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Category: Economy

नवजोत सिंह सिद्धू ने आई पी एल के देश द्रोह को छोटा करने के लिए संसद के घोटालों की बड़ी लाईन खिंची

इंडियन प्रीमियर लीग के पाप को छोटा करके दिखाने के चक्कर में नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बड़ी लाईन खींच दी है सिद्धू ने कहा है कि जब घोटालों + विवादों+घपलों के बावजूद भारतीय संसद पवित्र है तब आई पी एल को पाप लीग कैसे कहा जा सकता है| मीडिया में पिछले तीन दिनों से आईपीएल पर घमासान जारी है और आई पी एल को पाप लीग बता कर इस पर रोक लगाए जाने की मांग उठने लगी है|ऐसे में भाजपा सासंद + क्रिकेट कमेंटेटर +पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने एक ट्वीट करके एक नया विवाद खडा कर दिया है| गौरतलब है कि नवजोत आईपीएल का प्रसारण करनेवाली टेलीवीजन कंपनी से भी जुड़े हुए हैं और आईपीएल मैचों के दौरान कमेन्ट्री भी करते हैं। ऐसे में उनके अपने निजी हित भी आईपीएल से स्वाभाविक रूप से जुड़े हैं शायद इसीलिए आईपीएल का बचाव करना उनकी मजबूरी हो सकता है लेकिन उन्होंने जिस तरह से बड़ी लाइन के रूप में संसद को भ्रष्ट बताया है यह अपने आप में इस चर्चा को ज़िंदा रखेगा | भाजपा ने यदपि स्पॉट फिंक्सिंग प्रकरण पर हैरानी और चिंता व्यक्त कि है लेकिन अपने सांसद नवजोत सिंह सिद्धू के विवादास्पद बयान से अपने आप को अलग कर लिया है| पार्टी की ब्रीफिंग में प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि वह अच्छे कमेंटेटर हैं+पार्टी के सांसद +प्रमुख नेता हैं+ वह अच्छे कलाकार भी हैं। हर व्यक्ति के चार-पांच रूप होते हैं और इसे एक दूसरे में मिला कर नहीं देखा जाना चाहिए। भाजपा के सहयोगी दल जनता दल [यू] के नेताओं ने इसे दिमाग का दिवालिया पन बताया है |
दिल्ली पोलिस की मानी जाए तो श्रीशांत सहित तीनो आरोपी क्रिकेटरों ने स्पॉट फिक्सिंग के आरोप स्वीकार कर लिए हैं क्रिकेट के कर्णधार और बिग बॉस श्रीनिवासन भी इस पर चिंता व्यक्त करके जांच करवाने की बात करने लगे है ऐसे में दोषियों के देश द्रोह स्वरूपी आरोपों को हलके में मजाक में उड़ाना एक सांसद से अपेक्षित नही हो सकता| जिस गेम के माध्यम से जनता का पैसा देश द्रोहियों की तिजोरियों में गैर कानूनी तरीके से जा रहा हो उस तरीके के खुलासे के तत्काल पश्चात एक सांसद द्वारा उसे हलके तरीके से छोटा बताने का प्रयास किया जाना अपने आप में चिंता का विषय है|शायद सिद्धू एक अन्य व्यंगकार जसपाल भट्टी[ अब स्वर्गीय] की नक़ल करने की कौशिश करते दिख रहे हैं लेकिन इस कौशिश में वोह यह भूल गए कि जसपाल भट्टी किसी भी राष्ट्रीय समस्या को छोटा करके नहीं वरन गंभीरता से रोचक बना कर जनता के दिमाग तक पहुंचाते थे

सी बी आई ने कोल गेट टीम के एक अधीक्षक और एक निरीक्षक को सात लाख की रिश्वत के आरोप में पकड़ा

