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Tag: केंद्र के खिलाफ ला सकती हैं अविश्वास प्रस्ताव

ममता बेनर्जी ने दिल्ली में आकर केंद्र सरकार को उंगली दिखाई

टी एम् सी सुप्रीमो ममता बेनर्जी ने बंगाल से बाहर निकल कर अब दिल्ली में यूं पी ऐ की केंद्र सरकार को उंगली दिखाई | डीजल के दाम बढ़ाने + रसोई गैस सिलिंडर पर सब्सिडी सीमित करने और रिटेल में ऍफ़ डी आई के केंद्र सरकार के फैसलों के खिलाफ बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी ने आज सोमवार को सरकार के खिलाफ दिल्ली आकर हल्ला बोल दिया। ममता की अगुवाई में तृणमूल कांग्रेस ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया और कांग्रेस और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला। सुश्री ममता ने कहा कि आम आदमी से रोजगार छीना जा रहा है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर सरकार को इतना गुस्सा क्यों आता है? देश बेचने वाली इस सरकार की कोई जरूरत नहीं है।
ममता बनर्जी ने कहा कि वह संसद के अगले सेशन में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती हैं। इससे पहले इस मसाले पर वोह[ममता] कह चुकी हैं कि मुलायम सिंह यादव से बात करेंगी|जबकि मुलायम सिंह यादव एक चेनल पर स्वीकाए कर चुके हैं कि वोह[मुलायम] केंद्र सरकार को गिराने के पक्ष में नहीं है| ममता ने आज कहा, ‘मैं आम आदमी के साथ हूं और रहूंगी। आम आदमी के अधिकारों के लिए आखिरी सांस तक लडूंगी।’ ममता ने हुंकार भरते हुए कहा कि वह किसी से डरती नहीं हैं। सरकार चाहे तो वह उन्हें उठाकर जेल में डाल सकती है। हर चीज की लक्ष्मण रेखा होती है और कोई इसे लांघेगा तो मैं विरोध करूंगी। ममता ने कहा कि वह पटना और लखनऊ में भी रैली करेंगी।खास बात यह रही कि तृणमूल के इस मंच पर एनडीए के संयोजक व जेडीयू नेता शरद यादव भी नजर आए। मंच से शरद यादव ने ममता की तारीफों के पुल बांध दिए। उन्होंने ममता को ‘बंगाल की शेरनी’ कहते हुए कहा कि सरकार से उनकी बगावत इतिहास में दर्ज हो गई है।जंतर-मंतर पर तृणमूल कांग्रेस के प्रदर्शन में शरद यादव के शामिल होने से ममता के एनडीए में शामिल होने के अटकलें लगाई जाने लगी हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी शरद यादव के जरिए कांग्रेस से रूठी ममता पर डोरे डाल रही है।
गौरतलब है कि रीटेल सेक्टर में विदेशी निवेश की अनुमति देने, डीजल की कीमतें बढ़ाने और सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलिंडरों की संख्या छह तक सीमित करने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।ममता ने प्रधानमंत्री के सुधारों पर सवाल उठाते हुए अपने फेसबुक पेज पर लिखा था- आम आदमी और सुधारों के नाम पर देश में लूट चल रही है। आजकल सुधारों के नाम पर जनविरोधी फैसले लेने का चलन हो गया है।इस बीच यह भी माना जा रहा है कि ममता बनर्जी अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को बंगाल से निकाल कर देश के अन्य राज्यों में ले जाना चाहती हैं। खासतौर पर उनकी नजर उन राज्यों पर है जहां इस साल और अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। वह तीसरे मोर्चे की संभावनाओं के मद्देनजर खुद को मजबूत करना चाहती हैं|इस अभियान की शुरुआत जंतर मंतर से कर दी गई है|।
भाजपा ने इस पर टिपण्णी करते हुए कहा है कि केंद्र सरकार की आर्थिक नीतिओं के विरोध के लिए अगर ममता बेनर्जी चाहें तो अलग से अभियान चला सकती हैं और अगर उनकी इच्छा हो तो एन डी ऐ द्वार भी खुले हैं|बे जे पी के नेता बलबीर पुंज ने कहा कि ममता के लिए दोनों दरवाजे खुले हैं|वहीं दूसरे तरफ कांग्रेस ने ममता के इस प्रदर्शन का मजाक उड़ाया है|केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि ममता और मोदी जैसे नेताओं का उनके प्रदेश से बाहर कोई वजूद नहीं है|