Ad

Category: Jhalli Gallan

तीन सांसदों वाले रालोद को पाला बदलने से रोकने के लिए सुप्रीमो अजित सिंह को जेट+एतिहाद की सैर कराना जरुरी है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये देश में सबसे बड़े विदेशी निवेशक एतिहाद के लिए जेट एयरवेज के २४% शेयर्स खरीदने का रास्ता साफ़ हो गया है| ओये अब २०५७ करोड़ रुपयों की विदेशी मुद्रा का भंडार आ जाएगा| इकनोमिक अफेयर्स की कैबिनेट समिति [ Cabinet Committee on Economic Affairs (CCEA) ]की इस अप्रोवल से सिंगापोर +एयर एशिया वालों के लिए भी रास्ता साफ़ हो जाएगा| अमेरिकन डालर के मुकाबिले हसाड़े रुपये की कीमत सुधर जायेगी| सुब्रामनियम स्वामी+ दिनेश त्रिवेदी + जसवंत सिंह+गुरुदास गुप्ता जैसे धुरंधरों के ऐतराज धरे के धरे रह गए| ओये हमारे यहाँ देर हैं अंधेर नहीं है|

झल्ला

अरे मेरे चतुर सुजाण जी दरअसल रात घाट रही है इसीलिए खैरात बंट रही है |चुनावी मोड़ में आने से एक एक सीट की कीमत बड जाती है अब देख आप जी ने चौधरी अजित सिंह के किसी भी लाभकारी प्रपोजल को स्वीकार नहीं किया [१]जाट आरक्षण[२] हरित प्रदेश+[३]उत्तरप्रदेश मेंगवर्नर राज्य [४] मेरठ में है कोर्ट की बेंच जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को ठन्डे बसते से निकाला नहीं गया यहाँ तक कि जेट एतिहाद सौदे को भी रोक दिया गया ऐसे में तीन सांसदों वाले रालोद के सुप्रीमो अजित सिंह को पाला बदलने से रोकने के लिए जेट एतिहाद की सैर कराना जरुरी है|

तेलंगाना के गठन की विरोधी भावनाओं को व्यक्त करना हो तो राहुल गाँधी को पहले उचित शब्दों का चयन कर लेना चाहिए


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

उत्साही कांग्रेसी

ओये झल्लेया मुबारकां ओये देखा हसाड़े सोणे ते मन मोहणे पी एम् दा कमाल|एड्दे वड्डे आन्ध्र प्रदेश को फाड़ कर २९वे राज्य के रूप में तेलंगाना को दिया निकाल और भाजपाई कमल को कर दिया निढाल|ओये अब तो हसाडी कांग्रेस और सोनिया जी का परचम वहां भी लहराए ही लहराए

झल्ला

चतुर सुजाण जी खैर मुबारक जी |दूसरे छोटे राज्यों की मांग को दर किनार करके आप जी की केबिनेट ने तेलंगाना के गठन को बेशक मंजूरी दे है लेकिन अपने भावी चेहरे राहुल गाँधी को जरूर समझा देना के तेलंगाना के गठन को लेकर उठ रहे विरोधी स्वरों से उद्वेलित होकर अगर कोई बयाँ देना हो तो कम से कम विरोधी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए उचित शब्दों का चयन कर के पहले ही रख लें वरना फिर माँ की डांट खानी पड़ सकती है

नरेंदर मोदी के शौचालय में जय राम रमेश सरीखे कांग्रेसी फंस ही गए


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक कुपित भाजपाई

ओये झल्लेया ये केन्द्रीय मंत्री जय राम रमेश के सर पर लगता है कि सत्ता का नशा कुछ ज्यादा ही चड गया है तभी उन्होंने हिन्दुओ कि भावनाओं पर एक बार फिर से कुठाराघात कर दिया ओये इसकी हिम्मत तो देखो कहता है कि श्री राम कि जन्म स्थली अयोध्या में महा-शौचालय बना दिया जाना चाहिए ओयेलगता है कि तुष्टिकरण की निति का पालन करते करते ये लोग सारी मर्यादा भी भूल गए हैं |

