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Category: Unrest Strikes

डॉ मन मोहन सिंह ने अल्पसंख्यकों के विकास के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की

[नई दिल्ली] राष्ट्रीय वक्फ विकास निगम(एनएडब्ल्यूएडीसीओ) के उद्घाटन अवसर पर प्रधानमंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने अल्पसंख्यकों के विकास के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की |
उन्होंने कहा” आज हम अपने देश में अल्पसंख्यकों के हितों को बढ़ाने के प्रयास में एक कदम और आगे बढ़ाने जा रहे हैं । मुझे खुशी है कि मैं राष्ट्रीय वक्फ विकास निगम प्रारंभ होने के मौके पर आयोजित समारोह का हिस्सा हूं । आप सभी जानते हैं कि राष्ट्रीय वक्फ विकास निगम एक संस्थान है, जिसे हमारी सरकार ने मुसलमान समुदाय के हित के लिए वक्फ संपत्तियों को विकसित करने के लिए स्थापित किया है आज ही पृथक रूप से अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की स्थापना की आठवीं वर्षगांठ है । पहली सयुंक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए-ए) सरकार के सत्ता में आने के दो वर्ष के अंदर यह कदम उठाकर हमने प्रारंभिक संकेत दिया था कि हम अल्पसंख्यकों के विकास के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं । राष्ट्रीय वक्फ विकास निगम भी हमारी सरकार की प्रतिबद्धता का उदाहरण है। 2006 में स्थापना के बाद अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय द्वारा किए गए दूरगामी प्रयासों के अनेक उदाहरणों में एनएडब्ल्यूएडीसीओ एक है ।
इस निगम की स्थापना पाँच सो करोड़ रूपए की प्राधिकृत हिस्सा पूंजी से की गई है। इससे पारदर्शी तरीके से समुदाय के उद्देश्यों के लिए वक्फ संपत्तियों पर स्कूल, कॉलेज और अस्पतालों जैसी सुविधाएं स्थापित करने किए वित्तीय संसाधन जुटाने में सहायता मिलेगी”
डॉ मन मोहन सिंह ने कहा” मुझे बताया गया है कि भारत में आज 4.9 लाख पंजीकृत वक्फ संपत्तियां हैं जिनकी सालाना आय लगभग 163 करोड़ रूपए है । इनमें कई संपत्तियों के पास और लाभ कमाने की क्षमता है। ऐसे लाभों का इस्तेमाल मुसलमान समुदाय के सामाजिक-आर्थिक विकास में किया जा सकता है। सच्चर समिति के अनुमानों के अनुसार यदि इन संपत्तियों का उचित तरीके से विकास किया जाता है तो संपत्ति के मूल्य पर सालाना दस प्रतिशत के लाभ अनुमान के अनुसार इन संपत्तियों से सालाना 12 हजार करोड़ रू.की आय प्राप्त की जा सकती है। यह विशाल क्षमता है जिसे हासिल करने के लिए एनएडब्ल्यूएडीसीओ प्रयास करेगा। हमारी सरकार ने हाल में वक्फ कानून में संशोधन किया है। आशा है कि संशोधनों से वक्फ संपत्तियों के प्रशासन में पारदर्शिता आएगी और मुस्लिम समुदाय के लाभ के लिए वक्फ की जमीन के विकास और उपयोग लायक माहौल बनेगा …. मुझे विश्वास है कि निगम वक्फ संपत्तियों के विकास के लिए उचित माहौल का पूरा इस्तेमाल करेगा”
अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा तथा उनके हितों को आगे बढाने के लिए संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की प्रतिबद्धता अडिग रही है । जैसा की मैंने कुछ दिन पहले राज्य अल्पसंख्यक आयोग सम्मेलन में कहा था, हमने सच्चर समिति की अधिकतर सिफारिशों को लागू किया है । 15 सूत्री कार्यक्रम तथा बहु-क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम ऐसे बड़े कदम हैं जिनका जोर विकास संबंधी उन कठनाईयों को दूर करने पर है जिनसे कुछ अल्पसंख्यक ग्रसित हैं। अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों के लिए छात्रवृति योजनाएं भी महत्वपूर्ण प्रयास है । अंत में, मैं एनएडब्ल्यूएडीसीओ तथा अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय को उनके प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं। मुझे विश्वास है कि उनका काम हमारे देश के सभी हिस्सों में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदायों के सामाजिक-आर्थिक विकास में ठोस योगदान देगा |
पी एम् के उपरोक्त 15 सूत्री कार्यक्रम तथा बहु-क्षेत्रीय विकास कार्यक्रमको लेकर विज्ञान भवन में एक आर टी आई एक्टिविस्ट डॉ फहीम में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के भाषण का विरोध भी किया ।
वक्‍फ विकास निगम के इस कार्यक्रम में यूपीए अध्‍यक्ष सोनिया गांधी भी मंच पर मौजूद थीं। प्रधानमंत्री ने अल्‍पसंख्‍यकों के कल्‍याण के लिए नई योजनाएं शुरू करने की बात की। इसका विरोध करते हुए एक शख्‍स डॉ. फहीम बेग ने हंगामा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कोई भी नई योजना लागू नहीं करें जो योजनाएं हैं, उन्‍हें ही अमल में लाया जाए तो नई योजनाओं की जरूरत नहीं पड़ेगी। उस शख्‍स ने आरोप लगाया कियोजनाएं बनी मगर विकास नहीं हुआ है। लेकिन, वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्‍हें बोलने नहीं दिया। वे उस शख्‍स का मुंह पकड़ कर उसे हॉल से बाहर ले गए। इसके बाद वहां मौजूद अन्‍य लोगों ने इस बात का यह कह कर विरोध किया कि यह अभिव्‍यक्ति की आजादी पर हमला हैजबकि कुछ लोग यह भी कहते सुने गए कि इस विरोध के लिए यह मंच उपयुक्त नहीं था|डॉ फहीम बाद में पत्रकारों से कहते रहे कि उन्होंने १५० पत्र लिखे हैं लेकिन उनका उत्तर नहीं मिलने पर ही उन्हें विरोध का यह रास्ता अख्तियार करना पड़ा |
फ़ोटो कैप्शन
The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh unveiling the plaque to inaugurate the newly established National Waqf Development Corporation (NAWADCO) Ltd., in New Delhi on January 29, 2014.
The Chairperson, National Advisory Council, Smt. Sonia Gandhi, the Union Minister for Minority Affairs, Shri K. Rahman Khan and the Minister of State for Minority Affairs, Shri Ninong Ering are also seen.

