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वाइब्रेंट गुजरात में पाकिस्तान नहीं मगर राजस्थान के मसाला मेले में निमंत्रण की संभावना

[जयपुर] वाइब्रेंट गुजरात में पाकिस्तान नहीं मगर राजस्थान के मसाला मेले में निमंत्रण की संभावना | राजस्थान में मई माह में आयोजित होने जा रहे राष्ट्रीय सहकार मसाला मेले को अंतराष्ट्रीय स्वरुप देने के लिए सार्क देशों की सहकारी समितियों को भी आमंत्रित किया जायेगा जिनमे पाक भी शामिल है|इससे पूर्व रजिस्ट्रार, सहकारिता डॉ. नीरज के. पवन ने पाकिस्तान की सहभागिता को नकारा था | उसके पश्चात् एक नै पोस्ट अपलोड की गई जिसमे पाकिस्तान शब्द को हटाया गया है जिसका अभिप्राय लगाया जा सकता है के अब पाकिस्तान को आमंत्रित किया जाएगा|उधर वाइब्रेंट गुजरात में पाकिस्तान की भागेदारी को नकारा जा चूका है|
राजस्थान की वेबसाइट पर अपलोड की गई नई पोस्ट के अनुसार
सार्क देशों की सहकारी समितियों को भी किया जायेगा आमंत्रित
रजिस्ट्रार, सहकारिता डॉ. नीरज के. पवन ने बुधवार को बताया कि सहकारिता विभाग इस वर्ष मई माह में जयपुर के निवासियों को राजस्थान ही नहीं भारत के अन्य प्रदेशों के उत्कृष्ट मसालों की सौगात उपलब्ध कराने जा रहा है। आयोजित किये जा रहे राष्ट्रीय सहकार मसाला मेले को इस बार अन्तरराष्ट्रीय स्वरूप प्रदान करने का निर्णय किया गया है और इस मेले में सार्क देशों की सहकारी समितियों को भी आमंत्रित किया जायेगा।
रजिस्ट्रार ने बताया कि प्रदेश के अधिकतर जिलों में विशिष्ट मसालों की उपज होती है जो उन जिलों की पहचान है। उन्होंने बताया कि नागौर की मैथी एवं कैर सांगरी, सोजत की अथाना मिर्च एवं मेंहदी, जालोर भीनमाल का जीरा, कोटा रामगंजमण्डी का धनिया, मथानिया की मिर्च, कोटा-बूंदी का चावल एवं पोहा, प्रतापगढ़ की हींग व आम पापड़ की अपनी पहचान है। हमारी सहकारी संस्थायें उनकी उपज के क्षेत्र से ही उनका संधारण एवं प्रसंस्करण कर उपभोक्ताओं को उपलब्ध करायेंगी ताकि उनकी महक एवं शुद्धता बरकरार रहे।
डॉ. पवन ने बताया कि मेले में केरल की लोंग, कालीमिर्च, इलायची सहित लिक्विड मसाले, तमिलनाड़ु की हल्दी, कुंकुम, धनिया, मिर्च के पाउडर, गुंटूर आन्ध्र प्रदेश की मिर्च, नार्थ ईस्ट प्रदेशों के मसाले, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा एवं उत्तरप्रदेश के नामचीन उत्पाद उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि जयपुर वासियों को दक्षिण भारतीय व्यंजनों के स्वाद से रूबरू कराने के लिये रेडिमेड सांभर एवं रसम के मसाले भी उपलब्ध करायें जायेंगे।
उन्होंने बताया कि मेले में प्रदेश के सभी संभागों तथा अन्य राज्यों से आने वाली सहकारी संस्थाओं को अलग-अलग डोम में स्टॉल आवंटित की जायेंगी। उन्होंने बताया कि मेले में मसालों की फ्लेवर एवं शुद्धता बनाये रखने के लिये पिसाई मशीन लगाई जायेंगी ताकि उपभोक्ता साबुत मसालों की अपने सामने पिसाई करवा सकेगा। यह निःशुल्क होगी।
रजिस्ट्रार ने बताया कि मेले में भुसावर के अचार एवं मुरब्बे, आगरा का पैंठा एवं दालमोठ, राजसमन्द की ठण्डाई, सवाईमाधोपुर का खस का शरबत, कोटा का शरबती गेहूं, सीकर का प्याज भी उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि महिलाओं को बच्चों के साथ मसालों की खरीददारी में किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिये किड्स जोन भी बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि मेले में सायं 7 बजे से सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जायेगा जिससे आगन्तुक खरीददारी के साथ-साथ दिन भर की थकावट को दूर कर सके।
डॉ. पवन ने बताया कि मेले का आयोजन भव्य तरीके से करने तथा जयपुर के वासियों को मसालों एवं खाद्य सामग्री के उत्ककृष्ट उत्पाद उपलब्ध कराने में किसी प्रकार की कमी न रहे इसके लिये कमेटियों का गठन कर दिया गया है।