दिल्ली पोलिस ने यदि क्रिकेट के अपराधियों को पकड़ कर अपनी खोई साख को दुबारा पाने के लिए पहल कर दी है तो ऐसे में लगता है केंद्रीय जांच ब्यूरो[सी बी आई] भी पीछे नहीं रहना चाहती अपनी इस इच्छा को सी बी आई ने अपने ही भ्रष्ट अधीक्षक और निरीक्षक को गिरफ्तार करके उजागर कर दिया है|
सीबीआई ने कोल गेट की जांच कर रहे अपने ही एक पुलिस अधीक्षक और एक निरीक्षक को सात लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है|. बताया जा रहा है कि एजेंसी के मुख्यालय के बाहर एक व्यवसायी से यह रिश्वत कथित रूप से जमीन विवाद को सुलझाने के लिए वसूली गयी| राजेश को उस समय गिरफ्तार किया जब वह धन ले रहा था. जिसके पश्चात सुप्रिडेंट दत्त को भी हिरासत में ले लिया गया
आंतरिक सतर्कता शाखा ने निरीक्षक[Inspector] राजेश को एस पी[SupdtPolice ] दत्त के लिए रिश्वत लेते समय पकड़ा| दत्त कोयला ब्लाक आवंटन घोटाला मामले में मुख्य जांचकर्ता हैं.
बताया जा रहा है कि सुप्रिडेंट दत्त ने दिल्ली पुलिस अधिकारियों के बीच अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए एक भूमि विवाद मामले में एक याचिका को कथित रूप से वापस करवाया जिससे व्यवसायी को लाभ मिलाउसी की एवज में रिश्वत तय हुई थी|
यदपि सीबीआई निदेशक रंजित के अनुसार इस मामले का कोयला ब्लाक आवंटन घोटाले की चल रही जांच से कोई लेनादेना नहीं है.लेकिन यह भी सत्य है कि यह सुप्रिडेंट कोल गेट की जांच टीम का एक अहम् हिसा है|इसीलिए अब वोह महत्पूर्ण जांच भी प्रभावित जरुर होगी|इसीलिए अपनी साख बचाने के लिए सी बी आई और दिल्ली पोलिस के लिए ये दोनों खुलासे कोई माईल स्टोन नहीं है क्योंकि ये तो एक कदम है मंजिल बेहद दूर है|

सड़क दुर्घटना सुरक्षा के छेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए तीन विभूतियाँ सम्मानित: विश्व दूरसंचार एवं सूचना दिवस२०१३

विश्व दूरसंचार एवं सूचना दिवस२०१३ पर सड़क दुर्घटना सुरक्षा के छेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए जेनेवा में विश्व की तीन विभूतियों को सम्मानित किया गया इस विषय में भारत में किसी आयोजन के लिए जानकारी प्राप्त करने के लिए केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल से संपर्क नही हो पाया| वर्ल्ड टेलीकम्यूनिकेशन एंड इनफार्मेशन सोसाईटी एवार्ड[World Telecommunication and Information Society Award] को प्राप्त करने वालों में[१] स्विस कन्फेडरेशन के अध्यक्ष उएलि मौरेर[ Mr UeliMaurer ][२]रोबर्ट बोस्च हमभ [ Chairman of the Board of Management of Robert Bosch GmbH;]के चेयर मैन वोल्क्मर देन्नेर[ Mr Volkmar Denner, ][३]इंटरनेशनल ऑटोमोबाइल फेडरेशन [ FIA ]के प्रेजिडेंट जीन तोडत[ MrJeanTodt ] हैं|आई टी यू द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार आई टी यूं के ये आई सी टी के एवार्ड्स सड़क दुर्घटना में सुरक्षा के छेत्र में समर्पित भाव से किये गए कार्यों और न्रेतत्व के लिए हैं| संयुक्त राष्ट्र केमहासचिव बान की मून ने अपने सन्देश में बताया है कि प्रतिवर्ष सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या १.३ मिलियन है घायलों कि संख्या इससे कई गुना अधिक है| इसीलिए सड़क और वाहनों को सुरक्षित करने के लिए यूनाईटेड नेशंस द्वारा विश्व भर में २०११ से २०२० तक सड़क सुरक्षा दशक मनाया जा रहा है|ट्रांसपोर्ट सिस्टम की सुरक्षा के लिए दिशा ज्ञान वाले उपकरण[navigation devices]+रडार्स [Radars ]उपयोगी होते हैं|
आई टी यू के महासचिव डा.हमदोउन तौरे [ DrHamadounToure ]ने रोड सेफ्टी को विश्व की समस्या बताया कि विकासशील देशों में यह स्थिति गंभीर है| मरने वालों के अतिरिक्त सड़क दुर्घटनाओं में २० -५० मिलियन लोग घायल होते हैं जिसके फलस्वरूप ५१८ $ का आर्थिक नुक्सान होता है|
भारत के उत्तर प्रदेश[ मेरठ] के राधा गोबिंद इंजीनियरिग कालेज में विश्व संचार दिवस मनाया गया |प्रो कालेज के निदेशक एच आर सिंह . ने सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए सूचना प्रोद्योगिकी[ InformationTechnology ]के इस्तेमाल पर बल दिया| राष्ट्रीय स्तर पर किसी आयोजनके लिए केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल से प्रयास करने के सभी प्रयास असफल रहे |

