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सरदार फौजा सिंह[जालंधरी] ने प्रतिस्पर्धात्मक स्पर्धाओं से संन्यास लिया

सरदार फौजा सिंह[जालंधरी] ने प्रतिस्पर्धात्मक स्पर्धाओं से संन्यास लिया

सरदार फौजा सिंह[जालंधरी] ने प्रतिस्पर्धात्मक स्पर्धाओं से संन्यास लिया

विश्व के सबसे उम्रदराज भारतीय मूल के धावक सरदार फौजा सिंह ने प्रतिस्पर्धात्मक स्पर्धाओं से संन्यास ले लियाहै| २४ फरवरी ,रविवार को हांगकांग मैराथन में अंतिम रेस दौड़ने के बाद 101 साल के सरदार फौजा सिंह ने संन्यास की घोषणा की है|
भारत में जन्मे और वर्तमान में ब्रिटिश नागरिक फौजा सिंह ने हांगकांग मैराथन में 10 किलोमीटर दौड़ एक घंटे 32 मिनट 28 सेकंड में पूरी की। फौजा सिंह ने पंजाबी भाषा में ने अपनी प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि ” जब तक मैं दौड़ रहा था मैं अच्छा महसूस कर रहा था। लेकिन अब मैं थम गया हूं , थका महसूस कर रहा हूँ “|
पांच साल की उम्र तक दौड़ नहीं पाने वाले 2011 में टोरंटो में आयोजित पूर्ण मैराथन में सबसे उम्रदराज धावक बने थे। लंदन और न्यूयार्क मैराथन में भी फौजा सिंह की मौज के चर्चे हैं |चार बच्चों के तेरह नाती पौते हैं एडिडास कंपनी के लिए विज्ञापन कर चुके इस धावक के नाम १०० से लेकर ५००० मीटर तक की रेस में कई रिकार्ड्स हैं| जालंधर में जन्मे फौजा सिंह एक अप्रैल को १०२ साल के हो जायेंगे |