[नई दिल्ली]भारतीय सूचना तंत्र की रीड कहे जाने वाले पारम्परिक “भारतीय डाक” की स्थिति सुधारने के लिए मौजूदा सरकार के दावों पर प्रश्न चिन्ह लगने लगे है सम्ब्वत इसी अप्रिय स्थिति से फौरी तौर पर निबटने के लिए मनी ऑर्डर सेवा को और अधिक प्रभावी बनाये जाने की घोषणा कर दी गई है |गौरतलब है कि आज कल डाक विभाग में पोस्टल ओर्डेर+लफाफे+टिकेट्स के बंदर बाँट की शिकायते तो आती रही हैं|मात्र रजिस्ट्री करवाने के लिए पोस्ट आफिसों में लम्बी कतारें भी देखी जा सकती है | आजकल डाकखानों में मनी ऑर्डर सेवा बंद किये जाने की भी खबरें आ रही हैं
इसीको लेकर डाक विभाग ने इन रिपोर्टों का खंडन किया है कि विभाग की मनी ऑर्डर सेवा बंद कर दी गई है। संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुसार मनी ऑर्डर सेवा समान सेवा शुल्क पर आम आदमी के लिए निरंतर उपलब्ध है और दिए गए पते पर घर-घर जाकर धन के वितरण की वैसी ही सेवा कायम है। एक स्पष्टीकरण में विभाग ने बताया कि बुकिंग और वितरण डाकघरों के बीच इलैक्ट्रोनिक विधि से धनांतरण के बारे में विवरण जारी करके इस सेवा को और भी अधिक विश्वसनीय और तीव्र बनाया गया है। इस प्रकार दिए गए पते पर धन तीव्र गति से पहुंचता है। सेवा की प्रकृति समान बनी हुई है और इसे इलैक्ट्रोनिक मनी ऑर्डर अथवा ईएमओ के नाम से भी जाना जाता है।
डाक विभाग के पास एक अन्य सेवा भी है, जिसके अधीन तत्काल धनांतरण सेवा उपलब्ध कराई जाती है। इसे इंस्टेंट मनी ऑर्डर (आईएमओ) कहा जाता है। इसके तहत डाकघरों के माध्यम से प्राप्तकर्ता नकद राशि प्राप्त कर सकते हैं।
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