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अरविंद केजरीवाल की नज़र प्रधान मंत्री की कुर्सी पर है इसीलिए पॉश बंग्लो से दूर रहना जरूरी है

झल्ले दी झल्लिया गल्लां

उत्तेजित भाजपाई

ओये झल्लेया देखा आम आदमी पार्टी का असली रंग?बड़े कहते फिरते थे कि सरकार बनाते ही सरकारी बंगला नहीं लेंगें +सरकारी गाड़ी नहींलेंगे+कांग्रेस से समर्थन नहीं लेंगे और दिल्ली में सत्ता कब्जाते ही अरविन्द केजरीवाल ने कांग्रेस से समर्थन लेकर सरकार और स्पीकर बनवा लिए + भगवान् दास रोड पर अपने लिए [5×2 ] =१० कमरों वाले [७/६+७/७ ]आवास[Type6 ] तैयार करवा लिए+सरकारी बड़ी गाडी एलॉट करवा ली ओये लुटियन जोंस में आते ही इन्होने तो लूट ही मचा दी |वी आई पी कल्चर का विरोध करते हुए ओये ये “आम” आदमी तो खुद ही “खास” बनते जा रहे हैं इनके ये तेवर देखकर तो लोक सभा के चुनावों में इनकी लुटिया डूबे ही डूबे |

झल्ला

भापा जी आप लोग इस “आप” का गेम समझ नहीं रहे |भई पहले उन्होंने जनता से राय[PreSanctioned] लेकर कांग्रेस से समर्थन लिया अब जनता के एतराज के बाद [ExpostFacto] सरकारी [वी आई पी]आवास में शिफ्ट करने के लिए भी मना कर देंगे क्योंकि सियासी शतरंज का नियम है कि बड़ा मोर्चा जीतने के लिए छोटे मोटे मोहरों का मोह त्यागना जरूरी होता है |आपलोगों के बहकावे में आकर अगर गाडी भी ना लें तो सरकार कैसे चलेगी ? ये आप भी मानोगे और योगेंदर यादव भी कहते फिर रहे हैं कि अरविन्द केजरीवाल की नज़र प्रधान मंत्री की कुर्सी पर है इसीलिए इन बंग्लो से तो ये लोग दूर ही रहेंगे |