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अर्थ शास्त्री डॉ मन मोहन सिंह ने अपने कालेज के साथी भारतीय चि‍त्रकला विशेषग्य प्रोफेसर बी.एन.गोस्‍वामी के निबंधों का विमोचन किया

अर्थ शास्त्री डॉ मन मोहन सिंह ने अपने कालेज के साथी भारतीय चि‍त्रकला विशेषग्य प्रोफेसर बी.एन.गोस्‍वामी के निबंधों का विमोचन किया
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आज अपने कालेज के साथी प्रोफेसर बी.एन.गोस्‍वामी के सम्‍मान में निबंधों की एक पुस्‍तक का विमोचन किया।
इस पुस्‍तक का नाम है- इंडि‍यन पेंटिंग: थीम्‍स, हि‍स्‍ट्री एंड इंटरप्रि‍टेशन्‍स ।
पी एम् ने प्रोफेसर गोस्‍वामी के विषय में बताया कि उन दि‍नों में प्रति‍ष्‍ठि‍त सेवा, आईएएस को छोड़ना अनसुनी बात थी, लेकि‍न प्रोफेसर गोस्‍वामी सदा दृढ़ वि‍श्‍वास के व्‍यक्‍ति‍ थे। उन्‍होंने जीवन के शुरू में अपने दि‍ल की आवाज को स्‍पष्‍ट रूप से सुना था। और यह कला के जगत के लि‍ए एक अच्‍छी बात थी।
आज हम उनका 80वां जन्‍मदि‍वस मनाने के लि‍ए यहां एकत्र हुए हैं जो दोहरा लाभ है। इस दौरान प्रोफेसर गोस्‍वामी ने एक प्रति‍ष्‍ठि‍त स्‍थान प्राप्‍त कर लि‍या है। उनकी रचनाएं, वि‍शेष रूप से भारतीय चि‍त्रकला के क्षेत्र में अत्‍यधि‍क प्रभावशाली रही हैं। उन्‍होंने कुल मि‍लाकर वि‍श्‍व को, अमरीका और यूरोप के वि‍श्‍ववि‍द्यालयों में शि‍क्षण सहि‍त वि‍भि‍न्‍न तरीकों से भारतीय कला की बारीकि‍यों से अत्‍यधि‍क अवगत कराया है।
यह प्रोफेसर गोस्‍वामी के लि‍ए उचि‍त श्रेय की बात है कि‍ समूचे वि‍श्‍व से ख्‍याति‍ प्राप्‍त वि‍द्वान उनके सम्‍मान में प्रकाशि‍त की जा रही इस वि‍शेष पुस्‍तक इंडि‍यन पेंटिंग: थीम्‍स, हि‍स्‍ट्री एंड इंटरप्रि‍टेशन्‍स में योगदान करने के लि‍ए यहां एकत्र हुए हैं।
उन्होंने कहा “मैं समझता हूँ कि‍ भारतीय चि‍त्रकला के वि‍भि‍न्‍न पहलुओं पर नए दृष्‍टि‍कोण उजागर करने के अलावा इस पुस्‍तक में अनेक नए अनुसंधानों के बारे में जानकारी भी है। मुझे इस पुस्‍तक का वि‍हंगम दृष्‍टि‍पात करने का अवसर प्राप्‍त हुआ है और इस वि‍षय के बारे में मुझे बहुत कम ज्ञान होने के बावजूद यह पुस्‍तक यथार्थ रूप में प्रमाणि‍क और प्रभावशील है। मुझे वि‍श्‍वास है कि‍ यह पुस्‍तक उन सभी के लि‍ए अत्‍यधि‍क उपयोगी होगी जो भारतीय कला और खासकर भारतीय चि‍त्रकला के वि‍षय में रूचि‍ रखते हैं”।
फोटो कैप्शन
[१] प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह अपने साथी प्रो.बी एन गोस्वामी कि पुस्तक इंडियन पेंटिंग थीम्स हिस्ट्री एंड इंटरप्रि‍टेशन्‍स [ Indian Painting: Themes, History and Interpretations ] का विमोचन करते हुए