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Category: Jhalli Gallan

मेरी गल्ल मन्नो , नौकरियों की दौड़ छोड़ो ,झट से विदेशी डिग्री लो और पट से देसी हुकुमरान बन जाओ


झल्ले दी झल्लियाँ गल्ला

एक चिंतित बुद्दि जीवी

ओय झल्लेया ये तुहाडे कपिल सिबल ने कौन सा नया फुहाड़ा डाल दिया ओये हसाड़े मुल्क में पहले ही नौकरियां नहीं हैं प्रबंध कालेजों की सींटे भरने में पसीने छूट रहे हैं और अब काबिल सिब्बल के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विदेशी विश्वविद्यालयों को अपने-अपने कैम्पस खोले जाने की इजाजत देने के लिए औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) तथा आर्थिक मामला विभाग (डीईए) को इस संबंध में प्रस्ताव भेज दिया है ओये पहले हसाड़े नौजवान बेशक बाहर पढाई के लिए जाते रहे हैं मगर उन्हें वहां नौकरियाँ मिलती रहीहैं और अब तो देश की कमी विदेश में जायेगी और बेरोजगारी बढायेगी|

झल्ला

अरे मेरे सोणे महानुभाव जी आप ये क्यों नहीं सोचते के पहले महात्मा गाँधी+जवाहर लाल नेहरु+ इंदिरा गाँधी+ राजीव गाँधी+राहुल गाँधी कपिल सिबल आदि आदि विदेशों में पढाई करके आये तब जाकर यहाँ हुकुमरान बने अब तो घर बैठे बैठे ही ४०० विदेशी यूनिवर्सिटी के टोप सरपर रख कर फोटो खिचवाने का सुनहरा मौका मिलेगा| भाई जीमेरी मानो तो छोटी मौटी नौकरियों को छोड़ो, झट से विदेशी डिग्री लो और पट से देसी हुकुमरान बन जाओ

नरेन्द्र मोदी उवाचे :में पी एम् बनने के सपने नहीं देखता : भले लोगो अब तो मेरी नन्ही सी जान को छोड़ दो


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक भाजपाई

ओये झल्लेया देखा हसाडे नरेन्द्र मोदी के पीछे एवईं लोगी पड़े हुए हैं भाई कई बार कहा है और अब फिर कह दिया है कि प्रधान मंत्री बनने की उनकी कोई इच्छा ही नहीं है |२०१७ तक गुजरात की सेवा करके गुजरातियों के मैंडेट का सम्मान करेंगे |ये मीडिया +कांग्रेस और यहाँ तक की हसाडी अपनी पार्टी के लोग भी महंगाई+भ्रष्टाचार +बेरोजगारी आदि जैसे मुद्दों को छोड़ कर मोदी को ही निशाना बनाये जा रहे है|ऐसे तो बन चुकी २०१४ में हमारी सरकार

झल्ला

ओ सेठ जी दरअसल आये दिन बेचारे मोदी पर राजनितिक सांप और बिच्छू छोड़े जा रहे हैं|अब जेल से आई पी एस बंजारा को भी मोदी पर छोड़ दिया गया है|यहाँ तक कि गवर्नर कमला बेन भी लोकायुक्त के प्रस्ताव को वापिस भेज रही हैं| और तो और नरेंदर के धोके में तड़ी पार ललित मोदी को भी नहीं छोड़ा जा रहा ऐसे में बेचारे मोदी के पास कोई और चारा ही नहीं बचता इसीलिए उन्होंने थक हार कर कह दिया होगा कि में पी एम् बनने के सपने नहीं देखता : भले लोगो अब तो मेरी नन्ही सी जान को छोड़ दो

मौका है !रुपये में गिरावट का फायदा उठाओ,महंगी हो रही हजयात्रा के लिए सब्सिडी बढाओ और चुनावी वैतरणी पार कर लो


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक दुखी आम नागरिक

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है ?ओये भारतीय रुपये में आई गिरावट का असर दिखने लग गया है |जेट एयरवेज और स्पाईस जेट जैसी हवाई कंपनियों में हवाई यात्रा का किराया बढाने की प्रतियोगिता शुरू हो गई हैइसके अलावा |हज यात्रा का खर्च १५ हज़ार से भी ज्यादा बढ़ गया है। कई श्र्धालू मुसलमानों को पवित्र हज यात्रा तक टालने को बाध्य होना पड़ रहा है|
केंद्रीय हज समिति द्वारा घोषित की गई लिस्ट में शामिल होने के बावजूद लोग अपना नाम वापिस ले रहे हैं|

