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स्वराज इंडिया ने शिक्षा सुधार के दावों का दिल्ली सरकार से “हिसाब माँगा जवाब माँगा”

[नई दिल्ली]स्वराज इंडिया ने शिक्षा सुधार के दावों का दिल्ली सरकार से “हिसाब माँगा जवाब माँगा”
स्वराज इंडिया ने आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार से शिक्षा पर कुछ महत्वपूर्ण सवाल पूछे हैं। दिल्ली में अपने वायदे अधूरे छोड़ कर अब आम आदमी पार्टी [आप]अब पंजाब में समान वेतन देने का वादा कर आई है
आम आदमी पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र ‘दिल्ली डायलॉग’ में दिल्ली के लोगों से शिक्षा संबंधित कुछ महत्वपूर्ण वादे किये थे। जिनमें
शिक्षा पर ख़र्च को बढ़ाना,
500 नए स्कूल और
20 नए कॉलेज खोलना,
17000 नए शिक्षकों की नियुक्ति,
उच्च शिक्षा व कौशल गारंटी स्कीम,
इडब्लयूएस का पूर्ण क्रियान्वयन, और
सरकारी स्कूल में शिक्षा के स्तर को अच्छे प्राइवेट स्कूल के समकक्ष करने जैसे कई अहम वादे थे।
दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्री शिक्षा के क्षेत्र में अपने काम को लेकर अक्सर दावे भी करते रहते हैं। स्वराज इंडिया ने आम आदमी पार्टी के इन वादों और दावों की पड़ताल की है।
दिल्ली में चल रहे ‘जवाब दो हिसाब दो’ मुहिम के तहत स्वराज इंडिया ने दिल्ली सरकार से गेस्ट टीचर्स के संबंध में आम आदमी पार्टी द्वारा किये वादे और काम का हिसाब माँगा है |
स्वराज अभियान के अनुसार
दिल्ली सरकार के अपने आंकड़ों के मुताबिक़ राजधानी के स्कूलों में शिक्षकों के लगभग आधे पद खाली पड़े हैं।
दिसंबर 2016 में सरकार द्वारा दिल्ली हाई कोर्ट में दायर एफिडेविट के अनुसार 59,409 शिक्षकों के स्थान पर सिर्फ़ 33,569 शिक्षकों की स्थाई रूप से बहाली की गयी है।
गेस्ट टीचर्स को स्थाई करना तो दूर शिक्षा विभाग में 20 महीने से कोई भी स्थाई वैकेंसी भी नहीं निकली ​​है। सरकार बनने के बाद सिर्फ और सिर्फ ठेके पर ही नियुक्तियां की गई हैं।
सुप्रीम कोर्ट के ‘समान कार्य, समान वेतन’ के आदेश का भी उल्लंघन किया जा रहा है।
दिल्ली में उल्लंघन करने के बाद आम आदमी पार्टी अब पंजाब में समान वेतन देने का वादा कर आई है।