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Category: Politics

विश्व में सबसे बड़े लोक तंत्र की प्रहरी भारतीय संसद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

विश्व के सबसे बड़े लोक तंत्र भारत की संसद के दोनों सदन राजनितिक दलों के अहम् के चलते निश्चित अवधि से दो दिन पूर्व बुधवार को अनिश्चितकालीन अवधि के लिए स्थगित कर दिए गए| |गरीबों के हितों के लिए कार्य करने का दावा करने वाली कांग्रेस और भाजपा दोनों प्रमुख दल देश की ६५% गरीब जनता की भलाई के लिए लाया जा रहा फ़ूड सिक्यूरिटी बिल तक पास नही करा पाए |
राज्य सभा को सुचारू रूप से चला पाने में असमर्थ चेयर मैन हामिद मोहम्मद अंसारी ने तल्ख टिपण्णी करते हुए कहा है के सदन की उपलब्धि या हानि का विवरण सभी कुछ जनता के सामने है इसीलिए इस पर कमेंटरी करने की कोई आवश्यकता नही है| इसके साथ ही उन्होंने यह भी सवाल उठाया है के संसदीय प्रणाली के लिए आवश्यक तीन नियमो [१]व्यवस्था [२]+विचार विमर्श+[३]जवाब देही की अब कोई प्रासंगिकता नहीं रह गई है?[Regulation+Deliberation+Accountability]
लोक सभा में भी कोई कार्यवाही नही होने से क्षुब्ध स्पीकर मीरा कुमार ने बजट सत्र के दूसरे चरण की गैर परम्परागत स्थगन पर कोई विदाई भाषण नही दिया |सदन का कार्यकाल १० मई तक था| बुधवार को भी दोनों सदनों में कोल गेट और रेल गेट को लेकर हंगामा रहा जिसके चलते दो बार स्थगन का चाबुक चलाया गया |

कर्नाटक में कांग्रेस ने भाजपा से सत्ता हथियाई :अब मुख्य मंत्री के चयन की समस्या

कर्नाटक में कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत प्राप्त करके सत्ता रुड भाजपा को सत्ता से बाहर करके अपने तरफ चलाये जा रहे भ्रष्टाचार के तीरों को भाजपा की तरफ मोड़ने का सिलसिला शुरू कर दिया है साथ ही बहुमत हासिल करने के बाद अब मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर कांग्रेस के अंदर दौड़ भाग शुरू हो गई है। नए मुख्यमंत्री की दौड़ में सिद्धारमैय्या सबसे आगे माने जा रहे हैं।उनके अलावा ऑस्कर फर्नांडीज+केंद्रीय मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे+ वीरप्पा मोइली + केएच मुनियप्पा+आर पी देशपांडे+ भी मुख्यमंत्री की कुर्सी की रेस में हैं।अब लाख टके का सवाल उठ रहा है कि कांग्रेस न्रेतत्व उत्तरखंड में लिए गए विवादित निर्णय को दोहराता है या फिर हिमाचल प्रदेश की तरह शान्ति पूर्वक सत्ता सुख भोगता है|
कर्नाटक की जीत के बाद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भले ही अगले मुख्यमंत्री के सवाल पर कहा है कि पार्टी विधायक ही अपना नेता तय करेंगे। मगर ब्राह्मण+ दलित और पिछड़े जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों के अलावा अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी की जीत के सिलसिले को जारी रखने की चुनौती को देखते हुए आलाकमान को ही हमेशा कि तरह अंतिम फैसला लेने का अधिकार दे दिया गया है|
[१]मुख्यमंत्री की कुर्सी की रेस में सबसे आगे सिद्धारमैय्या चल रहे हैं। वह पिछडे़ वर्ग से हैं और पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान का नेतृत्व उन्होंने खुद संभाला था।उनके समर्थक अधिकतर चुनाव जीते हैं| उन्होंने अपनी दावेदारी भी व्यक्त की है|
वह मूल रूप से जनता दल सेक्यूलर से करीब सात पहले ही कांग्रेस में आए हैं। पार्टी में उनका विरोधी खेमा उन्हें बाहरी भी कहता है और यही बात उनके खिलाफ जा सकती है|
[२] दलित केंद्रीय श्रम मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे की दावेदारी को भी नकारा नहीं जा रहा है। खड़गे को कुर्सी सौंप दलित कार्ड खेलकर राज्य ही नहीं बल्कि देशभर में एक संदेश देने का पार्टी का मकसद पूरा हो सकता है। हाईकमान से भी उनके बेहतर संबंध हैं|[३] पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली के दस जनपथ से बेहतर रिश्तों को देखते हुए उनका नाम भी दौड़ में शामिल है। वह पहले भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।[४]वरिष्ठ नेता आर पी देशपांडे का नाम ब्राह्मण के तौर पर चर्चाओं के बाजार में आ रहा है।

