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ऍफ़टीआईआई एक बार फिर संकीर्ण मानसिकता वाले राजनितिक खिलाड़ियों का आखेट स्थल बना

[मुंबई,नयी दिल्ली]व्यवसायिक शिक्षण संस्थान ऍफ़टीआईआई एक बार फिर संकीर्ण मानसिकता वाले राजनितिक खिलाड़ियों का आखेट स्थल बन गया है | नवनियुक्त अध्यक्ष गजेन्द्र चौहान चुनिंदा फ़िल्मी हस्तियों के निशाने पर हैं |इस नियुक्ति पर पैदा किया गया विवाद अभी थमने के नाम नहीं ले रहा| अब बॉलीवुड से जुड़े कुछ लोगों द्वारा स्पष्ट तौर पर गजेन्द्र चौहान की क्षमता पर सवालिया निशान लगाये जाने लगे हैं |इस नए विवाद से शिक्षा तो प्रभावित हो ही रही है इसके साथ ही छात्रों का भविष्य पर भी अंधकार छा रहा है |विश्व प्रसिद्ध टी वी सीरियल “महाभारत” जिसके प्रसारण समय पर बाजारों में कर्फ्यू सरीखी शांति छा जाती थी उससीरियल में युधिष्ठिर की महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ अनेको फिल्मो में भी अभिनय का लोहा मनवा चुके गजेन्द्र चौहान की नियुक्ति को लेकर सीधे सीधे भाजपा को निशाना बनाया जा रहा है |रोचक यह है कि विरोध करने वालों में अधिकतर कांग्रेस से सहानुभूति रखने वाले हैं या फिर सफलता की खिड़की से दूर हैं | सम्भवत बिहार में होने वाले चुनावों के मध्यनजर इस विवाद को आये दिन विरोध की नई हवा दी जा रही है
रणबीर कपूर के पश्चात ऋषि कपूर+अनुपम खेर के बाद अब फिल्मकार कुंदन शाह +अजीज मिर्जा का आदि ने भी अब गजेन्द्र सिंह को हटाने की मांग से सहमति जताई है।
एफटीआईआई के छात्र रह चुके शाह नेगजेन्द्र की नियुक्ति को एक बेतुका निर्णयतक बता दिया है ।
टिकट खिड़की पर धराशाई हो चुके फिल्म ‘जाने भी दो यारो’ बनाने वाले शाह के अनुसार ‘ यह सारा वाक्य शर्मनाक है? मिर्जा ने भी शाह की तरह ही विचार व्यक्त करते हुए कहा‘‘ चौहान को अपना पद छोड़ देना चाहिए क्योंकि उनकी जरूरत नहीं है। संतोष सिवान+पल्लवी जोशी+जाह्नू बरुआ जिनके नाम अभी तक कोई व्यवसाइक सफलता दर्ज नही हैं उन्होंने हड़ताली छात्रों के समर्थन में सस्थान की सदस्यता त्याग दी है |कांग्रेस ने इस पर मिनिस्टर अरुण जेटली से स्पस्टीकरण माँगा है |