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Category: Unrest Strikes

सरकार ने मीडिया के माध्यम से गैंग रेप के विरोध में उतरे हज़ारों प्रदर्शन कारियों से संवाद स्थापित करने का प्रयास किया Govt.Is Serious about strong action

PM &Home minister SERIOUS ON GANG RAPE CASE

चलती चार्टर्ड बस में [१६/दिस]जॉयराईडर्स ग्रुप द्वारा एक फिजियोथेरेपिस्ट से किये गए घिनौने गैंगरेप के विरोध में रायसीना हिल्स पर इकट्ठा हुए हज़ारों प्रदर्शन कारियों के साथ केंद्र सरकार ने मीडिया के माध्यम से संवाद स्थापित करने का प्रयास किया| और उनसे घर लौटने का आग्रह किया |दिल्ली में सारे दिन जबर्दस्त विरोध प्रदर्शनों के बाद गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने अपने गृह राज्य मंत्री गृह सचिव और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के साथ देर शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि रेप के रेयरेस्ट ऑफ रेयर मामले में फांसी की सजा शामिल करने के लिए कानून में संशोधन जरुरी है इसके लिए कानून मंत्रालय से मशविरा किया जा रहा है| उन्होंने बताया कहा कि गैंगरेप वाले रूट पर लापरवाही बरतने वाले पञ्च पोलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है| लापरवाह पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मामले की न्यायायिक जांच करवाई जाएगी। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली के विजय चौक पर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज की घटना की जांच करने का भी आश्वासन दिया| और उनसे हिंसा का सहारा नहीं लेने और घर लौटने को भी कहा| प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री शिंदे ने भावुक हो कर कहा, ‘जनता के गुस्से को समझा जा सकता है। उनकी भी तीन बेटियां हैं।’ उनके गृह राज्य मंत्री के भी तीन बेटियाँ हैं हमारे कोई बेटा नहीं है|इस लिए हम लोगों की भावनाओं को समझते हैं और कार्यवाही के प्रति बेहद गंभीर हैं|
इससे पहले शनिवार को दिल्ली का विजय चौक विरोध प्रदर्शनों का केंद्र बन गया। सैकड़ों की तादाद में युवा सुबह से वहां डटे रहे। लाख मनाने के बाद भी लोग वहां से हटने को तैयार नहीं हुए, तो पुलिस ने शाम को तीसरी बार लाठीचार्ज कर विजय चौक को खाली करवा दिया। जनता के इस उबाल ने मिस्र के ‘तहरीर चौक’ के विरोध-प्रदर्शनों की याद ताजा कर दी है। इससे पहले शनिवार सुबह भी हजारों की संख्या में लोगों ने प्रदर्शन करते हुए रायसीना हिल्स से राष्ट्रपति भवन की ओर मार्च किया। भीड़ ने इस दौरान कई बार फिर सुरक्षा घेरा तोड़ा। इस पर प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज, आंसूगैस के[डबल डिजिट्स] गोलों और पानी की बौछार की गई।
उधर राजनीती के गलियारे में भी समस्या को सुलझाने केलिए हलचल रही| कांग्रेस और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और पीएम ने गृहमंत्री से बात की है।उन्होंने इस मामले में कड़े कदम उठाने को कहा गृह मंत्री ने विपक्ष के नेता एल के अडवानी से भी सहयोग के लिए कहा|।भाजपा नेत्री सुषमा स्वराज ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की |आप के मनीष शिशोदिया ने भी वहां पर अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराई|
गृह मंत्री की प्रेस कांफ्रेंस के बाद भी प्रदर्शन कारियों ने प्रदर्शन स्थल नहीं छोड़ा इस कांफ्रेंस के बाद भी उनपर हल्का लाठी चार्ज किया गया| और रत दस बजे तक प्रदर्शन कारी घर लौटने को तैयार नहीं थे | लोगों का कहना था कि फांसी कि सज़ा के लिए संसद की स्वीकृति जरुरी बताई गई है और विपक्ष की विशेष सत्र की मांग को गृह मंत्री ने इस प्रेस कांफ्रेंस में नकार दिया है अब यह मामला बजट सत्र तक टल गया है| कहना होगा कि सरकार मीडिया के माध्यम से प्रदर्शन कारियों का विशवास जीतने में असफल रही है जानकारों का कहना है कि सारे दिन लाठी चार्ज+वाटर गन और आंसू गैस के गोले कई बार छोड़ने पर भी भीड़ को वी आई पी एरिया से हटाया नहीं जा सका|अगर दिन में ही विजय चौक [इंडिया गेट] या फिर राष्ट्रपति भवन के बाहर समय रहते कोई न्रेत्त्व भीड़ की संवेदनाओं को महत्त्व देते हुए उनसे संवाद स्थापित करता तो शायद दमनात्मक कार्यवाही के लांछन से बचा जा सकता था |