एयर एशिया इंडिया ने ३३ वर्षीय मिट्टू चांडिल्य को सीईओ बनायाYoungest CEO Of Air Lines

लो कास्ट कैरियर के छेत्र में तहलका मचाने आ रही जॉइंट वेंचर एयर एशिया इंडिया [AirAsiaIndia]के लिए ३३ वर्षीय मिट्टू चांडिल्य को सीईओ[ CEO]बनाया गया है।श्री मिट्ठू एक जून से कार्यभार संभालेंगे। इसी के साथ 33 वर्षीय चांडिल्य भारत में सिविल प्राइवेट एयर लाइन्स में सबसे युवा सी ई ओ होंगे|
ग्रुप के सीईओ टोनी फर्नांडिस ने ट्विटर पर यह ट्विट किया है| इस कंपनी में टाटा संस और ऐ भाटिया के[३०% +२१%] ५१% के शेयर्स हैं|

अमेरिका में दस हज़ार लोडेड बन्दूक धारी महात्मा गांधी के सविनय अवज्ञा आन्दोलन का अनुसरण करेंगे

अहिंसा वादी मोहन दास कर्म चंद गांधी की आत्मा दिल्ली के राज घाट शान्ति स्थल स्थित अपनी समाधि में आज कल बेचैनी से करवटें ले रही होगी यह सोशल साईट फेस बुक पर छपी एक पोस्ट को लेकर हो सकता है| अडम कोकेश [ADAMKOKESH ] ने अपने पेज पर बताया है के वर्जिनिया से वाशिंगटन के लिए ४ जुलाई को एक शांति मार्च निकाला जाएगा| जिसमे लगभग दस हज़ार भाग लेने वाले कानूनी और गैरकानूनी आग्नेय अस्त्रों[ GUNS ] से लैस होंगें| इनका कहना है घुटनों के बल जीने से अपने पैरों पर खड़े रह कर मरना अच्छा होगा| अमेरिका में बंदूकों को धारण करने की हिमायत में महात्मा गांधी के नाम का सहारा लेकर बंदूकों के सम्बन्धी कानून को तोड़ने के लिए सविनय अवज्ञा आन्दोलन छेड़ा जा रहा है|इसके लिए एक शान्ति मार्च निकाला जाएगा| यदि मार्ग में इन्हें रोका गया तो महात्मा गांधी के उपदेशों का पालन किया जाएगा और सत्याग्रह किया जा सकता है| यदि बल पूर्वक इन्हें मार्ग से वापिस लौटाया जाएगा तो यह साबित हो जाएगा कि स्वतंत्र लोगों को वाशिंगटन में प्रवेश की आज्ञा नही है|
मोहन दास कर्म चंद गांधी ने हथियारों के उपयोग का विरोध करके देश को आज़ाद कराया और अहिंसावाद का पर्याय बन गए| बेशक उनके अपने भारत में आज उनके आदर्शों को राजनीतिक लाभ के लिए भुनाया जाता है और राष्ट्र पिता का मज़ाक उड़ाया जाता है चूंकि गाँधी की छवि अन्तराष्ट्रीय स्तर पर हैं |इसीलिए अमेरिका में भी अब महात्मा के सत्याग्रह और सविनय अवज्ञा आन्दॉलन को पुनः चित्रित किया जाने वाला है |अब इनसे कोई ये पूछे कि १०००० लोडेड बन्दूक धारियों को मार्ग में रोकने की हिमाकत कौन सी सरकार करेगी खैर कुछ भी हो आज कल अन्ना बाबू राव हजारे और अरविन्द केजरीवाल भारत में महात्मा गाँधी के मार्ग का अनुसरण करके चर्चा में हैं ऐसे में इन बन्दूक धारियों को भी महात्मा गांधी के आशीर्वाद से वंचित नहीं होना पड़ेगा|