कोयला घोटाले में दायर सी बी आई के हलफनामे पर सुप्रीम कोर्ट की टिपण्णी को ‘आप’ ने अपनी सबसे बड़ी जीत बताया

सुप्रीम कोर्ट द्वारा सी बी आई की कोयला घोटाले की रिपोर्ट पर की गई टिपण्णी को आम आदमी पार्टी[आप]ने बीते वर्ष की जुलाई के पश्चात अपनी बड़ी जीत क्लेम किया है| आप ने सी बी आई की रिपोर्ट में छेड़ छाड़ करने के दोषी केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार और एटोर्नी जनरल को तत्काल बर्खास्त किये जाने की मांग की है| पार्टी ने पी एम् की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाये हैं| कोयला घोटाले पर सीबीआइ द्वारा दाखिल हलफनामे पर बुधवार को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआइ पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि वह पिंजरे में बंद तोते की तरह है और वह केवल ‘मालिक’ की भाषा बोलती है। उसके कई मालिक हैं। उस पर केंद्र सरकार का पूर्ण नियंत्रण है। कोर्ट ने कहा कि सीबीआइ स्वतंत्र हो एवं उसकी जांच में कोई हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। लेकिन परेशानी की बात यह है कि उसे बेमिसाल अधिकार देना मुमकिन नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट को पेश किये गए हलफनामे में सी बी आई ने यह स्वीकार कर लिया है कि कानून मंत्री अश्रि्वनी कुमार, अटॉर्नी जनरल जीई वाहनवती, पीएमओ और कोयला मंत्रालय के अधिकारियों के सुझावों पर रिपोर्ट में बदलाव किए गए।
सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई के दुरुपयोग के लेकर गंभीर सवाल उठाते हुए सरकार से पूछा कि वह जांच एजेंसी को कब स्वतंत्र करेगी? जस्टिस आरएम लोढ़ा की अगुआई वाली बेंच ने कहा कि सीबीआई डायरेक्टर के हलफनामे से साबित होता है कि उसके कई मालिक हैं और वह सबसे आदेश लेती है।
स्टेटस रिपोर्ट में बदलाव को लेकर आलोचना झेल रहे अटर्नी जनरल ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि उन्होंने न तो रिपोर्ट देखी और न ही मांगी। उन्होंने कहा कि कानून मंत्री अश्विनी कुमार के कहने पर स्टेटस रिपोर्ट तैयार कर रहे सीबीआई अधिकारियों से मुलाकात की थी। इस तरह अटर्नी जनरल ने पूरी जिम्मेदारी कानून मंत्री पर डालते हुए सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ऐ एस जी हरेन रावल भी इस मामले में खुद को बलि का बकरा बनाए जाने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे चुके हैं।