बस गैगरेप में न्याय मांगने इकठ्ठा हुए हज़ारों निहत्थे,अराजनीतिक लोगों पर राष्ट्रपति भवन के सामने दमनात्मक कार्यवाही

बस रेप में इंसाफ मांगने के लिए आज शनिवार को हज़ारों की संख्‍या में इकट्टा हुए निहत्थे +अराजनैतिक लोगों पर राय सीना [राष्ट्रपति भवन के समीप]पोलिस ने पानी की तोपें+आंसू गैस के गोले और लाठियां चलाई |दुर्भाग्य से इस आक्रोशित भीड़ को सांत्वना देने या कोई आश्वासन देने के लिए देश के न्रेतत्व को आगे लाने के बजाय बल पूर्वक दमनात्मक कदम उठाये गए |तख्तियों के साथ नारेबाजी कर रही प्रदर्शनकारी महिलाओं को तितर बितर करने के लिए भी पुरुष पोलिस कर्मी ही सामने लाये गए| शायद इसीलिए कानून व्यवस्था को सुचारू चलाने में नाकाम दिख रही पोलिस आज यहाँ भी भीड़ को नियंत्रित करने में नाकाम दिखाई दी| शायद इसे आने वाले समय में एक नए क्रांतिकारी की पहल के रूप में देखा जा सकता है|इंडिया गेट में इकट्ठा हुए. इस प्रदर्शन में पूर्व सेनाध्‍यक्ष जनरल वी.के. सिंह भी शामिल हुए हैं|.एक उत्साही सुरक्षा कर्मी प्रदर्शन कारियों की भीड़ में घुस कर आंसू गैस के बम डालते देखे गए|
इंडिया गेट में शुरू हुए विरोध प्रदर्शन में लोग बड़ी संख्‍या में पहुंचे और रायसीना हिल्स की तरफ राष्‍ट्रपति भवन के पास सुरक्षा घेरा तोड़कर आगे बढ़ गए | इस प्रदर्शन में छात्र छात्राएं और महिलाओं की संख्या अधिक दिखाई दे रही है| दिल्‍ली में रहने वाली विदेशी महिलाएं भी दिखाई दे रही हैं|
वीभत्स गैंगरेप रविवार रात को हुआ. दिल्ली में कल शुक्रवार को भी महिलाओं और छात्राओं ने राष्ट्रपति भवन के बाहर इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया था तब उन्हें सुरक्षा कर्मियों ने रोक दिया था|.
. सफदजंग अस्‍पताल में भर्ती छात्रा की हालत अभी भी नाजुक बनीं हुई है. दिल्‍ली सरकार पीडि़ता को बेहतर इलाज के लिए विदेश भेजने की भी बात कर रही है.
उधर, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने दिल्ली में लोगों के लिए सुरक्षा और बढ़ाई जाने की बात कही है. ताकी दोबारा ऐसी घटना न घटे.उन्होंने स्वयम भी रात में दिल्ली का दौरा किया
उल्लेखनीय है कि देश की राजधानी में रविवार को पैरा मेडिकल स्टूडेंट के साथ चलती बस में हुई गैंगरेप की घटना ने देशवासियों को झकझोर दिया है.
23 वर्षीय युवती सफदरजंग अस्पताल में जिंदगी और मौत से चलती बस में युवती के साथ सामुहिक दुष्कर्म और क्रुरता से गुस्साए लोगों ने आज शनिवार कि सुबह फिर दिल्ली में प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति भवन की ओर मार्च किया। गैंग रेप से गुस्साए लोग तमाम सुरक्षा तामझाम को धता बताते हुए जब हाई सिक्योरिटी जोन को पार कर गए तो इंटेलिजेंस से लेकर दिल्ली पुलिस के आला अफसरों में हडकंप मच गया। पीडित युवती को न्याय दिलाने की मांग को लेकर दिल्ली के हजारों लोगों ने खासकर महिलाओं ने इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली के रायसीना हिल की तरफ मार्च किया। प्रदर्शनकारी की एक ही मांग है कि हमें न्याय चाहिए और “वी वांट जस्टिस” बलात्कारियों को फांसी दो के नारे लगाते हुए राष्ट्रपति भवन के बाहर से हटाये नहीं जा सके हैं|इंडिया गेट से लेकर प्रदर्शन कारियों की भीड़ लगातार आगे बढ रही है|
आज की इस घटना से जिस प्रकार से दिल्ली की सरकार औरपोलिस ने निबटने का प्रयास किया है निहत्थे अराजनीतिक प्रदर्शन कारियों को घयल किया गया चौटें पहुंचाई गई यह अपने आप में चीन के थियानमन चौक की याद दिलाता है|भारत में भी अब प्रश्न उठाने शुरू हो गए हैं कि क्या अब मान लेना चाहिए कि देश के न्रेतत्व के पास जन आक्रोश का सामना करने के लिए कोई काबिल प्रशासक या मंत्री या नेता नहीं रह गया है क्या अब भविष्य में कोई भी शांतिपूर्वक+निहत्थे लोगो अराजनीतिक लोगों का आन्दोलन होगा तो उसे इसी प्रकार बल पूर्वक कुचल दिया जाएगा