झल्ला

वाकई रुपये में आई गिरावट का असर चहुँ और पड़ना स्वाभाविक ही है|एयर लाइन्स का तो राम जाने लेकिन हुकुमरानों को सबाब [पुण्य] कमाने का मौका जरूर मिल जाएगा| क्या कहा कैसे अरे भाई इस साल सवा लाख से ज्यादा भारतीय मुसलमानों ने हज यात्रा करने की नियत की है और सर्व विदित है कि ज्यादातर भारतीय केंद्रीय हज समिति के जरिए हज की यात्रा करते हैं,
, एयर इंडिया ने हज यात्रियों से पिछले साल के 20,000 रुपये के मुकाबिले 28,000 रुपए किराया वसूलने की ठानी हैं |एयर इंडिया तो वैसे ही सरकारी इमदाद पर टिकी है हज यात्रियों के लिए किराया कम करने से एयर इंडिया को थोड़ी और इमदाद मिल ही जायेगी| इस यौजना को लोक लुभावन बता कर रुपये को थोड़ा और नीचे धकेल जा सकता है मगर वित्त मंत्री ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबिले भारतीय रुपये में ७२/= तक की गिरावट की भविष्य वाणी पहले ही की हुई है सो ऐसे में हज की जियारत पर जाने वाले सवा लाख धार्मिक लोगों की मदद के लिए महज आठ हज़ार प्रति की सब्सिडी देकर चुनावी वैतरणी को पार जरूर किया जा सकता है|क्यों ठीक है ना ठीक ???

सत्ता की रात घटने लगी है तभी ऍफ़ डी आई को भी मंजूरी मिलने लगी है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्ला

एक कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये एवेंई लोगी कहते फिरते हैं कि हसाडी सोणी ते मन मोहणी सरकार ऍफ़ डी आई[ Foreign Direct Investment ] के लिए रुकावटें डाल रही हैं |ओये आज ही हसाडी सरकार ने लगभग ९९२.६१ करोड़ के ऍफ़ डी आई को लाने के लिए १७ कंपनियों को मंजूरी दे दी है |ओये इसके अलावा जेट एयरवेज में २४% शेयरों कि खरीद के लिए एतिहाद के 2057.66 करोड़ रुपयों के निवेश के प्रस्ताव को भी इकनोमिक अफेयर्स की कैबिनेट समिति के पास भेज दिया है| ओये अब तो देश में रूपया बरसे ही बरसे |

झल्ला

चतुर सुजान जी बड़ी पुराणी कहावत है कि जब रात घटने लगती है तब खैरात बंटने लगती है|अब चुनावी साल सर पर आ खड़ा हुआ है ऐसे में ऍफ़ डी आई को मंजूरी तो देनी ही थी और इसके अलावा आपके तीन सांसदों वाले एक घटक के चुनावों में छिटकने के समाचार भी छप रहे हैं उस घटक के सुप्रीमो तो जेटएयरवेज में इस निवेश के अपने प्रेम को कई बार प्रदर्शित भी कर चुके हैं|

मुद्रा अवमूल्यन जिन्न गायब करने के लिए पेट्रोल मंत्री ने आँखें मींची और राजनीतिक आकाश काला दिखने लगा


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक बेचारा आम आदमी

ओये झल्लेया ये नेताओं ने हमें किस भम्भड़ भूसे में डाल दिया है ? ओये पहले तो रुपये में गिरावट और डीजल +पेट्रोल में उछाल से बौदलाये[बोखलाए] केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली ने अजीबो गरीब तरीके से तेल कंपनियों के नुकसान को कम करने के लिए पेट्रोल पर रात के समय ताला लगाने की बात उड़ा दी |जाहिर हैं पेट्रोल पम्पो पर लाइने लगनी ही थी विपक्ष भी स्वाभाविक रूप से माचिस की तीलियाँ ले कर सरकार के पीछे पड़ गया | पेट्रोल की काला बाजारी +होर्डिंग्स+फायर एक्सीडेंट की संभावनाओं से डराया जाने लगा |इतनी सारी कथा रचने के पश्चात अब पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने कदम पीछे हटाते हुए स्वयम की रचि कथा पर पूर्ण विराम लगा दिया अब कहा जा रहा है कि पेट्रो‍ल पंपों को रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक काम बंद रखने के आदेश दिए ही नही गए हैं |

झल्ला

ओ मेरे भोले बादशाहों दरअसल पेट्रोल मंत्री वीरप्पा जी मोइली ने आँखें बंद करके मुद्रा अवमूल्यन के जिन्न को गायब करने की सौची लेकिन अपनी ही गद्दीगेड में फंसे माननीय को आँखें बंद करते ही राजनीतिक आकाश भी काला ही दिखने लगा सो घबरा कर आँखें खोलनी ही पडी |

