मेरठ में ट्रेफिक जाम एक संस्कार बन चुका है |एक कार्नर से लेकर दूसरे कौने तक जन जीवन इस टेरिफिक ट्रेफिक से त्रस्त है|यह कचहरी रोड का द्रश्य है यहाँ सुबह से लेकर
शाम तक ऐसे सीन आम हो चले हैं |मेरठ में ट्रेफिक जाम एक संस्कार बन चुका है |एक कार्नर से लेकर दूसरे कौने तक जन जीवन इस टेरिफिक ट्रेफिक से त्रस्त है|यह कचहरी रोड का द्रश्य है यहाँ सुबह से लेकर
शाम तक ऐसे सीन आम हो चले हैं |
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