आज़म खान ने ट्रेन में कोच अटेंडेंट को मुर्गा बनाया

उत्तर प्रदेश के शहरी विकास मंत्री और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान का विवादों से पुराना नाता है अब फिर एक नया विवाद इनके नाम के साथ जोड़ा जाने लगा है लेकिन ये विवाद किसी सेलेब्रेटी से जुदा नहीं है वरन सौ साल पूरे करने वाली पंजाब मेल के सी ग्रुप के एक कोच अटेंडेंट से जुड़ा है| प्राप्त जानकारी के अनुसार आज़म खान के खिलाफ मारपीट की शिकायत की गई है| जबकि आज़म खान ने केवल बहस होने की बात कही है| पंजाब मेल

Aazam Khan V/S Indian Railways

निर्मल मुर्मू द्वारा अमृतसर में रेलवे पुलिस से यह शिकायत की गई है|.रेलवे पुलिस ने शिकायत रामपुर जीआरपी को भेज दी है |निर्मल मुर्मू के मुताबिक आजम खान ने उनकी पिटाई की और कान पकड़कर उठक-बैठक करवाई|
बताया गया है कि हावड़ा से अमृतसर जाने वाली पंजाब मेल[३००५अप] से वरिष्ठ मंत्री आजम खान 18 दिसंबर को लखनऊ से रामपुर जा रहे थे|
आजम खान ने इस आरोप को नकारते हुए कहा है कि उन्होंने[मंत्री] ट्रेन में बिस्तर गंदा होने की बात जरूर कही थी जिस पर रेलवे स्टाफ के साथ उनकी बहस भी हुई थी

यातायात में बाधा उत्पन्न कर रहे वाहन उठवाये

यातायात में बाधा उत्पन्न कर रहे वाहन उठवाये Meerut Traffic

मेरठ के व्यस्तम पैंठ बाज़ार में यातायात को सुचारू करने के उद्देश्य से सड़क पर यातायात की बाधक बनी खडी गाड़ियों को उठवाया गया|लालकुर्ती थाना अंतर्गत पैंठ बाज़ार में एक पोलिस सहायता केंद्र बनाया गया है|यहाँ तैनात पोलिस अधिकारी और होम गार्ड्स के पास कोई विशेष कार्य तो था नहीं सो उन्होंने यातायात को ही सुधारने का बीड़ा उठा लिया |देखा तो इधर उधर जहाँ लोगों को पैदल चलने में परेशानी हो रहे थी वहां बीचो बीच खडी गाड़ियाँ यातायात को बाधित कर रहे थी सो दरोगा जी ने एक रिक्शा बुलवाया और शुरू करा दिया वाहन उठाओ अभियान | ये दीगर बात है कि थोड़े समय के पश्चात चेतावनी दे कर वहां रिलीज भी करते रहे

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ने प्रोमोशन में रिजर्वेशन के विरोधियों को सपा के बहकावे ना आने की सलाह: Reservation On Promotion

Dr Lakshmi Kant Vajpai State President Of B.J.P.