विश्व के सबसे बड़े लोक तंत्र की संसद आज भी नहीं चली:Parliament Adjourned

विश्व के सबसे बड़े लोक तंत्र भारत की संसद आज भी नहीं चली |आज का दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया| विपक्ष ने वेल में कोल गेट और रेलगेट को लेकर सम्बंधित मंत्रियों के इस्तीफे की मांग उठाई| चेयर पर आसीन स्पीकर मीरा कुमार +फ्रांसिस्को सर्दिन्हा लोक सभा में और पी जे कुरियन राज्य सभा में शोर शाराबे के सामने असहाय नज़र आये| भक्त चरण दास फ़ूड सिक्यूरिटी बिल पर अपना भाषण नही दे पाए|
भाजपा ने अपनी घोषणा के अनुसार संसद को चलने नहीं दिया| कोल गेट पर कानून मंत्री अश्विनी कुमार और रेलगेट पर रेल मंत्री पवन बंसल के इस्तीफे के बगैर संसद की कार्यवाही में कोई सहयोग देने को तैयार नही हुई| अब एन डी ऐ भ्रष्टाचार के मुद्दे को छोड़ने को तैयार नही है और यूं पी ऐ सत्ता में वापिसी के लिए पास पोर्ट के रूप में फ़ूड सिक्यूरिटी बिल को पास कराना चाह रही है| सत्ता पक्ष को इस महत्पूर्ण बिल के भरोसे देश के ६५% लोगों तक पहुँचने की आशा है|इसीलिए कांग्रेस ने अपने सांसदों को संसद में हाज़िर रहने के लिए व्हिप जारी कर दिया है इसीलिए बुधवार का दिन भारतीय संसद के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है|

क्रिकेटर से राजनीतिक बने इमरान खान पर आज लाहौर चुनावी सभा में घायल

अपनी घातक गेंद बाजी से विश्व के दिग्गज बल्ले बाजों के हौंसले पस्त करने वाले क्रिकेटर इमरान खान पर आज एक हादसा हो गया उन्हें अस्पताल ले जाया गया है| पाकिस्तान के मीडिया के अनुसार लाहौर में आयोजित एक एलेक्शन रैली को संबोधित करने स्टेज पर जा रहे तभी उन पर अटैक हो गया और इमरान स्टेज से लगभग १५ से २० फुट नीचे इलेक्ट्रोनिक उपकरणों पर गिर गए| जिओ[ GEO]टी वी के अनुसार सर के बल गिरे इमरान बुरी तरह जख्मी हुए हैं और उन्हें तत्काल शौकत खानम अस्पताल में ले जाया गया है|अस्पताल के बाहर उनके समर्थक जुटाने शुरू होगये हैं और नारे लगाए जा रहे हैं|९ मई तक उनकी सभी चुनावी रैलियाँ स्थगित कर दी गई है|यह अस्पताल इमरान के परिवार का ही है|इमरान तहरीके इन्साफ पार्टी के अध्यक्ष हैं और शौकत खानम अस्पताल उनका अपना अस्पताल है|

रेलवे बजट पास करा कर हवा बाँधने वाले मंत्री के भांजे को गिरफ्तार करके सी बी आई ने उनकी पवन खराब कर दी

बेशक केंद्रीय रेल मंत्री पवन बंसल संसद में अपना रेल बजट पास करा कर अपनी हवा बांधने में कामयाब होगये मगर सी बी आई ने उनके भांजे वी सिंगला
को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार करके उनकी पवन खराब कर दी है| ९० लाख रुपयों की रिश्वत लेने के आरोप में भांजे की गिरफ्तारी पर आम आदमी पार्टी[आप]ने मामा मंत्री पवन बंसल से रेलवे मंत्रालय छीन लिए जाने की मांग की है| आप की प्रवक्ता मुरलीधरन ने बताया के रेलवे बोर्ड के एक सदस्य से ९० लाख रुपयों की रिश्वत लिए जाने का यह नवीनतम मामला यह दर्शाता है के मंत्रालय में कितनी गहरी सडान व्याप्त है|
यदपि पवन बंसल ने भांजे की करतूत से अपना पल्ला झाड़ते हुए स्वयम को आरोपी से अलग किया है लेकिन आप पार्टी ने इस सफाई को अस्वीकार्य और अविश्वनीय बताने में देर नही लगाई है| पार्टी ने सरकार के कपाट से बार बार उछल रहे घोटालों के अस्थिपंजरों के प्रति पी एम् के मौन को लेकर केंद्र सरकार को अलीबाबा और चालीस चोर की संज्ञा दी है| पार्टी के अनुसार रेलवे बोर्ड का सदय बनाए जाने पर महेश कुमार से ९० लाख रुपयों की रिश्वत लिए जाने के मामले से यह साफ़ झलकता है के रेलवे में गहरी सडान व्याप्त है चूंकि पवन बंसल द्वारा हाल ही में अनेकों कांट्रेक्ट दिए गए हैं इसीलिए उन सब की गहन जांच की जानी चाहिए|