डॉ कुमार विश्वास ने अब केरल की नर्सों से सम्बंधित पुराणी कविता के लिए माफ़ी मांगी

डॉ कुमार विश्वास ने केरल की नर्सों से सम्बंधित अपनी पुऱानी कविता के लिए भी माफ़ी मांग ली |आम आदमी पार्टी के इस स्टार प्रचारक नेता को उसकी पुरानी कविताओं के माध्यम से लगातार घेरने की कोशिशें हो रही है अभी हाल ही में अमेठी में मुहर्रम से सम्बंधित पुराणी कविता के लिए माफ़ी मांगने के बावजूद विरोध झेलना पड़ा तो अब केरल की नर्सों से सम्बंधित पुरानी कविता की एक लाइन को लेकर वहाँ के मुख्य मंत्री चांडी भी मैदान में आ गए हैं | कांग्रेस समर्थित महिला नेत्रियों ने इसे मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है जिसके फलस्वरूप आप पार्टी के एग्जीक्यूटिव मेंबर डॉ कुमार विश्वास को एक बार फिर माफ़ी मांगनी पडी है पार्टी के केरल यूनिट को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि किसी की भावना को आहत करने का उनका कभी इरादा नही रहा|गौरतलब है कि कुमार काव्य मंच के सशक्त हस्ताक्षर हैं लेकिन जब से उन्होंने अमेठी से राहुल गांधी के विरुद्ध इलेक्शन लड़ने की घोषणा की है तभी से उनकी पुरानी कविताओं को लेकर हमले तेज हो गए हैं

