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रक्षा मंत्री ने भारतीय सैनिकों पर हुए हमले के बारे में अपने पूर्व ब्यान में आज संशोधन करके संसद में आये गतिरोध को समाप्त किया

रक्षा मंत्री ऐ के एंटोनी ने एल ओ सी के समीप भारतीय सैनिकों पर हुए हमले के बारे में अपने पूर्व ब्यान में आज संशोधन करके संसद में आये गतिरोध को समाप्त करने का प्रयास किया | आज के ब्यान में जहाँ एक तरफ उन्होंने देश की क्षमता का प्रदर्शन किया वहीं पाकिस्तान को भी चेतावनी दी| रक्षा मंत्री ने लोकसभा में कहा कि नियंत्रण रेखा के नजदीक भारतीय गश्ती दल पर 6 अगस्त, 2013 को किए गए नृशंस और अकारण हमले ने हम सभी को झकझोर कर रख दिया है। जब मैंने सदन में इस घटना की जानकारी दी, तब यह सरकार की जिम्मेदारी थी कि वह उन तथ्यों की जानकारी दे, जो उस समय उसके पास मौजूद थे और मेरा बयान उपलब्ध सूचना पर आधारित था।
सेना अध्यक्ष ने उस इलाके का अब दौरा कर लिया है और मामले की विस्तार से तहकीकात की है । अब यह स्पष्ट है कि हमले में पाकिस्तानी सेना से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त जवान शामिल थे, जिन्होंने पाक अधिकृत कश्मीर के इलाके से नियंत्रण रेखा को पार करके हमारे बहादुर जवानों को मार दिया। हम सभी जानते हैं कि पाकिस्तानी सेना की सहायता, सुविधा और अक्सर उसके प्रत्यक्ष रूप से शामिल हुए बिना नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की तरफ से कुछ नहीं हो सकता।
पाकिस्तान में जो लोग इस दुखद घटना और इस वर्ष के शुरू में दो जवानों की जघन्य हत्या के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें हर कीमत पर सजा़ मिलनी चाहिए। पाकिस्तान को आतंकवादी नेटवर्क, संगठनों और बुनियादी ढांचे को समाप्त करने के लिए स्पष्ट दृढ़ता दिखानी चाहिए और ऐसे प्रयास करने चाहिए जिनसे नवंबर, 2008 में मुंबई आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ जल्द कार्रवाई हो।
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि निश्चित तौर पर पाकिस्तान के साथ हमारे संबंधों और नियंत्रण रेखा पर हमारे व्यवहार पर असर पड़ेगा।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि हमारे संयम को कमजोरी नहीं समझना चाहिए और हमारी सशस्त्र सेना की क्षमता को तथा हमारे इस दृढ़ निश्चय को कि हम नियंत्रण रेखा का उल्लंघन नहीं होने देंगे, कम करके नहीं आंका जाना चाहिए था।

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