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Category: Jhalli Gallan

सी बी आई ,अगर, असंवैधानिक हो गई तो चुनाव किसके बल पर जीते जायेंगे

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

उत्तेजित+आक्रोशित+आतंकित कांग्रेसी

ओये झल्लेया ये कैसे हो सकता है ? गुवाहाटी हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति आइए अंसारी व इंदिरा शाह की डिवीजन बेंच ने हसाड़ी एक मात्र सी बी आई अरे हाँ हाँ सेंट्रल ब्यूरो आफ इन्वेस्टीगेशन के १९६३ में हुए गठन को गैर कानूनी + असंवैधानिक घोषित कर दिया है ओये हम तो इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जायेंगे

झल्ला

हाय राम अभी तक तो सी बी आई की कार्यप्रणाली को ही असंवैधानिक बताया जाता था लेकिन अब तो पूरी सी बी आई ही गैर कानूनी हो गई |चतुर सुजाण जी अब आप लोग चुनाव किसके बल पर जीतोगे

अडवाणी घर बैठे ही इतिहास की खोदाई में लगे हैं और रोज अस्थि पंजर निकाल कांग्रेसियों को जवाब देने को मजबूर कर रहे हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

उत्साहित भाजपाई

ओये झल्लेया एवेंए लोगी हसाडे लाल कृषण अडवाणी जी को बुड्डा कह रहे हैं देख तो आजकल उन्होंने कांग्रेसियों की साँसे फुला दी हैं|बेशक नरेंदर भाई मोदी भाजपा की रैलियों में अपनी ताकत दिखा रहे हैं लेकिन हसाडे डड्डा आडवाणी तो घर बैठे बैठे ही अपने ब्लॉग से अपने सरदार वल्ल्भ भाई पटेल और कांग्रेसियों के जवाहर लाल नेहरू में विवाद की बात उठा कर तहलका मचा रहे हैं| हैदराबाद और अब जे & के में नेहरू की असफल पालिसी को उजागर करके रख दिया है|पहले ब्लॉग में उन्होंने नौकरशाह एम् के के नायर की किताब का हवाला दिया तो सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने नाक भोएं सिकोड़ी इस पर अब डड्डा ने नेट पर उपलब्ध रीडिफ़ के हवाले से फील्ड मार्शल सैम शा के इंटरव्यू में से जे & के कांग्रेसी नीतियों को भी खोल कर रख दिया है

झल्ला

वाकई कांग्रेसी साधू+स्वामी+संत+महात्मा [जो भी कहों] के आदेश से उन्नाव के किले की खोदाई से खजाना तो निकला नहीं हां आपजी के अडवाणी की इतिहास की खोदाई में जरुर ऐतिहासिक अस्थि पंजर मिल रहे हैं और ये अस्थि पंजर ऐसे हैं कि जिन पर कांग्रेसी मनीष तिवारी तक को भी जवाब देना पड़ रहा है |इसीलिए कहा जाता है कि घर की बारात में एक बुजुर्ग का होना लाजमी है वक्त -बेवक्त बड़े काम आता है

टाइमपास झल्ली शायरी

9/11/2013
मन में पी एम् पद की चाह लिए मोदी चले बनने दौर का महा मानव
मनीष तिवारी ने थाम ली ये लगाम और उवाच दिए नरेंदर को दानव
२००२ में जिसे कहा मौत का सौदागर उ स को ११ साल बाद दिया और एक नया नाम
महंगाई ,भष्टाचार ,बेरोजगारी,अपराध से जन जन का जीना हो रहा है दुश्वार
लगता है कि सत्ता कुमारों को पर्यायवाची ठोकने के अलावा नहीं दूसरा कोई काम
सरकारे आलिया का फरमान है,३६० टीवी चैनलों सुधर जाओ ,मोदी मोदी चिल्लाना करो बंद राहे फतह में ना रोड़े अटकाओं,
प्रधान मंत्री की राष्ट्रीय दिवस पर स्पीच का कुछ तो रखो मान ,नरेंदर मोदी से तुलना करके हमारी जग में हसाईँ न कराओ
इतना रखना याद ये यह सिर्फ सलाह नहीं कोई धमकी ख़ास ,लेकिन हुई अगर हुकुम अदूली तो फिर बचने की मत रखना आस
रहनुमा हो तो हुजूर रहनुमाई करो ,बेरुखी से बददुआएँ क्यूँ खरीदते हो
इंसान हूँ इंसानियत ही है ईमान मेरा ,इंसानियत की खुश्बू को ही तरसता हूँ
आये हैं वोह मेरी कब्र पर कई उम्मीदों के साथ ,सितम गर ने अभी तक सितम ढाना नहीं छोड़ा
बन्दर तो बन गया इंसान, कुदरत का करिश्मा देखिये ,लो इंसान अब बन रहा हैवान, सियासी करिश्मा देखिये