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर लक्ष्मी कान्त वाजपई ने आज प्रोमोशन में आरक्षण के विरोधियों को भ्रमित बताते हुए उन्हें प्रदेश में सत्तारुड सपा के बहकावे से बाहर निकल कर देश हित में सोचने की सलाह दी है|
गौरतलब है कि बीते दिन प्रोमोशन में रिजर्वेशन के विरोधियों ने मेरठ शहर में स्थित भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वाजपई के निवास पर नारे लगाए और भाजपा से सम्बंधित पोस्टर फाड़ कर अपना विरोध जताया था|जमोस न्यूज़ डाट काम द्वारा इसकी प्रतिक्रया पूछने पर डाक्टर वाजपई ने कहा कि लोक तंत्र में अपनी भावनाएं प्रगट करना सभी का अधिकार है|लेकिन लोक तांत्रिक मर्यादाओं का पालन करते हुए अपनी भावनाओं को व्यक्त किया जाना चाहिए|अगर इन विरोधियों को अपनी बात कहनी थी तो इसके लिए उनसे[डाक्टर वाजपई] उनके घर पर,ऑफिस में या फिर फोन पर बात की जा सकती थी|ऐसा कुछ भी करने के बजाय उनके निवास पर हंगामा करना सुनियोजित षड्यंत्र का संकेत देता है| उन्होंने प्रदेश में अपनी विरोधी पार्टी सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सभी सपा द्वारा भ्रमित हैं|यदि वास्तव में सपा प्रोमोशन में आरक्षण के विरोध में है तो वह[सपा]केंद्र में यूं पी ऐ की सरकार से समर्थन वापिस क्यूं नहीं ले लेती|इसी परिपेक्ष्य में डाक्टर वाजपई ने सपा के बहकावे में ना आने की सलाह दी|

दिल्ली में चलती बस में किये गए सामूहिक बलात्कार के विरुद्ध संसद से सड़क तक आक्रोश की सुनामी: Time For Police&judicial reforms

दिल्ली में एक चार्टर्ड बस में फिजियोथेरेपिस्ट से किये गए सामूहिक बलात्कार के विरुद्ध सड़क से लेकर संसद में आक्रोश की सुनामी दौड़ी|अपराधियों को कड़ी सज़ा की मांग के साथ ही इस प्रकार के अपराधों की पुनरावर्ती की रोक थाम के लिए यथाशीघ्र पोलिस और न्यायिक सुधारों की जरूरत पर बल दिया गया | लोक सभा स्पीकर मीरा कुमार स्वयम पीड़ित महिला को देखने अस्पताल गई|
लोकसभा में बीजेपी की सुषमा स्वराज ने तो ऐसे बलात्कारियों के लिए फांसी की सजा की मांग तक कर दी। राज्यसभा में चर्चा के दौरान एसपी सांसद जया बच्चन की आंखें नम हो गईं। खुद लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार भावुक हो उठीं। वहीं, दिल्ली की सड़कों पर कई जगह छात्रों का प्रदर्शन देखने को मिला। देश का सियासी माहौल भी गरम हो गया है। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि देश की राजधानी में हुई इस घटना की किन शब्दों में निंदा की जाए इसके लिए कोई शब्द बचता नहीं है। सुषमा स्वराज ने कहा कि इस घटना से पूरा देश शर्मसार है। ऐसा लग रहा है कि दिल्ली में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि ऐसे लोगों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। कांग्रेस की गिरिजा व्यास ने देश में बलात्कार की घटनाओं पर चिंता जताते हुए इस विषय को गंभीरता से लिए जाने की जरूरत बताई। उन्होंने कानून को सख्त बनाने और फास्ट ट्रैक अदालतों की स्थापना करने के साथ साथ पुलिस ट्रेनिंग और जागरूकता बढाने पर जोर दिया। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार भी इस मुद्दे पर भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि जो घटना हुई है वह रोंगटे खड़ी कर देने वाली है। समाज के लिए शर्म से सिर झुका लेने वाली घटना है। सदन की भावना है कि सख्त से सख्त कदम उठाए जाएं और इस मामले में कोई और विलंब न हो। संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने सदन की भावना से अपने को जोड़ते हुए कहा कि सख्त कदम उठाए जाएंगे, इसमें कोई कमी नहीं रहेगी।

राज्यसभा का स्थगन

गैंग रेप के मुद्दे पर राज्यसभा में भी हंगामा हुआ, जिसके कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई। विपक्षी दल के सदस्य केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से इस मामले में बयान देने की मांग कर रहे थे। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने यह मामला उठाया। बीजेपी सदस्य माया सिंह, एम. वेंकैया नायडू तथा अन्य घटना की निंदा करते हुए अपनी सीट से खड़े हो गए। माया सिंह ने कहा कि दिल्ली महिलाओं के लिए पूरी तरह असुरक्षित है। हंगामे को देखते हुए सभापति हामिद अंसारी ने हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई तो एसपी की जया बच्चन भावुक हो उठीं। उनकी आंखें नम हो गईं। इस मुद्दे पर पूरा सदन एक साथ दिखा। सभी ने कड़ी कार्रवाई की मांग की।पिछले 15 दिनों में दिल्ली में गैंग रेप की यह 5वीं घटना है।
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जेएनयू और डी यू के छात्रों का प्रदर्शन

