन मंत्री की हेसियत से चौधरी अजित सिंह ने चुनावों से मात्र छह महीने पहले मीडिया के समक्ष फरमाया है कि यदि राजनितिक इच्छा शक्ति जागृत हो जाये तो एयर इंडिया को ज़िंदा रखने के लिए इसका निजी करण किया जाना चाहिए|ओये ये लोग अपने खर्चे तो कम नहीं कर रहे उलटे बड़े जहाज भर कर लोगों को फ्री में लन्दन तक की सैर करा रहे हैं और अपनी पार्टी के लिए निशुल्क पब्लिसिटी लेने में लगे हैं और दूसरी तरफ ऐसे कर्मचारी विरोधी ब्यान देने में लगे हैं|

झल्ला

ओ मेरे भोले कामरेड ये तो आप जी ने भी मान लिया कि चुनाव आ रहे हैं ऐसे में चौधरी अजित सिंह की सारी उड़ानों पर पाबन्दी लगनी शुरू हो गई है| बेशक इनकी एयर इंडिया बेल आउट की मोहताज है लेकिन इसके बावजूद कंपनी ने बीते दिनों साडे छह हज़ार करोड़ रुपयों के बेल आउट की मांग कर दी इसमें से जितनी राशि इस वर्ष दी जानी थी उस पर भी वित्त मंत्रालय ने वीटो लगा दिया | चुनावों में इनकी पार्टी तीन सांसदों को तेरह करने में जुटी है मगर उत्तर प्रदेश में सपा की साइकिल से बार बार धकेला जा रहा हैअब ये तो आप भी मानोगे कि २००९ में दस सीटों पर चुनाव लड़ा पांच पर जीते इनमे से भी दो भाग गए अब बचे तीन इन्हें तेरह करके ही अगली संसद में दाएँ तरफ अच्छी सीट मिल सकेगी इसीलिए लगता है कि चौधरी अजित सिंह जिस तरह बयानों के लट्ठ घुमा रहे हैं उन्हें यूं पी ऐ से पर्याप्त सीटें नहीं मिल रही |कांग्रेस का बाहर से समर्थन कर रही सपा के चलते जाट और मुस्लिम समीकरण भी बिगड़ गया है ऐसे में कामरेड नए विकल्प तलाशना तो जायज है और उसके लिए इस प्रकार से भूमिका बाँधना तो बनता ही हैक्यों ठीक है न ठीक ?

सपा सरकार की तुष्टिकरण की नीतियों के खिलाफ भाजपा के ११३६ कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी

[मेरठ]सपा सरकार की तुष्टिकरण की नीतियों के खिलाफ भाजपा के ११३६ कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी मुजफ्फर नगर में हिंसा को लेकर सपा की सरकार के खिलाफ आज तीसरे दिन भी भाजपा का धरना जारी रहा|
११३६ कार्यकर्ताओं ने तुष्टिकरण की सरकरी निति का विरोध करते हुए शांति पूर्वक गिरफ्तारी दी|
मंगल पण्डे नगर में आयोजित इस धरने में विधायक लोकेन्द्र सिंह ने कहा के बहनों के सम्मान से कोई समझौता नहीं किया जाएगा|इसके लिए सड़क से विधान सभा तक लड़ाई जारी रखी जायेगी|

सपा सरकार की तुष्टिकरण की निति के विरोध में भाजपा का मेरठ में धरना

सपा सरकार की तुष्टिकरण की निति के विरोध में भाजपा का मेरठ में धरना


पूर्व केन्द्रीय मंत्री छत्र पल सिंह ने काबिना मंत्री आजम खान की भूमिका पर प्रश्न चिन्ह लगाये और सरकार पर बिरादरीवाद+बदमाशों के सरंक्षक+मुस्लिम परस्त होने के आरोप लगाये|
चन्द्र मोहन सिंह+पूर्व विधायक अमित अग्रवाल+राखी त्यागी+संजय+अशोक विधुरी+अश्विनी त्यागी+डी के शर्मा+ सत्य पाल सैनी+वसीक राना+शम्भू सिंह+जय प्रकाश +मनोज पोसवाल+चन्द्र प्रकश त्यागी+उमा चतुर्वेदी+चौ.देवेन्द्र सिंह+राम पाल सिंह पुंडीर+ प्रवेश त्यागी+राकेश सिरोही+जय करण गुप्ता+अजित सिंह आदि ने धरने में भाग लिया|
भाजपा के छेत्रिय मीडिया प्रभारी अलोक शिशोदिया ने बताया के आज ११३६ कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी धरना चौथे दिन भी जारी रहेगा|

आर्डिनेंस को वापिस लेने के दावं से फायदा पहुंचेगा या नही परन्तु शेष बची अवधि में सरकार का चेहरा बदरंग हो गया है:सीधे एल के अडवाणी के ब्लाग से

