[नई दिल्ली]भारतीय रेल ने अपने राजस्व की वृद्धि के लिए १३ लाख साथियों से गुर [सलाह] मांगे
भारतीय रेल मंत्री सुरेश प्रभू ने आज दावा किया कि रेल को विकास का वास्तविक वाहक बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी
इस दिशा में भारतीय रेल ने अपने राजस्व को बढ़ाने और संबंधित विषयों पर आम लोगों से सुझाव और विचार मांगे हैं। लोग अपने सुझाव या विचार निम्नलिखित मुद्दों पर भारतीय रेल की आधिकारिक वेबसाइट पर भेज सकते हैं।
[१] भारतीय रेल के लिए राजस्व बढ़ाने/ राजस्व वृद्धि के नये अवसरों की तलाश करने के लिए सुझाव।
[२]भारतीय रेल के अन्य खर्चों को कम करने के सुझाव ।
[३]र्इंधन की खरीद लागत को कम करने के सुझाव।
इससे पहले, रेल मंत्रालय ने रेल बजट 2015-16 के लिए पहले ही सुझाव आमंत्रित किए हैं। रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभू ने प्रतिक्रिया के लिए लोगों की सराहना की और उनकी चिंता तथा सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि “हमारे पास संसाधनों की निश्चित रूप से कमी है, जबकि लोगों की आकांक्षाएं और अपेक्षाएं काफी बढ़ रही हैं। मैं इससे पूरी तरह अवगत हूं। इसलिए मुझे राष्ट्र निर्माण के इस महत्वपूर्ण कार्य तथा रेल को लोगों की अपेक्षाओं के अनुरूप बनाने के लिए फिर से प्रतिबद्ध होने दें। यह मेरी कार्य सूची में सबसे महत्वपूर्ण विषय है और मैं रेल को विकास का वास्तविक वाहक बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ूगा। इस विशाल दायित्व के निर्वाह के लिए मैं भारतीय रेल के अपने सारे 13 लाख साथियों से सहयोग की अपेक्षा करता हूं।”