संशोधनों के ईंधन पर पकाए बगैर ही कच्चे अनाज की सिक्यूरिटी से भ्रष्टाचार के अपच से देर सबेर ढिड[पेट] में दर्द होनी ही है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

कुलांचे भरता एक कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झाल्लेया मुबारकां ओये देखा हसाडी नेत्री श्रीमती सोनिया गाँधी जी ने दिन रात एक करकेयहाँ तक के खुद बीमार पड़ कर भी फ़ूड सिक्यूरिटी बिल को लोक सभा में अपनी अनुपस्थिति में पास करवा लिया| ओये आज के नो घंटे के मंथन [ बहस] से निकले फ़ूड सिक्यूरिटी के अमृत से देश की ८२ करोड़ जनता को सस्ता अनाज उपलब्ध हो सकेगा|अब कोई भूखा नहीं सोयेगा|

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी आप जी के इस फ़ूड सिक्यूरिटी बिल से आप जी की चुनावों में दाल तो गल जायेगी और विपक्ष की हांडी टूट जायेगी लेकिन आप जी ने विपक्ष के ३०० से ज्यादा संशोधनों के ईंधन पर पकाए बगैर ही कच्चे अनाज की व्यवस्था कराई है इससे देर सबेर भ्रष्टाचार के अपच से आपलोगों के ढिड[पेट] में दर्द होनी ही है|

मजबूरी में ये भव्य राष्ट्रीय मीडिया सेंटर बनाना पडा ,अब तो इस छत के नीचे मीडिया आवे ही आवे


झल्ले दी झल्लियाँ गल्ला

एक बौखलाया हुआ भाजपाई

ओये झल्लेया सरकारी खजाने की ये क्या लूट मची हुई है |कांग्रेस वालों ने अब देखो राष्ट्रीय मीडिया सेंटर खोल कर टैक्स पेयर्स के करोड़ों रुपयों को खर्च कर दिया|ओये एक तरफ तो सेवानिवृत न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू और सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी जैसे महा पुरुष मीडिया पर पकड़ बनाने के लिए आये दिन कोई न कोई ब्यान देते रहते हैं अब मीडिया के प्रति हमदर्दी दिखाने के लिए ये राष्ट्रीय मीडिया सेंटर नामक अपना एक और सिपाही खड़ा कर दिया |

झल्ला

ओ मेरे भोले भले सेठ जी ये मीडिया वाले भी तो मानते नही |अब देखो पहले काटजू साहब ने मीडिया को चेताया लेकिन ये नही चेते| मनीष तिवारी ने भी अपनी भाषा में समझा दिया लेकिन उसके बावजूद मीडिया वालों ने पलटी नही मारी अब हार कर मजबूरी में ये भव्य राष्ट्रीय मीडिया सेंटर बनाना पडा भाई अब तो इनकी छत के नीचे मीडिया आवे ही आवे क्यों ठीक है हे न ठीक ?

अयोध्या की ८४ कौसी यात्रा से आपका जन्म सुधरेगा या नही लेकिन प्रदेश में यादव सरकार की राजनीतिक यौनि जरूर खराब हो जायेगी


झल्ले दी झाल्लियाँ गल्लां

भाजपाई राम भक्त

ओये झल्लेया ये हसाड़े साथ क्या जुल्म हो रहा है|उत्तर प्रदेश की सरकार अपराधों को रोक पाने में तो अक्षम है लेकिन राम भक्तों पर कहर ढा रही है| भई हम लोग अपने इष्ट देव राम के जन्म स्थान [अयोध्या] की २५ अगस्त से शांति पूर्वक ८४ कौसी परिक्रमा करके सभी यौनियों के जन्म मृत्यु के चक्कर से मुक्ति पाना चाह रहे हैं लेकिन प्रदेश में हमारे संतों तक को गिरफ्तार किया जा रहा है| अयोध्या में चौरासी कोसी परिक्रमा की परम्परा पता नहीं कितने सालों से चली आ रही है और अब हमें वहां जाने से रोकने के लिए पूरे प्रदेश की पोलिस को लगा दिया गया है ओये ऐसे राज चलता है क्या?