छोटे भारतीय टैक्स पेयर्स के साथ भी क्या वोडा फोन जैसी ही दरियादिली दिखाई जा सकेगी:आप पार्टी

आम आदमी पार्टी [आप] ने सवाल किये है कि वोडाफोन को फायदा पहुंचा कर कैसे जनहित होगा|क्या छोटे मोटे भारतीय टेक्स पेयर्स के साथ भी ऐसी ही दरियादिली दिखाई जा सकेगी|कपिल सिब्बल के कानून मंत्री बनने के तुरंत पश्चात कपिल अपने पुत्र अमित के साथ भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के[आप]निशाने पर आ गए हैं|सिब्बल के साथ पी चिदम्बरम और वाहनवती को भी संलिप्त किया है|
आप पार्टी ने कानून मंत्री पर अपने पद का दुरूपयोग का करके वोडाफोन को गैर कानूनी तरीके से फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है|पार्टी ने आरोप लगाये हैं कि वोडा फोन और हेंचीसनने एस्सार कंपनी के साथ सुप्रीम कोर्ट से केस वापिसी के लिए एग्रीमेंट किये हैं|इसके लिए २००० करोड़ का लेनदेन हुआ है|
इसीलिए सिब्बल ने कानून मंत्री बनते ही इस मुद्दे को कोर्ट से बाहर निबटाने के प्रयास तेज कर दिए हैं|
आप ने पूछा है कि २००० करोड़ कि डील में से कपिल सिब्बल को क्या मिला है?बाते गया है कि वोडाफोन जब संसद के कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गया तब पी चिदम्बरम ने वोडा फोन के साथ समझौता करने की सलाह दी थी|तत्कालीन कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने इससे इंकार कर दिया था|एटोर्नी जनरल वाहनवती भी अश्विनी कुमार से सहमत थे|आश्चर्यजनक रूप से कपिल सिब्बल के कानून मंत्री बनते ही वाहनवती ने यूं टर्न ले ते हुए समझौते के लिए सहमति दे दी|

केस हिस्ट्री

वोडा फोन द्वारा हन्चिसन से कुछ शेयर खरीद कर ५० ००० करोड़ का फायदा पहुँचाया गया| भारतीय कानून के अनुसार मुनाफे पर देय ११२१७ करोड़ का टैक्स काट कर खजाने में जमा करवाने की जिम्मेदारी वोडा फोन पर थी लेकिन ११२१७ करोड़ का टैक्स नहीं भरा गया|उलटे इन दोषी कंपनियों ने सुप्रीम कोर्ट से अपने लिए राहत[काला आदेश] ले ली जिसे संसद ने उलटा कर दिया|जिसके विरुद्ध केस एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है|
अब पुनः कपिल सिब्बल ने वोडाफोन से अदालत के बाहर समझौता करने का एलान कर दिया है कहा गया है किकपिल सिब्बल का पुत्र अमित सिब्बल हंचिसन कंपनी के वकील हैं| अपने इन आरोपों के समर्थन में आप पार्टी ने २००७ के अनेकों एग्रीमेंट प्रस्तुत किये हैं|