आम आदमी पार्टी ने जनता को मालिकाना हक़ दिलाने के लिए मोहल्ला सभाएं शुरू कराई:खिचड़ी पुर से आगाज

[दिल्ली]साड़े दस पत्रों को डिलीवर लरने के पश्चात उत्साह से भरी आम आदमी पार्टी [आप] ने दिल्ली के तख्त की तरफ एक कदम और बढ़ाते हुए मोहल्ला सभाएं करनी शुरू कर दी हैं | आप के पार्षद विनोद कुमार बिन्नी से वार्ड २१४ [खिचड़ी पुर ]में यह शुरुआत करा दी गई है|पहली बार बुलाई गई मोहल्ला सभा में शामिल होने के लिए अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया भी शामिल हुए| अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी तक लोग अपने नेता या अफसरों के पास फ़रियाद लेकर जाते थे लेकिन इस मोहल्ला सभा में लोग अपना मालिकत्व इस्तेमाल करने आए. उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याएँ और ज़रूरतें बहुत छोटी छोटी हैं. अगर लोगों से पूछकर जनता का पैसा खर्च किया जाए तो न भ्रष्टाचार हो सकेगा और न फिजुलखर्ची, इस तरह पूरी दिल्ली का बजट आधा हो सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी आएगी तो स्वराज का कानून बनाकर पूरी दिल्ली में यह व्यवस्था लागू करा देगी ताकि लोग अपने मोहल्ले में, विधायकों या पार्षदों को इसी तरह हर महीने आदेश दे सकें. उन्हें अपने नेताओं के सामने फरियादी बनाकर न जाना पड़े.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि इस तरह की मोहल्ला सभाएं लोगों को नेताओं के गुलाम होने से बचाएंगी. अभी पार्टियों और नेताओं ने जनता को उसके काम कराने के नाम पर गुलाम बना रखा है, जाति-धर्म में बाँट रखा है. जब मोहल्ला सभा में लोग खुद फैसले लेने लगेंगे तो यह राजनीति अपने आप कमजोर पड़ जायेगी. इस पहली मोहल्ला सभा में करीब 250 लोगों के शामिल होने का दावा किया जा रहा है| यहाँ ट्रेफिक जाम+ गंदा पानी+ पुलिस, लोक निर्माण विभाग आदि से सम्बंधित अनेको समस्यायों के माध्यम से भ्रष्टाचार को उजागर करते हुए भविष्य में व्यवस्था सुधारने का भरोसा दिलाया गया| इस सभा में पार्षद निधि के सदुपयोग के लिए निर्णय लिए गए| बताया गया है कि 50 लाख रूपए की राशि पार्षद निधि के रूप में मिली है| वार्ड में जनता जो तय करेगी, उस राशि से वही कार्य कराए जायेंगे नगर निगम के जो काम उनके इलाके में चल रहे हैं या जो काम आगे होंगे, उनके बारे में जब लोग मोहल्ला सभा में आकर उन्हें ठीक कह देंगे तभी उनका भुगतान ठेकेदार को होगा, अन्यथा उसका भुगतान रोक दिया जाएगा.