हमारे ऋषि मुनियों ने प्रक्रति के महत्त्व को सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया है तभी आज से प्रारम्भ हो रहे नव रात्रों में पहले स्थान पर माँ शैल पुत्री के नमन का प्रावधान है और देवी को प्रसन्न करने के लिए मन्त्रों में प्रक्रति और सृष्टि को विशेष महत्त्व दिया गया है\
[१]या देवी सर्व भूतेशु प्रक्रति रूपेण संस्थिता
नमस्तये नमस्तये नमस्तये नमोह नमः
[२]या देवी सर्व भूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता
नमस्तये नमस्तये नमस्तये नमोह नमः इन दोनों मन्त्रों में नेचर को ही नमन किया जाता है|
So Happy Navratraa To आल
Recent Comments