“आप”सरकार का दिल्ली सचिवालय के सामने सड़क पर लगा पहला जनता दरबार चरमराया

अरविन्द केजरीवाल सरकार ने सड़क पर उतर कर आम जनता को सुनने के लिए दिल्ली सचिवालय के बाहर जनता दरबार लगाया लेकिन अप्रत्याशित रेस्पोंस से व्यवस्था ही चरमरा गई जिसके फलस्वरूप सिक्यूरिटी आफिसर्स के कहने पर केजरीवाल को दरबार मात्र १५ मिनट के पश्चात ही छोड़ना पड गया |इससे जनता को परेशानी तो हुई लेकिन उनके हौंसले पस्त नहीं हुए अधिकांश अगले दरबार में लौटने के आस में वापिस चले गए|अरविन्द केजरीवाल के दृढ संकल्प को देखते हुए इस प्रयोग के अगले शनिवार को रीपीट होने के सम्भावना से भी इंकार नहीं किया जा सकतालेकिन इस अप्रत्याशित असफलता को लेकर आम आदमी पार्टी दवरा निर्धारित २०१४ का लक्ष्य को लेकर आम आदमी पार्टी की क्षमता पर कहीं न कहीं प्रश्न चिन्ह लगना स्वाभाविक है| केजरीवाल अभी तक सुरक्षा लेने से इंकार करते आये हैं यहाँ तक कि उन्होंने यूं पी से जेड+सुरक्षा भी लेने से इंकार किया है लेकिन आज सुरक्षा कर्मियों की सहायता से केजरीवाल जनता दरबार से बाहर निकल गए
आम आदमी पार्टी ने आज से प्रत्येक शनिवार को सचिवालय के बाहर सड़क पर सुबह साढ़े नौ बजे से डेढ़ घंटे केलिए जनता दरबार लगाने के घोषणा की है इसीलिए आज सुबह से ही सचिवालय के बाहर लोग जमा होने शुरू हो गए | इनमे से अधिकांश केजरीवाल को मिलने और उन्हें शुभ कामनाएं देने वाले ही थे जिसके चलते शिकायतकर्ता माइनॉरिटी में आगये और अपनी शिकायत केजरीवाल तक पहुँचाने से भी पिछड़ गए| राष्ट्रीय राजनीती करने का मन बना चुके केजरीवाल अपने विकल्प के रूप में किसी नए चेहरे को एस्टेब्लिश नहीं कर पाये जिसके चलते भीड़ का रुझान उनके कॉउंटर की तरफ ही रहा शेष मंत्री गण शिकायत पत्र प्राप्त करने के लिए तरसते रहे|एक समय ऐसा आया जब अनियंत्रित भीड़ ने सुरक्षा के लिए लगाये गए बैरियर्स को तोड़ दिया और भीड़ का रैला केजरीवाल की तरफ दौड़ चला जिससे घबरा कर सिक्यूरिटी को अपने चीफ मिनिस्टर को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए शिकायतकर्ताओं तक से जूझना पड़ा इस असफलता में भीड़ के आगमन को लेकर आम आदमी पार्टी अपनी लोकप्रियता का दावा ठोक सकती है लेकिन लचर व्यवस्था को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर उनके न्रेतत्व क्षमता पर प्रश्न चिन्ह लगाना स्वाभाविक ही है|

पी एम् ने मुम्बई में अति आधुनिक एयर पोर्ट के उद्घाटन की बधाइयाँ ली तो रेल स्ट्राइक में फंसे लाखो यात्रियों ने गालियां दी