झल्ला

अरे सेठ जी आप को तो खुश होना चाहिए आपके नरेंदर मोदी के शौचालय में कांग्रेसी फंसने शुरू हो गए हैं |अब देखो बेशक मोदी ने महात्मा गाँधी को श्रधांजलि देने के लिए शौचालयों का महत्त्व स्वीकार करके गुजरात में विकास की बात कही थी लेकिन पत्रकार नेता और मनरेगा जैसी महत्त्व कांक्षी यौजना के प्रभारी
जय राम रमेश सरीखे कांग्रेसी फंस गए हैं |ठीक है में समझाता हूँ सबसे पहले तो
[१] जय राम रमेश ने यह मान लिया है कि अयोध्या में राम मंदिर ही था क्योंकि अगर किसी दूसरे धर्म के विषय में कम से कम चुनावों के समय ऐसी बात कहने से पहले इनके मंत्री पद का राम राम कर दिया जाता |
[२] अयोध्या से करोड़ों लोगों कि भावनाएं जुडी हैं ऐसे में वहां शौचालय बनाने की वकालत करने वाला या तो स्वयम पीड़ित है या फिर मानसिक रूप से बीमार झल्लेविचरनुसार जय राम रमेश इनमे से किसी भी केटेगरी में नहीं आते हैं| जाहिर है ऐसे में उन्होंने महज सुर्खियाँ बटोरने के लिए अयोध्या में महा-शौचालय बनाने की वकालत की है और अगर ये सच है तो सेठ जी इस शौचालय से हिन्दुओ के विरुद्ध तुष्टिकरण की बू आती है क्यों ठीक है ना ठीक ?

बकवास विधेयक को फाड़ने का क्रेडिट तो जनता ही देगी इसीलिए अपने दागी सांसदों को पार्टी से कब तक बाहर निकालोगे?


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देख तो ये हसाड़े साथ क्या जुल्म हो रहा है?ओये हमने इतनी मुश्किल से जनप्रतिनिधित्व अधिनियम[दागी सांसदों से सम्बंधित] को फाड़ कर नरेंदर मोदी के सामने राहुल गाँधी को निकाला |अपनी सरकार की परवाह किये बगैर हमने लोक तंत्र की रक्षा के लिए इस बकवास विधेयक को वापिस ले लिया लेकिन यार ये भाजपाई[BJP] +सपाई[SP ]+राक्पई [ NCP ]+के साथ साथ अब नेशनल नेशनल कांफ्रेंस वाले भी क्रेडिट लेने के लिए तिकड़म लगाने लग गए हैं|

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी असली क्रेडिट तो चुनावों में जनता ही देगी|इसीलिए अपनी बातों पर कायम रहते हुए कितने दागी सांसदों को बाहर का रास्ता दिखाओगे पहले यह बताओ

एक गाँधी,शास्त्री ढूंढो तो मिलते कई हज़ारों हज़ार हैं तभी लाल बेजार,मोहन लाचार आकाश में भी हर पल रो रहे जार जार है

मोहन के दास कर्म के आकाश में चाँद बन कर चमके तभी गाँधी बने
लाल जब बहादुर हुए तभी दुनिया भर में लाल बहादुर शास्त्री बन तने
मौजूदा दौर में एक गाँधी,शास्त्री ढूंढो तो मिलते कई हज़ारों हज़ार हैं
सोणे ते मन मोहणे पी एम् भी बेचारे इनके सामने बेजार है लाचार हैं
लाल बेजार,मोहन लाचार आकाश में भी हर पल रो रहे जार जार है
उनके नाम पर देश में लूट और आपस में रुकती नही जूतम पैजार है देश को बनाने वाले बचाने वाले दोनों ही लाखों टिकटों पर छप कर महज चिपके दरों दिवार है

पके पकाए नितीश कुमार जब झोली में आ गिरे तो सड़े गले लालू प्रसाद यादव को गले में बाँध कर कौन चुनाव लड़ना चाहेगा


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाड़े राज्य में न्याय के लिए देर हो सकती है अंधेर नहीं |17 साल बाद ही सही हसाड़े सहयोगी ही सही लेकिन लालू प्रसाद यादव को दोषी करार दे ही दिया गया लालू प्रसाद यादव को सी बी आई की विशेष अदालत ने चारा घोटाले में दोषी घोषित कर दिया है| ओये इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र और जे डी यूं सांसद जगदीश शर्मा सहित कुल 44 लोगों पर दोष साबित कर दिया है|
इन्हें 37.7 करोड़ रुपये का घोटाला करने के आरोप में दोषी करार दिया है. ओये अब न 3 अक्टूबर को इन्हें सजा होवे ही होवे लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने कहा है की वो इस

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी अप लोग राजनीतिक शतरंज के पुराने माहिर हो आपजी की झोली में पके पकाए नितीश कुमार अपनी जे डी यूं सहित आ गिरे हैं ऐसे में एन चुनावों के वक्त सड़े गले लालू प्रसाद यादव और उनकी आर जे डी को गले में बाँध कर फिरना तो घाटे की ही राजनीती होगी के नहीं ?

