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प्रवासी भारतीय दिवस पर प्रवासियों को केवल चुनावी फंड के लिए ऐ टी एम् नही समझा जाये

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया तैयार हो जा अगले साल के जनवरी की 7 से ९ तारीख को हम लोग अपनी दिल्ली में 12वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्‍मेलन का आयोजन करने जा रहे हैं |इसमें युवा प्रवासी भारतीयों के साथ पीढ़ियों के सम्बन्ध प्रगाढ़ किये जायेंगे उनके सपनों को पूरा करने वाले क्षितिज के नए द्वार खोले जायेंगे

झल्ला

मेरे चतुर सुजाण जी ये बात सुनने में तो बहुत अच्छी लग रही हैकि इस सम्मलेन में युवा प्रवासियों को भारत के विकास के साथ जोड़ने के प्रयास किये जायेंगे लेकिन चतुर जी ९ जनवरी १९१५ में महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रिका से भारत लौटे थे कम से कम उनकी स्मृति में ही प्रवासी प्रतिभाओं को स्वदेश में अवसर प्रदान करने केलिए प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री श्री व्‍यालार रवि अगर कोई पहल या घोषणा कर देनी चाहिए ये तो महात्मा गांधी के उदहारण से ही स्प्ष्ट हो जाता है कि ये लोग राष्‍ट्र की प्रगति के लिए इंजन का काम कर सकते हैं|मगर दुर्भाग्य से अभी तक इन्हें केवल चुनावी फंड इकट्ठा करने का ऐ टी एम् ही माना जाता रहा है|शायद इसीलिए अब इनकी प्रतिभा का भरपूर लाभ विकसित देश उठा रहे हैं |