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये हसाडे सोणे मन मोहने पी एम् ने मुम्बई में अति आधुनिक नए एकीकृत टर्मिनल -2 को राष्ट्र को समर्पित किया और एविएशन छेत्र कमाल कर दिया ओये हुन एयरपोर्ट सेवा क्वालिटी रेटिंग 2007 में 3.53 से बढ़कर 2012 में 4.64 हो गई है। यह अब 25 से 40 मिलियन यात्री क्षमता श्रेणी में तीसरा श्रेष्ठ हवाई अड्डा है मानता है न कि देश में असली विकास तो हम ही कर रहे हैं

झल्ला

चतुर सुजाण जी ऐसी विकास की धारा से तौबा भली |अरे एक तरफ आप लोग एयर पोर्ट के वैभव में डूबे थे तो उसी समयमुम्बई में ही रेल कर्मियों की हड़ताल से लाखो यात्री व्यवस्था को गालियां निकाल रहे थे|झल्लेविचारानुसार दिमाग बेशक आकाश में रखो मगर अपने पावँ हमेशा जमीन पर ही रहने चाहिए

कैंट में जनता के उपयोग की सडकों पर सेना की दीवारों के विरुद्ध बोर्ड बैठक में प्रस्ताव लाया जाये:पार्षद जग मोहन शाकाल

[मेरठ]कैंट में आम जनता के उपयोग की सडकों पर सेना की दीवारों को हटाने के लिए बोर्ड बैठक में प्रस्ताव लाया जाये:पार्षद जग मोहन शाकाल |
सुरक्षा के नाम पर छावनी के सिविल एरिया की सेना द्वारा की जारही घेरा बंदी से सेना और सिविलयंस आमने सामने आने लग गए हैं इससे आम नागरिकों को असुविधा हो रही है और सेना के इस कृत्य के खिलाफ अंसंतोष भी व्याप्त हो रहा है छावनी परिषद[ CantonmentBoard के निर्वाचित युवा पार्षद और छायापत्रकार जग मोहन शाकाल ने छावनी परिषद् के मुख्य अधिशासी अधिकारी [CEO]को एक पत्र लिख कर जनहित के इन मुद्दो को आगामी बोर्ड की बैठक में लाने की मांग की है|

Meerut Cantonment Board Office

Meerut Cantonment Board Office


पत्र में सेना पर जनता के उत्पीड़न का आरोप लगाते हुएपार्षद ने कहा है कि छावनी छेत्र में जगह जगह रास्तों में अवरोध पैदा करना और सार्वजानिक मार्गों पर गेट+दीवार लगाया जाना दुर्भाग्य पूर्ण और जनता का उत्पीड़न के साथ ही संविधान का उल्लंघन भी है| पत्र में छावनी अधनियम २००६ की धारा २५८ का उल्लेख करते हुए रास्ता बंद करने के लिए बोर्ड की सहमति के उपरान्त जी ओ सी कमांडिंग इन चीफ /प्रधान निदेशक की अनुमति आवश्यक बताई गई है जबकि इसके लिए जनता से सुझाव तक नहीं मांगे गए|
अंग्रेजों के जमाने के कैंटोनमेंट लैंड एडमिनिस्ट्रेशन रूल १९३७ के आधार पर सेना को क्लास १ लैंड पर बैरक+डिपो+स्टोर आदि बनाने का अधिकार दिया गया है इसमें किसी रोड को बाधित करने का अधिकार नहीं है सी एल ऐ आर [CLAR]१९३७ के अंतर्गत सड़क पर आवागमन के लिए जनता का अधिकार होता है बेशक वोह सड़क क्लास १ पर बनी हो|
इसके आलावा माननीय सुप्रीम कोर्ट के अनुसार भी कोई रास्ता बेस वर्षो से उपयोग किया जा रहा हो तो उसे पब्लिक स्ट्रीट माना जायेगा|लेकिन दुर्भाग्य से आजादी से पूर्व के रास्तों पर आजकल दीवारें बनाई जा रही है |
जग मोहन शाकाल ने कहा कि देश की सुरक्षा के साथ सेना का कर्त्तव्य बनता है कि जनता के मौलिक अधिकारों की रक्षा की जाये लेकिन आज कल सुरक्षा के नाम पर जनता के निजी और स्वतंत्र जीवन में हस्तक्षेप किया जा रहा है|कैंटोनमेंट बोर्ड और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए आम जनता के उपयोग में आ रही सडकों पर लगाए जा रहे अवरोधों को तत्काल हटा दिया जाए

