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मोदी से इंटरवियु लेकर शाहिद ने खोई सपा

वोट बैंक बचाने के लिए अबकी बार सपा ने अपने नेता शाहिद सिद्दीकी को पार्टी से बाहर कर दिया है|शाहिद को यह सजा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का साक्षात्कार लेकर उसे अपने उर्दू के अखबार में छापने के लिए दी गई है|
दरअसल श्री शाहिद नेता होने से पहले एक पत्रकार भी है १९७३ से अपना अख़बार भी चला रहे हैं इन्होने गुजरात के सी एम् का इंटरवियु लेकर बहुत तीखे सवाल किये गुजरात दंगों पर सीधे सीधे सवाल किये गए तो उनका बेबाकी से जवाब भी मिला अभी तक श्री मोदी पर आरोप तो लगाये जाते रहे मगर श्री मोदी को उत्तर देने का अवसर किसी ने नहीं दिया अब शाहिद ने अपना पत्रकारिकता धर्म निभाते हुए जवाबों को भी छापाजिसे पूरे देश ने हाथों हाथ लिया |अब विरोधियों ने कहना शुरू कर दिया कि शाहिद एक मुस्लिम हैं और सपा के नेता भी हैं इससे सपा को अपनी मुस्लिम वोट बैंक खिसकने का खतरा भी होने लगा|इससे पूर्व भाजपा से आये कल्याण सिंह को गले लगा कर पार्टी कि फजीहत हो ही चुकी है |इसके अलावा मायावती कि मूर्ति तोड़ने वाले सपा नेता अमितजानी से भी पार्टी किनारा कर चुकी है|इसी कड़ी में आज राम गोपाल यादव ने घोषणा की है कि शाहिद सिद्दीकी सपा के सदस्य भी नहीं हैं| सपा का इनसे कोई नाता नहीं है| वैसे तो शाहिद सिद्दीकी अपनी बेबाक अभिव्यक्ति के कारण कई राजनितिक दल बदल चुके हैं और यह निष्काशन उनके लिए कुछ नया नहीं है मगर जनवरी में स्वयम सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने शाहिद सिद्द्दिकी को सपा में लिया था और अब उनके भ्राता प्रोफ़ेसर राम गोपाल यादव का यह कहना कि शाहिद का सपा से कोई लेना देना ही नहीं है कुछ अटपटा जरूर लगता है|इसके साथ ही यह सवाल भी उठाना स्वाभाविक है कि नरेन्द्र मोदी का इंटरवियु लेना और उसमे दिए गए उत्तरों को छापना गुनाह हो गया है???