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350 किलो मीटर की मारक क्षमता वाले स्‍वदेशी तकनीक पर आधारित पृथ्‍वी-II का लगातार दूसरा परीक्षण सफल रहा

350 किलो मीटर की मारक क्षमता वाले पृथ्‍वी-II का लगातार दूसरा परीक्षण सफल रहा
रक्षा मंत्रालय की सामरिक रक्षा कमान (SFC) ने आज लगातार दूसरे दिन ओडिशा के तटीय क्षेत्र में स्थि‍त चांदीपुर के समीप एकीकृत परीक्षण रेंज से पृथ्‍वी- II प्रक्षेपास्‍त्र का सफल प्रायोजित परीक्षण किया।
यह परीक्षण पूरी तरह त्रुटिरहित रहा और इसने अपने लक्ष्‍य को पूर्ण सटीकता के साथ तकनीकी मानकों को पूरा करते हुए भेद दिया।
यह प्रक्षेपास्‍त्र सतह से सतह पर मार करने में सक्षम है और इसकी मारक क्षमता 350 किलो मीटर है।
एसएफसी के प्रवक्‍ता के अनुसार यह दोनों प‍रीक्षण एक सामरिक प्रशिक्षण अभ्‍यास का हिस्‍सा थे और इनका मकसद इस बात का पता लगाना था कि विभिन्‍न परिस्थितियों में हम विभिन्‍न स्‍थानों से इसके इस्‍तेमाल के लिए कितने तैयार हैं और इन दोनों सफल परीक्षणों ने यह बात पूरी तरह साबित कर दी है।
गौरतलब है कि पृथ्‍वी-II प्रक्षेपास्‍त्र स्‍वदेशी तकनीक पर आधारित है और इसमें उच्‍च सटीकता वाले नेवीगेशन प्रणाली लगाई गई है। इसे सामरिक रक्षा कमान को वर्ष 2003 में सौंपा गया था। इस प्रक्षेपास्‍त्र के विकास से देश की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा हुआ है।