झल्ले दी झल्लियां गल्लां
आम आदमी पार्टी का उतेजित चीयर लीडर
ओये झल्लेया ये क्या मजाक हो रहा है पेट्रोल मंत्री एम. वीरप्पा मोइली के तैल की धार तो देख सीधे प्रधान मंत्री को दो टूक जवाब दे दिया और चुनावी सीजन में भी कह दिया कि लक्ष्य से कम गैस उत्पादन के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. का केजी.डी6 गैस फील्ड्स के ठेके को कैंसिल नहीं किया जा सकता |ओये ऐसे तो ख़ाक हो जायेंगे हम उनको खबर होने तक
झल्ला
भापा जी बुजुर्गों ने फ़रमाया है कि” खाये मुंह लज्जाये ” लेकिन ये तो “खाय मुँह गुर्राए “|
ठीक है ये गैस निकालने में कमी का मामला अभी पंच निर्णय की प्रोसेस [प्रक्रिया] में पैंडिंग है लेकिन झल्लेविचारानुसार इस कथित पञ्च निर्णय के आउट होने तक गैस के दामों में डबल बढ़ोत्तरी को भी पैंडिंग रखा जाता तो शायद शरमाने +लज्जाने +धकियाने+और गुर्राने की नौबत नहीं आती