हर 18 घंटे में दिल्ली को दहला देने वाले रेप केसों के खिलाफ स्टूडेंट्स रोड पर उतर आए हैं। देश की 2 सेंट्रल यूनिवर्सिटीज डीयू और जेएनयू के छात्र बीते दिनों चलती बस में मेडिकल स्टूडेंट के साथ हुए इस घिनौने अपराध को करने वालों के खिलाफ मंगलवार को दिल्ली में प्रदर्शन किया। वे कानून बनाने और लागू कराने वाली दिल्ली सरकार और हमारी सिक्योरिटी करने वाली दिल्ली पुलिस से आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर उन्हें सजा देने की मांग कर रहे हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी में आर्ट्स फैकल्टी में यूनिवर्सिटी के सभी स्टूडेंट एबीवीपी के साथ मिलकर दिल्ली में हुए गैंग रेप के खिलाफ प्रदर्शन किया। अब छात्राएं अपनी सिक्योरिटी की मांग को पीछे छोड़ लोगों से अपना दिमाग साफ करने की अपील कर रही हैं। स्टूडेंट्स की मांग है कि आरोपियों को कड़ी सजा दी जाए। जेएनयू के स्टूडेंट्स ने भी दिल्ली को शर्मसार करने वाली इस घिनौनी हरकत के खिलाफ 11 बजे से वसंत विहार थाने के बाहर प्रदर्शन किया

दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज गुप्ता

ने कहा कि वे अदालत से गुज़ारिश करेंगे कि इस केस की सुनवाई फास्ट ट्रक अदालत में रोज़ाना की जाए.
नीरज गुप्ता ने जानकारी दी कि इस केस के चार आरोपी पकड़े जा चुके हैं, जबकि दो फिलहाल फरार हैं. पुलिस कमिश्नर के मुताबिक बस का ड्राइवर राम सिंह, उसका भाई मुकेश सिंह, विनय शर्मा और पवन गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अक्षय ठाकुर और एक अन्य आरोपी फरार है. अक्षय कुमार बिहार के औरंगाबाद का रहने वाला है.
घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए नीरज गुप्ता ने कहा कि रविवार की रात 9.30 से 10 बजे के बीच बलात्कार की घटना घटी और स्कूल की चार्टर बस में बलात्कार को अंजाम दिया गया.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर के मुताबिक 370 बसों की पड़ताल के बाद ही उस बस का पता चलाया जा सका जिसमें बलात्कार की घटना घटी. उनका कहना था कि फॉरेंसिक जांच के बाद यह सुनिश्चित कर लिया गया है जो बस पकड़ी गई है उसी बस में बलात्कार की घटना घटी.नीरज गुप्ता ने कहा कि ड्राइवर ने जुर्म कबूल कर लिया है.पुलिस कमिश्नर ने पीड़ित का हाल बताते हुए कहा कि उसकी स्थिति नाज़ुक है, लेकिन पहले से बेहतर है
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दिल्ली की समाज कल्याण मंत्री किरण वालिया

ने कहा है कि दिल्ली की सभी बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे|

Indian Parliament

छावनी परिषद् के आठों पार्षदों ने परिषद् पर शक्ति प्रदर्शन किया: 21 Points Memorandum To Defense Minister

Meerut छावनी परिषद् के आठों पार्षदों ने परिषद् पर शक्ति प्रदर्शन किया:

मेरठ छावनी के आठों पार्षदों ने आज परिषद् कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया सभी पार्षद अपने छेत्रों के समर्थकों के साथ कार्यालय पहुंचे और रक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा|आज सुबह आश्चर्यजनक रूप से परिषद अधिकारियों ने परिसर के सारे गेट बंद करवा दिए और पार्षदों के प्रवेश पर भी पाबंदी लगा दी जिस पर सभी भड़क गए और गेट पर ही सभा शुरू हो गई और बोर्ड अधिकारियों के खिलाफ नारे लगाने शुरू हो गए |थोड़ी देर के बाद स्थिति को काबू करने के लिए छेत्र के पोलिस अधिकारियों ने अन्दर जाकर अधिकारीयों से संपर्क किया तब जाकर दो पार्षदों के लिए गेट खोला गया |डाक्टर संजीव कुमार गुप्ता द्वारा हस्ताक्षरित २१ सूत्रीय ज्ञापन मुख्य अधिशासी अधिकारी को सौंपा गया| इसके बाद धरना पर्दर्शन समाप्त कर दिया गया|पोलिस अधिकारियों के विवेकपूर्ण कदम से वहां कोई अप्रिय घटना होने से बच गई और प्रदर्शन शान्ति पूर्वक निबट गया|
गौरतलब है कि देश में ६२ छावनियों में दूसरे नंबर की सबसे बड़ी छावनी मेरठ में विकास के बजाय पार्षदों और परिषद् में टकराव बढ़ता जा रहा है| इसीके फलस्वरूप आज सोमवार को आठों पार्षद ने परिषद् कार्यालय पर धरना दिया और प्रदर्शन किया |पार्षदों ने परिषद् अध्यक्ष मेजर जनरल वी के यादव ,मुख्य अधिशासी अधिकारी और दशकों से परिषद् में जमे अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान किया है| अखिल भारतीय केंट बोर्ड उपाध्यक्ष संघ के अध्यक्ष श्री गुप्ता ने आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली में रक्षा मंत्रालय में मामले को ले जाने का आश्वासन दिया|
पार्षद अजमल कमाल [लालकुर्ती]और जगमोहन शाकाल [सदर] के अनुसार मेरठ के पार्षदों का हौंसला बढाने के लिए छावनी परिषदों के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाक्टर संजीव गुप्ता [झांसी]के साथ अनेकों छावनियों के उपाध्यक्ष दिल्ली जायेंगे |
गौरतलब है की छेत्र में विकास के नाम पर केवल खाना पूर्ति की जा रही है|इसके लिए धनाभाव का रोना रोया जाता है जबकि सैनिक अधिकारियों के छेत्रों में ही कार्य कराये जा रहे हैं|ये आरोप लगाते हुए असंतुष्ट पार्षदों ने कहा है कि [१]गृह कर और जल कर में की गई वृद्धि को तत्काल वापिस लिया जाए|[२]विकास कार्य शीघ्र प्रारम्भ कराये जाये|[३]चेंज आफ परपस को चालू किया जाए[४]नक्शा पास करने के प्रक्रिया तेज की जाए[५]बंगलो एरिया में बिजली पानी और सड़क सुविधा दी जाये|[५]कर्मियों का स्थानातरण किया जाये
इसके अलावा सुझाव भी दिया गया कि छावनी परिषद् में किये जा रहे चालान को कोर्ट में भेजने के बजाये चालानपर बोर्ड द्वारा ही निर्णय कराया जाना चाहिए इससे बोर्ड को अतिरिक्त आमदनी होगी| कम्पाउंड प्रक्रिया को गति दी जानी चाहिए|एन ओ सी देने में की जारी देरी को रोक जाना चाहिए|एतिहासिक स्थलों का सौन्द्रियकरण हो और फ्रीहोल्ड प्रक्रिया यथा शीघ्र शुरू की जाए |