उमर को सत्ता की उम्र बताने के लिए ,राहुल की जम्मू सरपञ्च सभा में, ड्रामे बाजी तो नहीं की गई ?

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

उत्तेजित कांग्रेसी

ओये झल्लेया देख तो यार हसाडे सोणे राहुल गांधी जी ने आतंक वाद से पीड़ित जम्मू में जाकर सरपंचो का ,हिम्मत से , सम्मलेन किया और पंचों को उनके अधिकार दिलाने की हिमायत की लेकिन काली जेकेट पहने खुद को और सम्मलेन को कांग्रेसी बताने वाले परीक्षित सिंह नाम के सरपंच ने माइक पर सीधे आकर चिल्लाना शुरू कर दिया कि वह तीन सालों से सरपंचों को ज्यादा अधिकार देने की बात कर रहा है। लेकिन उसकी बात राहुल गांधी तक नहीं पहुंचाई जा रही है।राज्य सरकार उन्हें अधिकार देना तो दूर उनकी सुरक्षा भी नहीं कर पा रही है|अरे भाई अगर राहुल गांधी ने इनकी बात नहीं सुननी होती तो वोह वहाँ जाते ही क्यों?हमें ख्वाहमखाः ड्रामा करने की जरुरत नहीं हैं

झल्ला

अरे मेरे चतुर सुजाण जी ठण्ड रखो ठण्ड |जे & के में नेशनल कांफ्रेंस के साथ आपकी ही सरकार है और आप कह रहे हैं कि आपके ही केंद्र के नियम कायदे कानून लागू नहीं कराये जा रहे तो इसे सरासर ड्रामे बाजी ही तो कहा जाएगा| वैसे झल्लेविचारानुसार आज कल मुख्य मंत्री उमर अब्दुल्लाह कुछ ज्यादा ही ब्यान बाजी के पर निकाल रहे हैं हो सकता है कि उमर को उनकी सत्ता की उम्र बताने के लिए यह ड्रामे बाजी की गई होगी |

डौंडियाखेड़ा में सोने के खजाने पर २०१४ के चुनावों तक राजनीतिक बौरापन चलता ही रहेगा

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आशावादी सरकारी भक्त

ओये झल्लेया निराश होने की जरुरत नहीं हैखजाना तो मिल के रहेगा |हसाडे विरोधी खोदाई में सोना न मिलने को लेकर आये दिन जनता को गुमराह करने पर तुल गए हैं|शोभन सरकार ने भी कह दिया है कि जहां विज्ञान खत्म हो जाता अध्यात्म वहां से शुरू होता|ये बात उन्होंने अपने आश्रम के कमरे में नहीं कही वरन सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में एलानिया कहा है| इसीलिए डौंडियाखेड़ा {उन्नाव} में राजा राव रामबख्श सिंह के किले से एएसआई के वैज्ञानिकों को हटा लिया जाना चाहिए |देख तो आधुनिक विज्ञान और आध्यात्मिक विज्ञान के बीच की लड़ाई में हसाडा खजाना मारा जा रहा है| उसके बाद हसाडे शोभन सरकार ओनली दो घंटे में खजाना निकाल कर रख देंगे |

झल्ला

बाबा जी आप तो पड़े लिखे बाबा हो आये दिन क्या ये ब्यान बाजी पर उतर आये हो |लगता है कि आपने यह नहीं पढ़ा कि कनक अर्थार्त सोना अर्थार्त गोल्ड की अधिकता अच्छे खासे आदमी को भी बौराए देती हैं|झल्ले के पुराने विचारानुसार २०१४ के चुनावों तक खजाने पर आप लोगों की राजनीतिक ब्यान बाजी चलती ही रहेगी|