| बाते गया कि पार्षद के रूप में वे 700 गरीब लोगों को पेंशन सहायता दे सकते हैं, जिनमें से 475 लोगों को पेंशन दी जा रही है, 225 लोगों को और दी जा सकती है. इसमें नगर निगम के अधिकारियों को भी बुलाया गया था ताकि मौके पर ही फैसला लेकर काम मंजूर किया सके|प्राप्त जानकारी के अनुसार . मोहल्ला सभा में कई दिलचस्प फैसले हुए [१]गाजीपुर के एक युवक ने बताया कि उसकी गली में एक सड़क बन रही है, लेकिन वह सिर्फ तीन इंच मोटी बन रही है जबकि वह 6 इंच होनी चाहिये. मोहल्ला सभा में मौजूद इंजीनियर ने बताया कि वह सड़क 4 इंच मोटी बनाई जा रही है. लोगों ने कहा कि सड़क के कागज़ उस युवक को दिखा दिए जाएं और अगली बैठक में कागजों पर लिखे अनुसार सड़क बनने की पुष्टि होने के बाद ही ठेकेदार का भुगतान किया जाएगा. अगर काम ठीक नहीं हुआ होगा तो अगली बैठक में ठेकेदार को बुलाकर उससे दोबारा, सही काम करने को कहा जाएगा. [२] गाजीपुर के एक अन्य युवक ने सूचना अधिकार के तहत इलाके में सफाईकर्मियों की सूची निकाल रखी थी. उसने पूछा कि ये सफाईकर्मी हमारे इलाके में काम क्यों नहीं करते हैं. पार्षद ने बताया कि क्षेत्रफल के हिसाब से यहाँ के लिए नियुक्त सफाई कर्मियों की संख्या बेहद कम है. काफी चर्चा के बाद तय हुआ कि वह युवक कल सफाईकर्मियों का ड्यूटी रजिस्टर देखेगा और अगर उसे कोई शिकायत होगी तो वह अगली मोहल्ला सभा मे बताएगा|[३]डाक्टर्स अपार्टमेंट से आई एक युवती ने बताया कि मेट्रो कीओर जाने वाली सड़क पर 10 में से केवल 3 स्ट्रीट लाईट्स ही काम कर रही हैं. तुरंत वहां मौजूद सम्बंधित अधिकारी को कल ही यह शिकायत दूर कर, उस युवती को रिपोर्ट करने को कहा गया|[४] वसुंधरा एन्कलेव में तीन जगह पार्क की दीवार और फुटपाथ बनाने का काम हो रहा है. इनमें से दो काम पूरे हो गए और लोगों ने बताया कि वे संतोष जनक है उनके भुगतान करने का फैसला लिया गया.[५] दल्लूपुरा गाँव में एक सड़क को, पार्षद निधि से ऊँचा कराने का फैसला लिया गया [६] खिचड़ीपुर से आई तीन गरीब महिलाओं को पेंशन और एक बच्ची को लाडली योजना के तहत सहायता देने को भी मंजूरी वहां मौजूद लोगों ने दी.यह भी जानना दिलचस्प है कि लोगों की बहुत सी समस्याएँथीं जोकि नगर निगम के अधीन नहीं आते. उनके बारे में एक पार्षद के लिए कोई फैसला लेना संभव नहीं था लेकिन विनोद बिन्नी ने कहा कि वे नगर निगम से अलग इन समस्याओं को सम्बंधित विभागों के सामने रखेंगे. लोगों ने इलाके में पालीथीन बंद करने और गरीब लोगों के बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलवाने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की.
उल्लेखनीय है कि पार्षद विनोद कुमार बिन्नी जनलोकपाल आंदोलन के समय से ही आन्दोलन में सक्रिय हैं और उन्होंने निर्दलीय पार्षद चुनाव लड़ा था लेकिन आम आदमी पार्टी के गठन के बाद औपचारिक रूप से नगर निगम में आम आदमी पार्टी के सदस्य के रूप में काम कर रहे हैं. उन्होंने इस मोहल्ला सभा के लिए सप्ताह भर से काफी प्रचार किया था.