छावनी के पॉश सदर छेत्र स्थित आइस फैक्ट्री में मजदूर का कत्ल

[मेरठ]थाना सदर बाज़ार छेत्र स्थित केले वाली[१६८] कोठी में आइस क्रीम फैक्ट्री के मजदूर का कत्ल कर दिया गया है |मृतक का नाम २७ वर्षीय कालू पुत्र नन्हें बताया गया है |फैक्ट्री को सील करके मालिक विजय भाटिया को तहरीर के आधार पर हिरासत में ले लिया गया है और घटना स्थल पर सुरक्षा कर्मी तैनात कर दिए गए हैं|

Murder In Cantonment

Murder In Cantonment


प्राप्त जानकारी के अनुसार सोनकर समाज के कालू पुत्र नन्हें विजय भाटिया की इस आइस फैक्ट्री मेंपिछले कई सालों से काम करता था| और अधिकाँश रात को फैक्ट्री पर ही रुक जाया करता था|आज सुबह कुछ लोगों ने फैक्ट्री के बंद गेट से खून बहता देखा तो अंदर झाँकने पर चौंकाने वाला दृश्य दिखाई दिया कालू खून में लथपथ पीठ के बल लेटा था |सोचना मिलते ही बड़ी संख्या में लोग वहाँ एकत्रत हो गए |जब जाँच की गई तो कालू मृत पाया गया |पोलिस ने पंचनामा भर कर शव को पोस्ट मार्टम के लिए भिजवा दिया|
People Resenting Over Murder Of Employee In Cantonment

People Resenting Over Murder Of Employee In Cantonment

अपराधों के ग्राफ में उठान के चलते सांता क्लाज भी ग्रुप में बस की छतों पर आ रहे हैं

MERRY CHRISTMAS
मेरठ में अपराध का ग्राफ निरंतर ऊंचा उठता जा रहा है अब छोटी मोटी उठाई गिरी +चोरी चकारी+चैन स्नेचिंग से प्रोमोट होकर लोग अपहरण और डकैती में हाथ आजमाने लग गए हैं यूनिवर्सिटी में जहाँ कभी एक आध चाक़ू बाजी या फिर कभी कभार गोली चल जाया करती थी वहाँ अब खुले आम तमंचे लहराये जा रहे हैं राजनीतिक रैलियों से ए दिन लगाने वाले जाम भी जीना बेहाल किये हुए हैं शायद इन्ही सबसे बचने के लिए सांता क्लाज भी एकेले रात को निकलने के बजाय दिन में ग्रुप में आ रहे हैं और छोटी अपनी स्लेज के बजाय भरी भरकम बस की छत में आ रहे हैं MERRY CHRISTMAS

मनीष तिवारी ने मल्‍टी सर्विस आपरेटरों को सभी निशुल्‍क चैनल नहीं दिखाए जाने पर लताड़ा