प्रवासी भारतीय दिवस पर प्रवासियों को केवल चुनावी फंड के लिए ऐ टी एम् नही समझा जाये

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया तैयार हो जा अगले साल के जनवरी की 7 से ९ तारीख को हम लोग अपनी दिल्ली में 12वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्‍मेलन का आयोजन करने जा रहे हैं |इसमें युवा प्रवासी भारतीयों के साथ पीढ़ियों के सम्बन्ध प्रगाढ़ किये जायेंगे उनके सपनों को पूरा करने वाले क्षितिज के नए द्वार खोले जायेंगे

झल्ला

मेरे चतुर सुजाण जी ये बात सुनने में तो बहुत अच्छी लग रही हैकि इस सम्मलेन में युवा प्रवासियों को भारत के विकास के साथ जोड़ने के प्रयास किये जायेंगे लेकिन चतुर जी ९ जनवरी १९१५ में महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रिका से भारत लौटे थे कम से कम उनकी स्मृति में ही प्रवासी प्रतिभाओं को स्वदेश में अवसर प्रदान करने केलिए प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री श्री व्‍यालार रवि अगर कोई पहल या घोषणा कर देनी चाहिए ये तो महात्मा गांधी के उदहारण से ही स्प्ष्ट हो जाता है कि ये लोग राष्‍ट्र की प्रगति के लिए इंजन का काम कर सकते हैं|मगर दुर्भाग्य से अभी तक इन्हें केवल चुनावी फंड इकट्ठा करने का ऐ टी एम् ही माना जाता रहा है|शायद इसीलिए अब इनकी प्रतिभा का भरपूर लाभ विकसित देश उठा रहे हैं |

उमर अब्दुल्लाह का जे & के में असर गायब हैं इसीलिए भाजपाई लहरें गिनना बेचारों की मजबूरी है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

क्रोधित भाजपाई

ओये झल्लेया देख तो कांग्रेसी छाजःके साथ साथ अब कांग्रेसी छन्नी नेशल कांफ्रेंस भी बोलने लग गई है| मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि हसाडे नरेंद्र भाई मोदी का भाजपा कैडर पर ही प्रभाव है, लेकिन देश में मोदी की लहर जैसा कुछ नहीं है|

झल्ला

अरे सेठ जी नॅशनल कांफ्रेंस के कब्जे वाली एक मात्र स्टेट जैसे जे & के में [१] सरे आम बैंक लुटे जा रहे हैं[२] आतंक वादी बेरोक टोक आ जा रहे हैं [३]यहाँ तक कि पाकिस्तानी झंडे फहराये जा रहे हैं इन सबको देख कर आप को यह नहीं दिखता कि जनाब उमर अब्दुल्लाह साहब का अपने राज्य में ही असर और लहर दोनों ही गायब हो चुकीं हैऐसे में अपनी दूकान चालाये रखने के लिए दूसरों की लहरें गिनना फिलवक्त मजबूरी हैं

चुनाव आयोग को आचार संहिता के उल्लंघन का जवाब देने के लिएराहुल गांधी के पास चार दिन हैं और चांदनी चार दिनों की ही तो होती हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

उत्तेजित कांग्रेसी

ओये झल्लेया हसाडे सोणे +भोले राहुल गांधी को किस गदिगेड में फंसाया जा रहा है | राहुल जी ने मुजफ्फरनगर दंगों के कुछ पीड़ित युवाओं के कल्याण के लिए आवाज क्या उठाई कि सारे पीछे ही पड़ गए |भाजपा ने तो राहुल जी पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से उनकी शिकायत तक कर दी |चुनाव आयोग को भी देखो इस आयोग ने उस शिकायत को रद्दी की टोकरी में डालने के बजाय उलटे राहुल जी से ही आचार संहिता के उल्लंघन केलिए जवाब तलब कर लिया और इसके लिए तय अंतिम तिथि यानि आज राहुल ने एक सप्ताह का समय माँगा तो चुनाव आयोग ने ओनली चार दिन का समय ही दिया| ये तो आप लोग भी जानते हो कि चुनावी व्यस्तता के चलते कितने झमेले होते हैंलगता है इन झमेलों में फंसाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है|