मेरठ छावनी के पार्षदों और परिषद् की लड़ाई अब सड़को पर आई

मेरठ छावनी परिषद्

भारत में ६२ छावनियों में दूसरे नंबर की सबसे बड़ी छावनी मेरठ में विकास के बजाय पार्षदों और परिषद् में टकराव बढ़ता जा रहा है| इसीके फलस्वरूप कल सोमवार को आठों पार्षद परिषद् कार्यालय पर धरना देंगे और प्रदर्शन करेंगे|पार्षदों ने परिषद् अध्यक्ष मेजर जनरल वी के यादव ,मुख्य अधिशासी अधिकारी और दशकों से परिषद् में जमे अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान किया है| आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली में रक्षा मंत्रालय में भी जाने के घोषणा की गई है|
पार्षद अजमल कमाल के अनुसार मेरठ के पार्षदों का हौंसला बढाने के लिए छावनी परिषदों के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव गुप्ता [झांसी]के साथ अनेकों छावनियों के उपाध्यक्ष आयेंगे |
गौरतलब है की छेत्र में विकास के नाम पर केवल खाना पूर्ति की जा रही है|इसके लिए धनाभाव का रोना रोया जाता है जबकि सैनिक अधिकारियों के छेत्रों में ही कार्य कराये जा रहे हैं|ये आरोप लगाते हुए असंतुष्ट पार्षदों ने कहा है कि [१]गृह कर और जल कर में की गई वृद्धि को तत्काल वापिस लिया जाए|[२]विकास कार्य शीघ्र प्रारम्भ कराये जाये|[३]चेंज आफ परपस को चालू किया जाए[४]नक्शा पास करने के प्रक्रिया तेज की जाए[५]बंगलो एरिया में बिजली पानी और सड़क सुविधा दी जाये|
इसके अलावा पार्षद अजमल कमल ने सुझाव भी दिया ही कि छावनी परिषद् में किये जा रहे चालान को कोर्ट में भेजने के बजाये चालानपर बोर्ड द्वारा ही निर्णय कराया जाना चाहिए इससे बोर्ड को अतिरिक्त आमदनी होगी| कम्पाउंड प्रक्रिया को गति दी जानी चाहिए|एन ओ सी देने में की जारी देरी को रोक जाना चाहिए|एतिहासिक स्थलों का सौन्द्रियकरण हो और फ्रीहोल्ड प्रक्रिया यथा शीघ्र शुरू की जाए |

एक व्यक्ति प्रतिदिन मात्र चार रुपये में पेट भर खा सकता है:शीला दीक्षित

शीला दीक्षित के एक बयान पर बवाल हो गया है. शनिवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान दिल्ली की सीएम ने कहा कि 600 रुपये पांच लोगों के परिवार की दाल-रोटी-चावल के लिए काफी हैं. हालांकि बाद में उन्होंने इस बयान पर सफाई भी दी, शीला दीक्षित ने अन्नश्री योजना की शुरुआत की थी. योजना है गरीब परिवारों को हर महीने अनाज के बदले 600 रुपये महीना देने की. शीला दीक्षित ने इस कार्यक्रम में कहा कि दिल्ली में पांच लोगों का परिवार छह सौ रुपये महीने में अच्छे से पेट भर सकता है. उसे कम से कम दाल, चावल और गेहूं तो मिल ही सकता है.
क्या दिल्ली में रहने वाले किसी आदमी का पेट सिर्फ 4 रुपये में भर सकता है.दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के मुताबिक दिल्ली में ऐसा संभव हैं.

शीला दीक्षित ने कहा, सरकार अन्नश्री के तहत हर महीने गरीब परिवारों को 600 रुपये देगी. मैं समझती हूं दिल्ली में पांच लोगों का परिवार छह सौ रुपये महीने में अच्छे से पेट भर सकता है.अर्थार्त पञ्च लोगों के परिवार के लिए महीने में १५० डाईट और ६०० रुपयों में १५० डाईट का अर्थ हुआ ४ रुपये प्रति डाईट |इस एक डाईट में सुबह दोपहर और शाम का खाना शामिल है|
शीला दीक्षित ने ये बात १५-दिसंबर को दिल्ली में अन्नश्री योजना की शुरुआत करते वक्त कही थी|.
शीला ने जब यह बयान दिया, तब कांग्रेस और यूं पी ऐ अध्यक्षा सोनिया गांधी भी मौजूद थीं।
जो सीधे परिवार की महिला सदस्य के बैंक एकाउंट में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। इस योजना का लाभ 25 लाख लोगों को मिलेगा।
इस योजना से लाभान्वित होने वाले लोगों ने शीला के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है|लोगों का कहना है कि अगर ४/= प्रति व्यक्ति प्रति दिन पर्याप्त है तो गरीब को तो खुली छत के नीचे रहना और कभी बीमार नहीं होना चाहिए\इसके अलावा सरकार को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि बाज़ार कीमतें भी इसी के अनुरूप रहेंगी|
योजना को शुरू करने के मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि ये योजना आधार कार्ड से जुड़ा होगी और पीडीएस स्कीम से अलग होगी। सोनिया गांधी ने अन्न श्री योजना लागू करने के लिए दिल्ली सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि इस स्कीम की सबसे अच्छी बात ये है कि पैसा जरूरतमंद परिवार की महिला सदस्य को मिलेगा।
श्रीमति सोनिया गांधी ने कहा कि यूपीए और कांग्रेस की सरकार गरीबों को भोजन देने की गांरटी को लेकर गंभीर है और जल्द ही संसद में फूड सिक्योरिटी बिल पेश किया जाएगा। एक तरफ सरकार मानती है महंगाई बढ़ रही है लेकिन दूसरी तरफ कभी ये कहा जाता है कि 20 रुपये से ज्यादा कमाने वाले को गरीब नहीं माना जा सकता। अब दिल्ली के मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने ही अन्नश्री योजना की शुरुआत करते हुए यहां तक कह डाला कि 600 रुपये में पांच सदस्यों वाले एक परिवार का खर्च आसानी से चल जाएगा। ये बयान गरीबी का मजाक नहीं तो और क्या है। इसके पहले मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने 27 रुपये रोज कमाने वाले शख्स को गरीबी रेखा के नीचे करार देने से इनकार कर दिया था। मोंटेक की तब खासी किरकिरी हुई थी। बावजूद इसके अब शीला दीक्षित ने 600 रुपये की थ्योरी देकर प्रति व्यक्ति के लिए पूरे दिन के खाने के लिए मात्र चार रुपये पर्याप्त बता कर चौंका दिया है। रांची में मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने २०११ में दाल-भात योजन की शुरूआत की। इस योजना के अंतगर्त राज्य में 100 केंद्रों पर प्रतिदिन मात्र 5/- (पांच) रूपय में दोपहर के खाने की व्यवस्था सरकार के द्वारा की गई|अब एक साल के बाद महंगी दर इतनी बड चुकी है मगर सरकारी आंकड़ों के अनुसार मानवीय डाईट की आवश्यकता घटाई गई है यह हास्यस्पद है|