सरबजीत की मौत पर हिंदुस्तान और पाकिस्तान की सरकारों की कमजोरी उजागर हुई

सरबजीत को मृत्यु के पश्चात शहीद का दर्जा पंजाब सरकर ने दे दिया| जगह जगह उसके समर्थन में पाकिस्तान के पुतले फूंके जा रहे हैं यहाँ तक कि भारतियाजैलों में बंद पाकिस्तानी कैदियों पर अटैक होने लग गए हैं इस सबसे गर्वित होने के स्थान पर इसे वृहद बहस का मुद्दा बना कर इस पर चिंता प्रकट की जानी चाहिए क्योंकि एक तरफ तो दोनों मुल्कों के नागरिकों में भरोसे की दूरे एक कदम बढ गई है और दोनों मुल्कों की सरकारों का क्षमता पर भी प्रश्न चिन्ह लगा है| पाकिस्तान की जेल में २२ साल से बन्द सरबजीत की मौत कोई सामान्य हादसा नहीं है. इसने पाकिस्तान सरकार के अमानवीय चेहरे से एक बार फिर नकाब हटा दिया है. बिना सबूत, सिर्फ शक के आधार पर, सरबजीत को बम बलास्ट का आरोपी बना देना, उसके परिवार सहित दुनिया भर के मानवाधिकार संगठनों की आवाज़ को अनसुना करना और फिर सुनियोजित तरीके से उस पर जानलेवा हमला करवाना, इस तरह का अमानवीय आचरण पाकिस्तान की नीति का पहले से ही हिस्सा रहा है. सरबजीत के मुद्दे को भी पाकिस्तान ने भारत के साथ संबन्धों में अपनी नाक का सवाल बना लिया था|
दूसरी तरफ सरबजीत जैसे नागरिकों को न बचा पाना भारतीय विदेश नीति एकदम लाचार नजर आती रही| सरबजीत की बहन और उनके परिवार के अन्य लोगों ने अपने दम पर इस मुददे को जिस शिद्दत से दुनिया के पटल पर रखा, अगर भारत सरकार भी इस बारे में जोर लगाती तो शायद सरबजीत की जान बच सकती थी.
गौरतलब है कि पाकिस्तान में फांसी की सजा पाए 49 साल के सरबजीत सिंह पर 26 अप्रैल को लाहौर की कोट लखपत जेल में 4 से 5 कैदियों ने हमला किया जिसमें वे बुरी तरह घायल हो गए थे। इलाज के लिए उन्हें वहां के जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां वे तभी से वेंटिलेटर पर थे।पाकिस्तान के समय के मुताबिक आधी रात को 1 बजे सरबजीत ने आखिरी सांस ली। निधन के बाद जिन्ना अस्पताल के बाहर पुलिस की भारी तैनाती कर दी गई। सरबजीत का परिवार बुधवार को ही तीन दिन पाकिस्तान में रहने के बाद भारत लौटा था।
पाकिस्तान की एक अदालत ने लाहौर और मुल्तान में हुए बम धमाकों के आरोप में सरबजीत को 1990 में फांसी की सजा सुनाई थी जिसके बाद से वे वहां की जेल में बंद थे।इसकी प्रातिक्रिया स्वरुप जम्मू जेल में बंद एक पाकिस्तानी कैदी पर जानलेवा हमला हुआ है लेकिन भारत सरकार ने तत्परता दिखाते हुए सम्बंधित अधिकारी को तत्काल सस्पेंड कर दिया है|मेरठ कि जेल में बंद तीन पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा बड़ा दी गई है|इसके अलावा स्वयम सेवी और राजनीतिक दल आये दिन पाकिस्तान का पुतला फूंक कर अपनी आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं |

1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपी सज्जन कुमार के केस को बढाने के लिए सी बी आई को आगे आ कर फास्ट ट्रेक कार्यवाही करानी होगी :आप पार्टी