शीला दीक्षित ने बिजली पानी के बिलों में धांधली के आरोपों की बौछार से बचने के लिए स्वयम नए विवाद के रूप में एक ढाल ईजाद की

दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित ने बिजली पानी के बिलों में धांधली के आरोपों की बौछार से बचने के लिए स्वयम नए विवाद के रूप में एक ढाल ईजाद की है| इसके लिए उन्होंने एक ऐसे राजनीतिक साए को मीडिया के समक्ष पेश किया है जिसका वजूद या नाम तक बताने से उन्हें परहेज हैं| मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित आज कल दिल्ली में बिजली और पानी के बिलों में धांधली के आरोपों से गले तक घिरी हैं|आये दिन आम आदमी पार्टी[आप] और भाजपा नए खुलास एकाराने में लगे हुए हैं|ऐसे में उन्होंने एक नए विवाद को स्वयम ही हवा दे दी है| उन्होंने कहा है कि हाल में एक शख्स ने मुझे [शीला]दिल्ली विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस का टिकट पाने के लिए घूस की पेशकश की। शीला ने कहा कि घूस की पेशकश करने वालों को कुछ नहीं होता, जबकि भ्रष्ट तो वे भी होते हैं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में शीला दीक्षित का यह तीसरा कार्यकाल है। चौथी बार उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ने की तैयारी की जा रही है।
सी एम् ने यह खुलासा करके मीडिया और विपक्ष को एक नया मुद्दा जरूर दे दिया है इस खुलासे पर दिल्ली की सियासत एक बार फिर गरम हो गई है। बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने कार्रवाई करने के बजाय मीडिया में बयान देने को लेकर शीला की नीयत पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं|

आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया

ने सवाल किया है कि शीला किस कारण घूस देने वाले का नाम नहीं बता रही हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे करप्ट लोगों को कड़ी सजा मिले, इसके लिए जरूरी है कि उसका नाम बताया जाए।

दिल्ली विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष प्रो. विजय कुमार मलहोत्रा

ने कहा है कि श्रीमती शीला दीक्षित का यह बयान कांग्रेस संस्कृति को बेनकाब करता है। पहली बार एक मुख्यमंत्री ने इसे स्वीकार किया है। रिश्वत लेना अपराध है तो रिश्वत देना भी अपराध है और उस अपराध को छिपाना भी अपराध है। किसी अपराधी को बचाने का काम मुख्यमंत्री करे तो निन्दनीय होने के साथ-साथ अनैतिक व कानून विरोधी भी है। आखिर रिश्वत की पेशकश करने वाला व्यक्ति अभी कांग्रेस में किस पद पर है यह खुलासा होना चाहिए।।एक दैनिक अखबार में दिए इंटरव्यू में शीला ने बताया कि एक शख्स उसने मिलने उनके दफ्तर में आया और उन्हें पैसों के एवज में विधानसभा चुनाव में टिकट देने की पेशकश की।
गौरतलब है कि श्रीमती शीला दीक्षित का यह बयान उस समय आया है जब उनकी सरकार बिजली पानी के बिलों में धांधली के आरोपों से गले तक घिरी हैं आये दिन नए खुलासे किये जा रहे हैं| ऐसे में अपनी पार्टी से सम्बंधित एक और नए विवाद को स्वयम जन्म देना बेवजह नहीं हो सकता जबकि सी एम् ने कहा है कि घूस की पेशकश करने वाले अपराधी का कुछ नहीं बिगड़ता इसके बावजूद उन्होंने घूस देने वाले का नाम नहीं बताया। दबाब बढने पर अब इस मुद्दे को तत्कालीन पी एम् राजीव गांधी [अब स्वर्गीय]के कार्यकाल से जुडा बताया जा रहा है|

अमेरिका के इंजीनियरों ने अपने भारतीय काउंटर पार्ट्स के लिए एच वन वीजा कोटा बढाने का विरोध किया

