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अमेरिका में सिख बच्चों की प्रताड़ना को घृणा अपराध की श्रेणी में दर्ज किये जाने की सिफारिश

अमेरिका में सिख बच्चों की प्रताड़ना को घृणा अपराध की श्रेणी में दर्ज किये जाने की सिफारिश


संयुक्त राष्ट्र अमेरिका[यू.एस.ऐ.] में सिख बच्चों को डराने-धमकाने और प्रताड़ित किए जाने की घटनाओं को धर्म आधारित घृणा अपराध की श्रेणी में दर्ज किये जाने की सिफारिश की गई है|सिख बच्चों को डराने-धमकाने और प्रताड़ित किए जाने को गंभीर करार देते हुए अमेरिका के न्याय विभाग ने सिफारिश की है कि फ़ेडरल ब्यूरो आफ इन्वेस्टिगेशन [ एफबीआई] ने अब तक सिखों और हिन्दुओं के खिलाफ जितने अपराधों का पता लगाया है, उन्हें धर्म आधारित घृणा अपराध की श्रेणी में दर्ज किया जाना चाहिए।
न्याय विभाग के सहायक अटॉर्नी जनरल टॉम पेरेज ने कहा कि अंतरधर्म समूह इस बात का समर्थन कर रहे हैं कि एफबीआई की एकीकत अपराध रिपोर्ट में सिखों, हिन्दुओं और अरबों के खिलाफ जिन अपराधों का पता लगाया गया है, उन्हें घृणा अपराध की श्रेणी में दर्ज किया जाए।
पिछले हफ्ते पेरेज ओक क्रीक गए थे और गुरुद्वारे के सदस्यों तथा पदाधिकारियों से मुलाकात की थी। बीते अगस्त में नस्ली विचारधारा रखने वाले एक श्वेत व्यक्ति वेड माइकल पेज ने वहां के विस्कोंसिन गुरुद्वारे में गोलीबारी कर छह निर्दोष लोगों को मार डाला था और तीन अन्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। एक सुरक्षा अधिकारी भी जख्मी हुआ था|उस समय पूरे विश्व के सिखों द्वारा निंदा की गई थी जिसे गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा ने एक विशेष टीम ओक क्रीक भेजी और जांच करवाई| राष्ट्रपति की धर्म पत्नी मिशेल ने भी पीड़ितों का दुःख बंटाया |भारत के प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह ने भी अमेरिका से चिंता व्यक्त की |अमेरिका में मृतकों के सम्मान में राष्ट्रीय ध्वज आधे झुकाए गए| सिखों के प्रति सद्भावना स्थापित करने के भरपूर प्रयास किये गए |इसके लिए अभी व्हाईट हाउस में कीर्तन दरबार सजाया गया था|
पेरेज ने कहा कि वह न्याय विभाग द्वारा टाउन हॉल में बुलाई गई बैठक में शामिल हुए, जिसमें 22 विभिन्न धार्मिक एवं अंतरधर्म समूहों ने इस बारे में चर्चा की कि एफबीआई की एकीकत अपराध रिपोर्ट में घृणा अपराधों को किस हिसाब से तय किया जाता है।
पेरेज ने स्कूली बच्चों से भी समस्याओं पर खुलकर बोलने के लिए कहा।