आम आदमी पार्टी [आप] ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को बरी किये जाने को लेकर केंद्र सरकार और सी बी आई को कटघरे में खडा करते हुए व्यवस्था को असहनीय बताया है| आप के नेता मनीष शिशोदिया ने सज्जन कुमार को बरी किये जाने को देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि अब सी बी आई द्वारा स्वयम इस केस को ऊपर की अदालत में ले जाकर फास्ट ट्रेक कार्यवाही के लिए उत्सुकता दिखाई जानी चाहिए| मनीष शिशोदिया ने व्यवस्था पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस केस की सम्बंधित गोपनीय फाईलें गायब होने के लिए उत्तरदाई आधिकारी राजीव रंजन को पी एम् की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण दाईत्व दे दिया गया है|उन्होंने इस मामले में जिम्मेदारी तय करके दोषियों को यथा शीघ्र दण्डित किये जाने की मांग की है| श्री शिशोदिया ने बताया कि इस केस के निर्णय आने के तत्काल पश्चात उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाक़ात करके उन्हें ढाढस बंधाने का प्रयास किया|उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवारों की पीड़ा को सुन कर अच्छे अच्छे पत्थर दिल भी पिघल जायेंगे |उन्होंने वर्तमान परिपेक्ष्य के हवाले से देश में अराजकता के महौल की आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि न्याय दिलाने के लिए सी बी आई को अब स्वयम केस को उच्च नयायालय में ले जाकर फ़ास्ट ट्रेक कार्यवाही कराई जानी चाहिए|उन्होंने मामले की कार्यवाही आगे बढ़ाने के लिए एस आई टी [SIT]के गठन की अपनी पुरानी मांग को भी दोहराया |
गौरतलब है कि दिल्ली की कड कड डूमा में जिला एवं सत्र न्यायाधीश जे आर आर्यन की अदालत के फैसले पर जहां पीड़ित फरियादियों ने छातियाँ पीट कर अफ़सोस मनाया वहीं उनके वकीलों ने उच्च न्यायलय की शरण में जाने की बात कही है| फैसले के वक्‍त कोर्ट रूम में झड़प भी हुई +गुस्‍साई भीड़ ने कांग्रेसी नेता सज्‍जन कुमार और न्यायाधीश कि तरफ जूता भी फेंका.|पुलिस ने जूता फेंकने वाले व्‍यक्ति को हिरासत में ले लिया है|. फैसला आने के बाद लोगों ने कोर्ट के बाहर हंगामा भी किया | समर्थको का मानना है कि यह फैसला उनके हक में नहीं हुआ+ सो न्याय की लड़ाई जारी रहेगी|
इस मामले में अन्य पांच आरोपियों में से तीन पर हत्या की बात साबित हुई है। इसके अलावा दो अन्य पर दंगा का मामला साबित हुआ है।पूर्व पाषर्द बलवान खोकर+ पूर्व विधायक महेन्द्र यादव+ किशन खोकर+ गिरधारी लाल एवं कैप्टन भागमल को दोषी ठहराया है+दो आरोपियों की मृत्यु हो चुकी है|

माडल रेलवे स्टेशनों पर भी सुरक्षा के नाम पर केवल मजाक ही हो रहा है

रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा के नाम पर लगाये गए उपकरण महीनों से ख़राब हैं +यात्रियों की परेशानियों को दूर करने केलिए अधिकारियों का अभाव है+रिजर्वेशन काउंटर पर कोई मानिटरिंग नही है|ये तमाम खामियां आज मेरठ के सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने सिटी रेलवे स्टेशन पर पकड़ी और स्टेशन मास्टर को तत्काल सुधार की चेतावनी दी|
मेरठ हापुड़ से भाजपा के सांसद राजेन्द्र अग्रावाल ने आज सिटी स्टेशन का आकस्मिक निरीक्षण किया |सांसद ने बताया कि उन्हें पिछले कई दिनों से फोन पर अनियमितताओं की शिकायतें आ रही है जिसके फलस्वरूप उन्होंने आज स्टेशन का दौरा किया |यहाँ के स्टेशन को तीन साल पहले माडल स्टेशन घोषित किया जा चुका है लेकिन [१]यहाँ लगाए गए सुरक्षा कैमरा पिछले दो माह से खराब है|[२] स्टेशन पर रुकने वाली गाडी में चड़ने के लिए यात्रियों को उनकी रिजर्व्ड बोग्गी की जानकारी देने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है |जिन गाड़ियों का स्टापेज बेहद कम है उन पर चड़ने के लिए बुजुढ़ और महिलाओं को भी एक कौने से दूसरे कौने तक परेशान भाग दौड़ करते देखा जा सकता है|[३]रिजर्वेशन काउंटर पर कोई मानिटरिंग नहीं है जिसके फलस्वरूप अपात्रों की चांदी कट रही है|
सासंद ने स्टेशन मास्टर को तत्काल सुधार करने की चेतावनी भी दी