अमेरिका के इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रोनिक्स प्रोफेशनल्स ने आउट सोर्सिंग का विरोद्ध करते हुए भारतीय पेशेवरों के लिए एच-1बी वीज़ा की संख्या में विस्तार करने की पहल को खारिज़ करने की मांग की है.| अमरीकी इंजीनियर्स की सबसे बड़े संस्था आईईईई-यूएसए[IEEEUSA ]ने कॉम्प्रिहेंसिव इमिग्रेशन बिल में ऐसे संशोधन को खारिज करने के लिए अमरीकी सीनेट की न्यायिक समिति से आग्रह किया है|
संस्था का कहना है कि भारतीय पेशेवरों के कारण अमरीकी और अन्य विदेशी कामगारों की नौकरियां खतरे में पड़ेंगी और साथ ही इससे अमरीकी कंपनियां आउटसोर्सिंग के लिए भी मजबूर होंगी|
अध्यक्ष मार्क ऐप्टर के अनुसार एच-1बी कार्यक्रम का उपयोग विदेशियों को अच्छी नौकरियां देने के लिए नहीं किया जाना चाहिए|
गौरतलब है कि ऑरिन हैच + टेड़ क्रूज़ ने एच-1बी वीज़ा कोटा को मौजूदा 65000 से बढ़ाकर 300000-325000 तक किए जाने के लिए संशोधन पारित किया है
बताते चलें कि संभवत पहली बार भारतीयों के लिए .ब्रिटेन ने तत्काल वीजा जारी किए जाने को लेकर ‘सुपर प्राइआरिटी’ योजना शुरू की है। इसके तहत जो भारतीय सैलानी तत्काल ब्रिटेन जाना चाहते हैं| उन्हें उसी दिन वीजा सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। बेशक इसके लिए 600 पाउंड यानी 51 हजार रुपये अतिरिक्त चुकाने होंगे लेकिन यू एस ऐ जिसकी कंप्यूटर इंडस्ट्रीज के विकास में भारत का महत्वपूर्ण योगदान है उस यू एस ऐ में भारतियों के लिए एच वन वीजा कोटा को बढाया जाना दोनों देशों के हितों की रक्षा ही करता है|

नोयडा की नील कंठ एलेक्ट्रोमेक्स ने राधा गोबिंद कालेज के ३१ बी टेक छात्रों का चयन किया

नोयडा की नील कंठ एलेक्ट्रोमेक्स प्र.. लि. ने राधा गोबिंद इंजीनियरिंग कालेज से बी टेक [सिविल+मैकेनिकल +इलेक्ट्रिकल+इलेक्ट्रोनिक्स स्ट्रीम के ३१ छात्रों का साईट इंजिनियर पद पर चयन किया |१.८ लाख का पैकेज दिया जाएगा|
कंपनी के निदेशक डा. शिव कुमार गौड़+एच आर प्रबंधक अजित सिंह ने कंपनी के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि यह कंपनी भारत के आठ राज्यों में एच वी+ई एच वी+टावर लाइन्स+स्विच यार्ड में विशषता रखती है| चेयर मैन योगेश त्यागी ने सफल छात्रों और प्लेमेंट अधिकारी श्रीमती कत्यानी शुक्ल को बधाई दी |डा. अमित शर्मा ने बताया कि कालेज में विशेष पी डी क्लासेस और माक़ इंटरव्यू कराये जा रहे हैं जिनके फलस्वरूप केम्पस प्लेसमेंट का आंकड़ा १०० पार कर गया है|

आगरा में मुशर्रफ को आजमाया तो अब नवाज के शपथ ग्रहण में जाकर जम्म्हुरियत को मजबूत किया जा सकता है