झल्ला

अरे भोले सेठ जी अयोध्या की ८४ कौसी यात्रा से आपका जन्म सुधरेगा या नही लेकिन प्रदेश में यादव सरकार की राजनीतिक यौनि जरूर खराब हो जायेगी अयोध्या की परिक्रमा करके आप लोग ८४ लाख यौनियों के चक्कर से मुक्ति पाओगे या नही इसका तो पता नही हाँ चुनावी साल में आप लोगों के अयोध्या जाने से प्रदेश की सरकार की वर्तमान योनि [राजनीतिक जन्म]जरूर खराब हो जाएगा|इसीलिए अपने वोट बैंक को बचाने के लिए मुसलमानों का रहनुमा बनकर सामने खड़ा होना इनकी मजबूरी भी है लेकिन आप लोग इतना भड़क क्यूं रहे हैं अरे यादव सरकार के राजनीतिक जीवन को बचाने के लिए आप जी के विहिप के खुद मुख्तार प्रमुख अशोक सिंघल ने ही शिखर वार्ता करके यह अवसर प्रदान कर दिया है| यह यादव सरकार के लिए जन्नत से आई निशुल्क सौगात है|

चीनियों ने अरुणाचल के चागलागम इलाके में छोलदारी लगा कर चार दिन की चांदनी लूटी और लौट गए


झल्ले दी झल्लियाँ गल्ला

एक चिंतित फौजी

ओये झल्लेया ये हसाड़े बार्डर पर क्या मखौल हो रहा है?पहले पाकिस्तान फिर तालिबान और अब चीन ने हसाडी फौजों के साथ आंख मिचौली का खेल खेलना शुरू कर दिया है| 15 अप्रैल को चीनी सैनिक लद्दाख के दिपसांग इलाके में केवल 19 किमी भीतर तक घुसे तो अब अरुणाचल के चागलागम इलाके में 20 किमी भीतर तक घुस आए और लगातार चार दिन तक डेरे डाले रहे| ओये चीन शायद भूल गया है कि अभी हमने सुपर एयरक्राफ्ट आईएएफ सी 130जे-30 को अक्‍साई चीन की हवाईपट्टी दौलत बेग ओल्‍डी पर ऐतिहासिक लैंड करवा कर उच्चाई पर लैंडिंग का विश्‍व कीर्तिमान बनाया है|

झल्ला

ओये जवाना ये चीनी अब अफीमी नहीं रहे इन्हें मालूम चल गया है कि हसाड़े मुल्क में स्वतंत्रता दिवस पर चार दिन की सरकारी चांदनी रहती है इसीलिए चीन से आये इन टूरिस्ट फोजियों ने ११ अगस्त को भारत की सीमा में आकर छोलदारी लगाईं और चार दिन की चांदनी लूट कर १५ अगस्त को वापिस चले गए|इसीलिए लाल किले की प्राचीर से प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह और विपक्षी नरेंदर मोदी ने अपने भाषणों में भी चीन के इस टूरिज्म को गंभीरता से नहीं लिया |वैसे अगर इतिहास में जाएँ तो पहले प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरु ने पहले चीन के बड़े आक्रमण में हथियाई गई भारतीय भूमि को यह कह कर छोड़ दिया था कि वोह तो बंजर भूमि है |

बीमा कंपनियों के कब्जे में उपभोक्ताओं के अरबों रुपयों से सम्बंधित घोटाले की खबरें भी आने लग गई हैं

बीमा कंपनियों के खातों में बिना दावे के जमा उपभोक्ताओं के अरबों रुपयों से सम्बंधित घोटाले की खबरें भी आने लग गई हैं |
बीमा छेत्र में भी घोटाले की खबरें आने लग गई हैं| ये घोटाले बीमा कंपनियों के खातों में बिना दावे[ [ Unclaimed ] के जमा अरबों रुपयों से सम्बंधित हैं|
इन्शुरन्स रेगुलेटरी & डेवलपमेंट अथॉरिटी[ Insurance Regulatory and Development Authority ] [ IRDA ]द्वारा इसका खुलासा किया गया है| वित्त मंत्रालय के एम् ओ एस नमो नारायण मीणा ने एक प्रश्न के उत्तर में राज्य सभा में जानकारी देते हुए कहा है कि आई आर डी ऐ ने बताया है कि३१ दिसंबर २०१२ तक जीवन बीमा निगम [एल आई सी] के खातों में पालिसी होल्डर्स का ७३२.६७ करोड़ रूपया अन कलैमैंड था| इसके अलावा अन्य जीवन बीमा और बिना जीवन बीमा कंपनियों के कब्जे में ३१ मार्च तक पालिसी होल्डर्स का अन कलैमैंड ३१२२.६८ और १०१०.४६ करोड़ रूपया था| इस सम्बन्ध में सरकार द्वारा कोई सर्वे नहीं कराया गया है| आई आर डी ऐ ने ४ अगस्त २०१० को सभी इन्शुरन्स कंपनियों को अवगत कराया था कि यह सारा अन कलैमैंड खजाना किसी भी सूरत में हथियाया या राईट आफ[ will not be appropriated/written back, ] नहीं किया जाना है|