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सत्ता की रात घटने लगी है तभी ऍफ़ डी आई को भी मंजूरी मिलने लगी है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्ला

एक कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये एवेंई लोगी कहते फिरते हैं कि हसाडी सोणी ते मन मोहणी सरकार ऍफ़ डी आई[ Foreign Direct Investment ] के लिए रुकावटें डाल रही हैं |ओये आज ही हसाडी सरकार ने लगभग ९९२.६१ करोड़ के ऍफ़ डी आई को लाने के लिए १७ कंपनियों को मंजूरी दे दी है |ओये इसके अलावा जेट एयरवेज में २४% शेयरों कि खरीद के लिए एतिहाद के 2057.66 करोड़ रुपयों के निवेश के प्रस्ताव को भी इकनोमिक अफेयर्स की कैबिनेट समिति के पास भेज दिया है| ओये अब तो देश में रूपया बरसे ही बरसे |

झल्ला

चतुर सुजान जी बड़ी पुराणी कहावत है कि जब रात घटने लगती है तब खैरात बंटने लगती है|अब चुनावी साल सर पर आ खड़ा हुआ है ऐसे में ऍफ़ डी आई को मंजूरी तो देनी ही थी और इसके अलावा आपके तीन सांसदों वाले एक घटक के चुनावों में छिटकने के समाचार भी छप रहे हैं उस घटक के सुप्रीमो तो जेटएयरवेज में इस निवेश के अपने प्रेम को कई बार प्रदर्शित भी कर चुके हैं|