मनीष तिवारी ने मल्‍टी सर्विस आपरेटरों कोचेतवनी देते हुए कहा कि सभी निशुल्‍क चैनल नहीं दिखाए जाने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी| सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कुमाऊं सांस्‍कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन करने के पश्चात यह चेतावनी दी|
चंडीगढ़ के टैगोर थियेटर में कुमाऊं सभा द्वारा आयोजित सांस्‍कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि भारत के लोगों की यह अन्‍तर्निहित प्रवृत्ति है कि वे जहां भी जाते हैं अपनी संस्‍कृति को अवश्‍य साथ ले जाते हैं।। उन्‍होंने कहा कि भारत की व्‍यापक संस्‍कृति के विविध रंग उन सांस्‍कृतिक कार्यक्रमों में भी झलकते हैं जो किसी भिन्‍न क्षेत्र द्वारा आयोजित किए गए हों। उन्‍होंने कहा कि कुमाऊं सभा ऐसे सांस्‍कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए भारत की इसी परम्‍परा का निर्वाह करती है। इन प्रयासों को संस्‍थागत रूप देने के लिए कुमाऊं सभा ने शहर में कुमाऊं भवन की संस्‍थापना का प्रस्‍ताव किया है। उन्‍होंने प्रस्‍तावित भवन के लिए हर संभव सहायता देने का आश्‍वासन दिया। कुमाऊं सभा के अध्‍यक्ष श्री बच्‍चन सिंह, महा सचिव श्री एम एस रावत और अन्‍य सदस्‍यों ने श्री मनीष तिवारी का अभिनंदन किया।
बाद में श्री तिवारी ने कहा कि मल्‍टी सर्विस आपरेटरों के लिए यह अनिवार्य है कि वे सभी निशुल्‍क चैनल दिखाएं और जो ऐसा नहीं करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

राहुल ने फिक्की में भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाई तो महाराष्ट्र में आदर्श सोसाइटी घोटाले की जाँच दब गई

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे सोणे राहुल गांधी के फिक्की में तेवर देखे?ओये राहुल जी ने लोकपाल बिल के पास होने पर खुले आम ख़ुशी भी जता दी है |
ओये हमने लोकपाल बिल पास कराया + आरटीआइ का अधिकार दिया।इस पर भी सरकार की अच्छी खबरें आजकल तुम लोग नहीं दिखाते

झल्ला

चतुर सुजाण जी ये अप लोग भी मानते हो कि मुंबई के कोलाबा इलाके में कारगिल शहीदों की विधवाओं के नाम पर बनी आदर्श सोसायटी में घोटाले हुए हैं इसपर भी पी ऐ सी कि रिपोर्ट का पता नहीं और जांच आयोग की रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर ही ख़ारिज भी करदिया और अपने नेताओं को बरी कर दिया |अगर इस जांच में दोषियों के प्रति पारदर्शिता बरती जाती तो कहा जा सकता था कि आप जी के लोक पाल बिल+आर टी आई कारगर होंगे

दिल्ली के अस्पतालों में गरीब मरीजों की अनदेखी की एक तिहाई शिकायतें अभी भी लंबित है

देश की राजधानी दिल्ली में अस्प्तालों +नर्सिंग होम्स में मरीजों विशेषकर गरीब मरीजों की अनदेखी की शिकायतें बढ़ती जा रही हैं और इन शिकायतों के निवारण के लिए भी सरकारी रफ़्तार बेहद धीमे दिखाई दे रही हैं यह सत्य राज्य सभा में अर्बन डेवलपमेंट मिनिस्टर श्रीमती दीपा दास मुंशी द्वारा प्रस्तुत एक उत्तर में उजागर हुआ |
दिल्ली में अस्प्तालों+नर्सिंग होम्स में शिकायतों के विषय में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में मिनिस्टर ने बताया कि सरकारी भूमि पर बनाये गए चिकित्सालयों में भी गरीब मरीजों को निशुल्क चिकित्सा सेवा मुहैय्या करवाने के बजाय उनकी अनदेखी की जा रही हैं
करंट ईयर में दिल्ली सरकार के डायरेक्टरेट ऑफ़ हेल्थ सर्विसेज , [ Directorate of Health Services,] में २६० शिकायतें प्राप्त हुई जिसमे से केवल १६२ शिकायतों का ही निवारण हो पाया है ९८ शिकायतें अभी भी लंबित बताई गई हैं| सरकार को गुमराह करके जनता के साथ विश्वास घात करने वाले चिकित्सालयों के विरुद्ध कार्यवाही भी की जा रही है जिसके अंतर्गत शो कॉस नोटिस दिए जा रहे हैं + संपत्ति की रिएंट्री की जा रही हैदिल्ली में ६२ अस्प्तालों को सस्ते दामो भूमि दी गई है
No. of complaints received : [260]
Disposed off : [162]
Under process : [ 098]