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वोह तो साले हैं कमीने हैं उनका पिछौंडा है भारी,लेकिन करिश्माई लात वाले हैं हम: #आपरेआप

#‎आपरेआप‬
“आप”को”हम” होने का कभी हुआ होगा भ्रम,अब तो केवल “में” है और रह गए है हम
क्योंकि उनकों निकाल कर ले लिया है दम, पांच सालों तक नहीं रहेगा अब कोई गम
बजाएं वोह अपनी तूती कहीं और जाकर;हमें तो हमारा नक्कारखाना बेहद प्यारा है
आप में हम है और हम में है”मैं”शामिल ,फिर क्यूँ रहें उनकी बीमारी में हम ग़ाफ़िल
नैचुरल ट्रीटमेंट तो है केवल अपने लिए,उनकों तो एलोपैथी सर्जरी बेहद जरूरी है
अरे भाई मुफ्त की बिजली एंड पानी और देना पढ़ेगा दिल्ली को फ्री में वाई फाई
सबकुछ फ्री में ही लुटाना था जुमला अजीम, लेकिन नहीं हैं किसी उल्लू के पट्ठे हम
वोह तो साले हैं कमीने हैं उनका पिछौंडा है भारी,लेकिन करिश्माई लात वाले हैं हम