हसाडा सोणा ते मन मोहणा प्रधान मंत्री, पाकिस्तान दे खिलाफ, अमेरिका दे सामणे क्या वाकई रंडी रौणा ले के बैठ जाता है?

हसाडा सोणा ते मन मोहणा प्रधान मंत्री, पाकिस्तान दे खिलाफ, अमेरिका दे सामणे क्या वाकई रंडी रौणा ले के बैठ जाता है? भाजपाई नरेंदर मोदी कहंदा है कि हसाडा सोणा ते मन मोहणा प्रधान मंत्री, पाकिस्तान दे खिलाफ, अमेरिका दे सामणे रंडी रौणा ले के बैठ जांदा है|इस एक जुमले को लेकर लाखों की भीड़ के सामने मोदी ने पी एम् की पगड़ी उछाली+मीडिया को आईना दिखाने का प्रयास किया |
मालूम हो कि फर्स्ट पोस्ट ने जिओ टी वी के हामिद मीर के हवाले से यह खबर लीक की जिसे लेकर[बिना नाम लिए] एन डी टी वी की बरखा दत्त की बर्फी में भी मोदी ने नमक डालते हुए उलाहना दे डाला कि ऐसे भारतीय टी वी के रिपोर्टर को बर्फी वही फैंक कर लौटा आना चाहिए था| ।दिल्ली में अपनी एतिहासिक चुनावी सभा में उठाये गए इस रंडी रौणे से मीर और बरखा दोनों ने अपना पिंड छुडाते हुए रंडी रौणा होने से ही इनकार कर दिया है |मीर के अनुसार ऐसा कुछ कहा ही नहीं गया और बरखा का कहना है कि इस तरह से नहीं कहा गया |इसके अलावा यह भी मालूम हुआ है कि सोणे मन मोहणे ने अपने समकक्ष नवाज के साथ अपनी मुलाक़ात में कोई शराफत नहीं दिखाई और ना ही रंडी रौणा ही रोया |सरदारों की भाषा में कह दिया कि सीमा पर शांति बहाली के बगैर बात चीत की गाडी आगे नहीं बढेगी| अब आप ही बताओ कि इनमे से किसका रौना सही है?
[१] भाजपा के नरेंदर मोदी
[२ ]एन डी टी वी के बरखा दत्त या फिर
[३ ]पाकिस्तानी जिओ टी वी के हामिद मीर

नर सिम्हा राव को जिस तरह विलेन बनाया गया था उसी तर्ज पर डॉ मन मोहन सिंह की छवि को धूमिल किया जा रहा है?


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाड़े नेता राहुल गाँधी दा कमाल !ओये अपनी पार्टी+ अपनी सरकार को करके दरकिनार उन्होंने दागी मंत्रियों को अभय दान देने वाले अध्यादेश की धज्जियां उधेड़ कर रख दी | इस अध्यादेश पर मंजूरी की मुहर लगाने वाले कैबिनेट के ज्यादातर मंत्री भी राहुल जी के पीछे आ खड़े हुए हैं| ओये अब तो मानता है न कि चुनावों की हवा का रुख हसाडी तरफ मुड गया है इस एक झटके से भाजपाई नरेन्द्र मोदी भी सकते में आ गए हैं|ओये अब तो पी एम् के देश में लौटते ही इस काले आर्डिनेंस को अंधेरों में धकेल दिया जाएगा|

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी अश्विनी कुमार और पवन बंसल को बाहर का रास्ता दिखाने वाले गुट ने ही अब कपिल सिब्बल [आर्डिनेंस के रचियेता]जैसे धुरंधरों के नकेल डलवाने के लिए राहुल गाँधी से यह राजनीतिक गुलाठी खिलवाई है| झल्लेविचारानुसार क्योंकि इतिहास अपने आप को दोहराता है इसीलिए नर सिम्हा राव को जिस तरह विलेन बना कर कांग्रेस के पहले परिवार को महिमा मंडित किया गया था उसी तर्ज पर डॉ मन मोहन सिंह की छवि को धूमिल किया जा रहा है और राहुल गाँधी के हाथों में सरकार का रिमोट कण्ट्रोल थमाने की कवायद शुरू हो गई है|