पाकिस्तान में दहशत गर्दी को करारा जवाब देते हुए वहां की अवाम ने [ मियाँ ] नवाज शरीफ को सत्ता की नजदीकियां दे दी हैं| पाकिस्तान में तीसरी बार प्रधान मंत्री बनने वाले नवाज शरीफ पहले नेता होंगे|देश में स्थिरता के लिए आर्थिक स्थिति को सुद्र्ड करने के लिए नवाज ने भारत से सम्बन्ध सुधारने की इच्छा जताई है इस दिशा में पहल करते हुए भारतीय समकक्ष डा. मन मोहन सिंह को एतिहासिक शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने के लिए टेलीफोनिक न्यौता भी दे डाला है लेकिन भारत में ही नवाज शरीफ पर भरोसा नही किया जा रहा हैं| कारगिल युद्ध और २६/११ को लेकर स्थिति स्पष्ट किये जाने तक भाजपा जल्दबाजी नही करने की बात कहने लगी है| भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चुनाव में नवाज शरीफ को मिली ‘शानदार जीत’ पर उन्हें बधाई दी.और भारत आने का न्यौता दिया इस पर नवाज ने भी कूटनीतिक ओपचारिकता का परिचय देते हुए शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने के लिए डा. सिंह को न्यौता दे दिया| अभी सरकार बनी नहीं शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने के लिए सरकारी दावतनामा नही आया है लेकिन इस विषय को मुद्दा बनाकर टी वी चैनलों पर बहस शुरू हो गई है|
विरोधियों द्वारा कहा जा रहा है की नवाज शरीफ के कार्यकाल में १९९९ में पाकिस्तान सेना ने कारगिल में घुस पैंठ की थी जिसमे सैकड़ों भारतीय जवान और आफिसर शहीद हुए थे| इसके बाद मुम्बई में २६/११ में बम्ब विस्फोट करके निर्दोषों को मार डाला गया|
यदपि भारतीय मीडिया को दिए साक्षात्कार में नवाज शरीफ ने जांच करवाने का आश्वासन दिया है इसके बावजूद यह नहीं भूलना चाहिए के कारगिल युद्ध के लिए मुख्य आरोपी जनरल मुशर्रफ [ जिसने अभी हाल ही में कारगिल पर गर्व भी जाहिर किया था ] को भजपा कार्यकाल में आगरा बुला कर संबंधों को सामान्य बनाने की कौशिश की गई थी | नवाज शरीफ ने प्रधान मंत्री काल में या उसके बाद कभी भी कारगिल में संलिप्ता स्वीकार नहीं की है और अब जांच करवाने का आश्वासन दिया है इसके अलावा यह भी कहना उचित होगा के कारगिल युद्ध में करारी हार के पश्चात जनरल मुशर्रफ ने नवाज को देश निकाला देकर सत्ता पर कब्ज़ा कर लिया था|अब चूंकि आतंकवाद और सैनिक दखल का दंश झेल रहे पड़ोसी मुल्क में जम्म्हुरियत को ताकत देने का एक और मौका आया है ऐसे में उसमे रोड़ा अटकाने के बजाये सहयोग की अपेक्षा की जा सकती है| गौरतलब है के नेशनल असेंबली की 272 सीटों के लिए 4670 उम्मीदवार मैदान में थे। इसके लिए सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए थे। देश भर में 75 हजार सुरक्षाकर्मियों को चुनाव ड्यूटी में लगाया गया था। वहीं, धांधली का आरोप लगाते हुए जमात-ए-इस्लामी ने शनिवार को कराची और हैदराबाद में अपने प्रत्याशियों को चुनाव प्रक्रिया से हटाकर विरोध दर्ज कराया।पाकिस्तान की 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली के 272 सीटों के लिए शनिवार को मतदान हुआ। बाकी 70 सीटें महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं, जिन पर मनोनयन किया जाएगा। 272 में साधारण बहुमत के लिए 137 सीटों की जरूरत होती है, जबकि कुल 342 सदस्यीय असेंबली में बहुमत के लिए 172 सीटों की।
विश्लेषकों के अनुसार पीएमएल के अच्छे प्रदर्शन से शरीफ को निर्दलीय उम्मीदवारों और जमीयत उलेमा ए इस्लाम जैसी छोटी दक्षिणपंथी पार्टियों के समर्थन से केंद्र में सरकार के गठन में मदद मिलेगी.|जनरल मुशर्रफ से अपना पुराना हिसाब किताब निबटने का प्रयास होगा |जनरल भारत के भी दोषी हैं|