भाजपा के वयोवृद्ध नेता और वरिष्ठ पत्रकार लालकृष्ण आडवाणी ने ‘दि इण्डियन एक्सप्रेस‘ के सम्पादकीय के माध्यम से सरकारी फैसलों में बाधा डालने के लिए राहुल गाँधी की आलोचना करते हुए इसे सरकार का बदरंग चेहरा बताया है | अपने नए ब्लॉग के टेलपीस (पश्च्यलेख) में कहा है कि बेशक डॉ मन मोहन सिंह ने पी एम् पद छोड़ने की संभावनाओं से इंकार किया है केलिन उनकी शेष बचे कार्यकाल में इस्तीफे का ज्यादा तुक नहीं है।
राहुल गांधी ने विधेयकों पर अपनी स्थिति पूरी तरह साफ नहीं की है।
शासन सम्बन्धी मामलों पर उनके विचार ज्ञात नहीं हैं परन्तु
सरकारी फैसलों में बाधा डालने की उनकी शक्ति साबित हुई है।
अब उनकी चुप्पी और मुखर तथा ज्यादा दुविधापूर्ण प्रतीत होगी।
आने वाले चुनावों में यह दांव कांगेस की राजनीतिक तौर पर फायदा पहुंचाएगा या नहीं परन्तु शेष बची अवधि में सरकार का चेहरा बदरंग हो गया है।

“आप” ने केजरीवाल को मुख्य मंत्री प्रोजेक्ट किया,सत्ता प्राप्त होने पर सबसे पहले अन्ना हजारे के जन लोक पाल को पास करने का आश्वासन भी दिया

आप ने केजरीवाल को मुख्य मंत्री प्रोजेक्ट किया,सत्ता प्राप्त होने पर सबसे पहले अन्ना हजारे के जन लोक पाल को पास करने का आश्वासन भी दिया आम आदमी पार्टी[आप]ने आज दिल्ली के मुख्य मंत्री केप्रत्याशी के रूप में अरविन्द केजरीवाल को प्रोजेक्ट करके कांग्रेस और भाजपा को अपने सियासी कार्ड खोलने को बाध्य किया | अपनी पार्टी की जीत के प्रति आश्वस्त आप ने यह भी आश्वासन दिया कि सत्ता में आने पर सबसे पहले 29 दिसंबर को दिल्ली विधानसभा स्पेशल सत्र बुलाया जाएगा और अन्ना हजारे की उम्मीदों का जनलोकपाल बिल पास कराया जाएगा|
मुख्य चुनाव अधिकारी[CEC] की घोषणा के अनुसार 4 दिसंबर को दिल्ली विधानसभा के चुनाव होने हैं। जिसके नतीजे 8 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।और 15 दिसंबर तक ‘आम आदमी पार्टी’ की सरकार बन जाएगी।
29 दिसंबर को दिल्ली विधानसभा स्पेशल सत्र बुलाया जाएगा और वही जनलोकपाल बिल (जिसका नाम दिल्ली जनलोकपाल बिल होगा) सबसे पहले दिल्ली में पास किया जाएगा, इसी के लिए अन्ना हजारे को रामलीला मैदान में 13 दिन का अनशन करना पड़ा था। यह स्पेशल सत्र दिल्ली विधानसभा के हॉल में नहीं होगा। यह सत्र दिल्ली के रामलीला मैदान में होगा। इस सत्र को देखने के लिए दिल्ली की सारी जनता को आमंत्रित किया जाएगा।
16 अगस्त 2011 से अन्ना हजारे जी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन किया था। अन्ना के 13 दिन के अनशन के बाद संसद में बैठकर सारी पार्टियों ने प्रस्ताव पारित किया था कि अन्ना जी हमें आपकी तीनों शर्तें मंजूर हैं।
आज दो साल हो गए। लेकिन अभी तक उन्होंने लोकपाल बिल पास नहीं किया। अन्ना जी के अनशन के दौरान लाखों लोग रामलीला मैदान आएं थे। देशभर से करोड़ों लोगों ने इस आंदोलन का समर्थन किया। प्रधानमंत्री ने और इन सभी पार्टियों ने देश के लोगों को धोखा दिया है।
29 दिसंबर, 2013 को ‘आम आदमी पार्टी’ की सरकार अन्ना जी का वो जनलोकपाल बिल दिल्ली में पास करके, दिल्ली के उन लाखों लोगों का सपना पूरा करेगी। इस ऐतिहासिक घड़ी को देखने के लिए और दिल्ली विधानसभा के उस स्पेशल सत्र के गवाह बनने के लिए लाखों की तादाद में 29 दिसंबर को फिर से लोग रामलीला मैदान में इकट्ठे होंगे। भ्रष्टाचार और महंगाई से छुटकारा पाने का लोगों का सपना सबसे पहले दिल्ली में पूरा होगा।गौरतलब है कि कांग्रेस और भाजपा ने अभी तक दिल्ली के भावी सी एम् के रूप में किसी नाम को आगे नहीं बढाया है बीते दिन मुख्य मंत्री शीला दीक्षित ने यह तो दवा किया था कि चौथी बार दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनेगी मगर मुख्य मंत्री कौन होगा इस परउन्होंने कन्नी काट ली थी अब आप पार्टी के केंडीडेट की घोषण से कांग्रेस और भाजपा को अपने सियासी कार्ड खोलने के लिए स्वाभाविक दबाब बनेगा |