सोणे ते मन मोहणे पी एम् नवाज से मुलाक़ात में शराफत से हाथ ही मिलायेंगे या फिर बगलगीर होकर आतंक वाद के विरुद्ध कुछ वसूल कर आयेंगे


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये पाकिस्तानी प्रधान मंत्री जनाब नवाज शरीफ ने क्या समझा था कि वोह संयुक्त राष्ट्रों की महा सभा में कश्मीर को मुद्दा बनायेंगे और हसाड़े सोणे ते मन मोहणे पी एम् खामोश रहेंगे ओये डॉ मन मोहन सिंह ने कड़वी दवा उड़ेलते हुए कह दिया है कि कश्मीर तो भारत का अविभाज्य अंग है इसके साथ ही पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के हिस्से से भारत के विरुद्ध नित नए आतंक वादी षड्यंत्र रचे जा रहे हैं| ओये हसाड़े मन मोहणे के सिंघी तेवर देख कर अमेरिका के प्रेजिडेंट माननीय बराक ओबामा ने भी आश्वासन दे दिया है कि वह स्वयम भी भारत के खिलाफ लगातार पाकिस्तान आधारित आतंकवाद का मुद्दा ‘ नवाज शरीफ के समक्ष उदारता से उठाएंगे|

झल्ला

चतुर सुजाण जी पाकिस्तानी वजीरे आजम ने बड़ी शराफत से कहा है कि वह भारत के साथ ‘नयी शुरूआत’ करने तथा ठोस एवं उद्देश्यपरक संवाद स्थापित करने को लेकर उत्सुक हैउधर हसाड़े मन मोहणे ने भी मुलाकात अपने इस काउंटर पार्ट से मुलाक़ात से इनकार नहीं किया है|ऐसे में झल्ला सवाल उठता है कि हसाड़े पी एम् डॉ मन मोहन सिंह पाकिस्तान के पी एम् नवाज शरीफ से केवल
[१] हाथ मिला कर वापिस आयेंगे
[२] बगलगीर होकर आयेंगे
[३] आतंक वाद के विरुद्ध कुछ वसूल कर आयेंगे या फिर
[४] शरीफ साहब की तली[हथेली] पर कुछ रियायतें/व्यापार रख कर आयेंगे?जैसा कि खुद डॉ साहब ने कहा है कि ‘आतंक का केंद्रबिन्दु’ बने पाकिस्तान के जनाब शरीफ के साथ उनकी मुलाकात को लेकर अपेक्षाओं को कम करना होगा इस बात पर कायम रहते हुए मीटिंग के तत्काल पश्चात झल्लेविचारानुसार बिना इफ या बट के मुलाक़ात का ईमान दारी से खुलासा कर दिया जाना चाहिएवरना देर करने से कई किन्तु परन्तु लगने शुरू हो जायेंगे

राहुल गाँधी ने दोषी सांसदों को बचाने वाले आर्डिनेंस के खिलाफ “राइट टू रिजेक्ट” का इस्तेमाल किया तो आप सभी लोग क्यूं भड़के हुए हो


झल्ले दी झल्लियाँ गल्ला

एक भाजपाई

ओये झल्लेया हमारी जंग आखिर कर रंग ले ही आई देखा मुख्य न्यायाधीश पी. सतशिवम की अध्यक्षता वाली पीठ ने नौ सालों से लंबित पी आई एल का निस्तारण करते हुए देश के मतदाता को राइट टू रिजेक्ट का अधिकार देने पर अपनी मुहर लगा दी है अब तो वोटिंग मशीन [ EVM ]में नन ऑफ द एबव का बटन दबा कर आम वोटर भी खुद को सुप्रीम समझेगा |

झल्ला

अरे सेठ जी एक बात धर्म से बताओ आप राईट तो रिजेक्ट की तारीफ़ के इतने पुल बांध रहे हो लेकिन राहुल गाँधी ने दोषी सांसदों को बचाने वाले आर्डिनेंस के खिलाफ इस अधिकार RightToRejectका इस्तेमाल किया तो आप सभी लोग भड़के हुए हो ऐसा डबल स्टेंडर्ड कैसे चलेगा???