Ad

हिंदी की मशहूर लेखिका कृष्णा सोबती के जीवन की कहानी को ९३ वर्ष की आयु में लगा पूर्ण विराम

[नई दिल्ली] हिंदी की मशहूर लेखिका कृष्णा सोबती के जीवन की कहानी को ९३ वर्ष की आयु में लगा पूर्ण विराम|
कृष्णा ने पदम् भूषण अवार्ड को लेने से मना कर दिया था|कृष्णा बीते दो महीनों से बीमार थी और एक सप्ताह से आई सी यू में भर्ती थी दिल्ली के अस्पताल में उन्होंने अंतिम साँस ली |
साहित्य एकेडमी +ज्ञानपीठ + आदि अवार्ड प्राप्त कृष्णा सोबती को साहित्य जगत में महिलाओं की समस्यायों को उजागर करने के लिए विशेष रूप से जाना जाता है