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फील्‍ड मॉर्शल सैम शॉ की स्मृति में उनकी आदम कद की प्रतिमा का अनावरण और एक पुस्तक का विमोचन किया गया

[नई दिल्ली]फील्‍ड मॉर्शल सैम शॉ की स्मृति में उनकी आदम कद की प्रतिमा का अनावरण और एक पुस्तक का विमोचन किया गया|
भारतीय थल सेना के लब्‍ध प्रतिष्‍ठ जनरलों में से एक फील्‍ड मार्शल एसएचएफजे मानेकशॉ की जन्‍मशती के अवसर पर सेना अध्‍यक्ष जनरल बिक्रम सिंह ने ३ अप्रैल को फील्‍ड मार्शल की प्रतिमा का अनावरण किया और दिल्‍ली कैंट स्थित मानेकशॉ सेंटर में ”फील्‍ड मार्शल सैम मानेकशॉ –द मैन एंड हिज टाइम्‍स” शीर्षक से एक पुस्‍तक का विमोचन किया ।
गौरतलब है कि फील्‍ड मार्शल मानेकशॉ ने 1971 में पाकिस्‍तान के साथ युद्ध में विजय दिलाई थी , जिसके परिणामस्‍वरूप बंगलादेश का जन्‍म हुआ। उनके सम्‍मान में आयोजित समारोह में अपने उदघाटन भाषण में इंफेंट्री महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रामेश्‍वर यादव ने चार दशक से भी ज्‍यादा समय तक सेना को अपनी सक्रिय सेवाएं प्रदान करने वाले स्‍वर्गीय फील्‍ड मार्शल के जीवन की महत्‍वपूर्ण बातों का उल्‍लेख किया, इस समारोह में जनरल मानेकशॉ की पुत्री श्रीमती माजा दारूवाला अपने पति के साथ शामिल हुईं।

फील्‍ड मार्शल सैम मानेकशॉ –द मैन एंड हिज टाइम्‍स'' शीर्षक से एक पुस्‍तक का विमोचन

फील्‍ड मार्शल सैम मानेकशॉ –द मैन एंड हिज टाइम्‍स” शीर्षक से एक पुस्‍तक का विमोचन


सेना अध्‍यक्ष ने समारोह में बड़ी संख्‍या में मौजूद दर्शकों को संबोधित किया, जिनमें अनेक सेनानिवृत्‍त सेनाध्‍यक्ष, सेना के वरिष्‍ठ अधिकारी, वयोवृद्ध सैनिक और उनके बच्‍चे तथा फील्‍ड मार्शल के नजदीकी रिश्‍तेदार शामिल थे। जनरल बिक्रम सिंह ने सेना के अधिकारियों खासतौर से युवा पीढ़ी का आह्वान किया कि वे फील्‍ड मार्शल मानेकशॉ से प्रेरणा लें और देश सेवा में अपनी पेशेवर उत्‍कृष्‍टता का परिचय दें।
जन्‍मशती समारोह के अंतर्गत ऊटी और कुन्‍नूर में भी अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जहां फील्‍ड मार्शल अपने आखिरी दिनों में रहे। आज सुबह ऊटी से वेलिंगटन तक 14 किलोमीटर की मैराथन आयोजित की गई। वेलिंगटन में भी फील्‍ड मार्शल मानेकशॉ की प्रतिमा का अनावरण किया गया। इसके अलावा ऊटी में पारसी कब्रिस्‍तान में प्रार्थना सभा आयोजित की गई और उन्‍हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।