शीला दीक्षित

भाजपा की हाहाकार रैली में आज लक्ष्मी कान्त वाजपई ने बढ़ते अपराधों के विरुद्ध हुंकार भरते हुए पार्टी के तेवर दिखाए

भाजपा की हाहाकार रैली

भाजपा की हाहाकार रैली में आज प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर लक्ष्मी कान्त वाजपई ने बढ़ते अपराधों के विरुद्ध हुंकार भरते हुए पार्टी लाईन को उजागर किया|
कमिश्नरी चौक में आज भाजपा द्वारा हाहाकार रैली का आयोजन किया गया जिसमे भारी संख्या में लोग शामिल हुए| प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर लक्ष्मी कान्त वाजपई,संसद राजेंद्र अग्रवाल,पूर्व विधायक अमित अग्रवाल,मोहन लाल कपूर,मेयर हरिकांत अहलुवालिया,आदि ने रैली को संबोधित किया|इसमें प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि इस माह गन्ना ,धान,के प्रति सरकार की जन विरोधी नीतियों का पूरजोर विरोध किया जाएगा|
श्री वाजपई ने कहा कि मुरादाबाद,मेरठ,और देवरिया[१८दिसंबर] चंदौली [१९ दिसंबर ]] में आगामी सप्ताह से आन्दोलन शुरू किये जायेंगे| धान के कट्टे सर पर रख कर अधिकारियों के कार्यालय में कार्यकर्ता और नेतागण जायेंगे और सरकार को धन खरीदने के लिए मजबूर किया जाएगा

जिलाधिकारी जी आप अगर कानून व्यवस्था से संतुष्ट हैं तो में चला जाता हूँ

मेरठ के जिलाधिकारी के एक ज्ञापन भी सौंपा जाना था मगर रैली के स्थान पर एस पी और ऐ डी एम् [ सिटी] के ही आने पर वाजपई भारी समर्थकों के साथ जुलुस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचे जहाँ जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया |यहाँ वाजपई ने कानून व्यवस्था पर अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए पूछा कि जिलाधिकारी महोदय आप रोजाना सुबह अखबार में खंगाले गए घरों कि फोटो,लूट डकैती के ख़बरें, देख कर संतुष्ट हैं तो में वापिस चला जाता हूँ |इस पर अधिकारी ने व्यवस्था में सुधार लाने का आश्वासन दिया|

रैली में दो जेब कतरों को धुना गया

रैली में दो जेब कतरों को जनता ने पकड़ कर धुन दिया थोड़ी देर के बाद एक पोलिस अधिकारी आये और उन्होंने जेब कतरों को हिरासत में लिया

आत्म दाह का प्रयास किया

प्रशासन के खिलाफ एक व्यक्ति ने आत्मदाह का प्रयास किया जिसे पोलिस कर्मियों ने तत्परता से विफल कर दिया

आरक्षण समर्थकों की नारे बाज़ी

कलेक्ट्रेट में प्रोमोशन में आरक्षण विरोधी भी अपना मंच सजाये थे और बार बार माईक पर भाजपा से आरक्षण का विरोध करने के लिए नारे लगाते रहे |