झल्ला

ओये मेरे चतुर सुजाण जी जिस प्रकार “आप” पार्टी को झाड़ू का चुनाव चिन्ह पाकर “आप” ने दिल्ली के चुनावों में आधी लड़ाई जीत ली है उसी प्रकार राहुल गांधी को भी चार दिनों की मोहलत जिताऊ साबित होगी नहीं समझे अरे चांदनी तो ओनली चार दिन की ही होती है|

चुनावी सर्वे के नतीजों में फेर बदल होने पर उस संस्था का प्रतिबंधन तो ठीक है मगर सभी को हांकना कांग्रेसी हताशा को ही दर्शाता है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी घरेड़ी

ओये झल्लेया ये चुनावी सर्वे के नाम पर क्या गंद उछाला जा रहा है ? जिसे देखो प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में घुस आया है और आये दिन प्री इलेक्शंस सर्वे के नाम पर अपनी दुकान चमकाने पर तुला है|ये कथित सर्वे निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा प्रायोजित होने के कारण अविश्वसनीय+त्रुटिपूर्ण,होते हैं और जनता को गुमराह करने वालें होते हैं बहुत हो चुका अब ये सब बंद होना चाहिए इसके लिए हमने३० अक्टूबर को चुनाव आयोग को भी लिख दिया है कि चुनावों के दौरान ओपीनियन पोल के प्रकाशन और प्रसारण पर रोक लगा दी जानी चाहिए

झल्ला

मेरे चतुर सुजाण जी राजीव गांधी के काल से लेकर कल तक चुनावी सर्वे आपकी सेहत के मन माफिक थे मुझे याद है विनोद दुआ[हिंदी]+प्रणोय[अंग्रेजी] रॉय चुनावी सर्वे+सम्भावनाएं दूर दर्शन पर जारी किया करते थे जो बेहद लोक प्रिय थे अभी भी अगर किसी भी सर्वे के नतीजों में फेर बदल हुआ है तो उसे तत्काल प्रतिबंधित कर देना चाहिए मगर आप जी के हाथ में सत्ता की लाठी है तो इसका मतलब ये नहीं कि अपना मकसद हल करने के लिए सभी को उसी लाठी से हांका जाए |

नीतिश कुमार ने बिहार में शिव सैनिकों की भाषा का प्रयोग किया और बाहर वाले[नरेंदर मोदी] को साफ करने का सन्देश दिया

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

जे डी [यूं ] के छूट भैय्या

ओये झल्लेया देखा हसाडे मुख्य मंत्री नितीश कुमार जी ने गुजरात के मुख्य मंत्री की किस तरह उतार कर रख दी| बेशक दूर के ढोल सुहावने लगते हैंलेकिन बिहार का भला बाहर से आया आदमी नहीं कर सकता |गुज्जू नरेंद्र मोदी ने तो बार बार लगातार बिहार का रास्ता ही पकड़ लिया है | बिहारियों का जीना हराम कर दिया है|अब जब पानी सर से ऊंचा उठ गया तो बिहारी नीतिश बाबू को भी कहना पड़ गया कि नरेंद्र मोदी तो बाहर का आदमी है और धनतेरस के दिन बिहार के लोगों ने जो झाडू खरीदे हैं, बाहर से आए कचरे को वे उसी से साफ करेंगे और अपने घर एवं बिहार को स्वच्छ बनाएंगे + बिहार से अंधेरे को सदा-सदा के लिए मिटा देंगे।

झल्ला

अरे मेरे भोले भैय्या जी अन्दर वाले बाहर वाले को साफ करने की भाषा तो मुम्बइकर शिव सैनिकों की है इसी भाषा को आप लोग क्रिटिसाइज करते आ रहे हैं और सवयम उसी भाषा का प्रयोग करने लग गए |अब या तो शिव सैनिक ठीक हैं या फिर आप भी कहीं ना कहीं गलत हो |क्यों जी में कोई झूठ बोलेया?