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Category: Politics

कैग वाले सिंह बाण जायज़ था तो अब ये यूं एस मिश्रा बाण भी अनुचित नहीं होना चाहिए


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है?ओये ये भाजपा वाले बरसों पहले रिटायर हो चुके सी बी आई सुप्रीमो यू एस मिश्रा को ले आये हैं मिश्रा जी के साथ अब जोगिन्दर सिंह भीसामने आ गए हैं| हसाडी सोणी कांग्रेस पर संसद के बाहर भी सी बी आई के दुरूपयोग के आरोप लगाये जाने लगे हैं| ये मिश्रा जी पहले सोये हुए थे क्या जो अब इन लोगों के उकसावे में उठ खड़े हुए हैं| ऐसा कभी होता है भला?

कैग वाले सिंह बाण जायज़ था तो अब ये यूं एस मिश्रा बाण भी अनुचित नहीं होना चाहिए

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी आप जी पहले कैग के विरुद्ध रिटायर्ड आर सिंह को ना जाने कहाँ से निकाल कर ले आये और कैग के साथ ही भाजपा को भी निशान बनाया अब अप ही जी के नक़्शे कदम पर चलते हुए मिश्रा बाण को चलाया गया है|अगर पहले सिंह बाण जायज़ था तो अब ये मिश्रा बाण भी अनुचित नहीं होना चाहिए

‘आप’ ने लुइस खुर्शीद और कांग्रेस ने ‘आप’ के विरुद्ध मैं पूरी में ऍफ़ आई आर दर्ज़ करवाई

अरविंद केजरीवाल की नवगठित राजनीतिक पार्टी “आम आदमी पार्टी” [आप] ने विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नि श्रीमती लुईस खुर्शीद के खिलाफ लूट,डकैती और हत्‍या के प्रयास का मुकदमा दर्ज करवाया हैऔर मैनपुरी के कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रकाश प्रधान की ओर से आप के विरुद्ध क्रास एफआईआर दर्ज़ करवाई गई है|
बुधवार को जिला अस्पताल में नि:शुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का उद्घाटन करने आईं श्रोमती लुईस को काले झंडे दिखा रहे ‘आम आदमी पार्टी’ (आप) के जिलाध्यक्ष विवेक यादव के साथ मारपीट की घटना के बाद यादव की तहरीर पर लुइस तथा 10 अन्य लोगों के खिलाफ कोतवाली में लूट, डकैती तथा जान से मारने की नीयत से हमला करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्राप्‍त जानकारी के अनुसार उत्‍तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में आम आदमी पार्टी के जिला अध्‍यक्ष विवेक यादव ने लुईस खुर्शीद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। श्री यादव ने पुलिस को दी गई शिकायत पत्र में लिखा है कि बीते बुधवार को श्रीमती लुईस खुर्शीद मैनपुरी में एक नेत्र जांच शिविर का उद्घाटन करने के लिए आई हुई थी और इस दौरान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उन्‍हें काले झंडे दिखाए | कार्यकर्ताओं के इस विरोध से गुस्‍से में आकर लुईस खुर्शीद की कार ने यादव और उनके अन्‍य साथियों को कुचलने का प्रयास किया। लुईस खुर्शीद के अलावा विवेक यादव ने दस कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर भी मुकदमा दर्ज करवाया है मैनपुरी के

‘आप’ ने लुइस खुर्शीद और कांग्रेस ने ‘आप’ के विरुद्ध मैं पूरी में ऍफ़ आई आर दर्ज़ करवाई

की ओर से क्रास एफआईआर में आप पार्टी के लोगों के खिलाफ लूटपाट, रास्ता रोकने, बंधक बनाने का मुकदमा दर्ज कराया गया है।

आरक्षण विरोधी हड़ताल पर तो आरक्षण समर्थक करेंगे अतिरिक्त चार घंटे काम

Save The National Unity &Integrity

आरक्षण का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है|राज्यसभा में बसपा और सपा में जारी जुबानी जंग जारी है | इस जंग के नतीजे के लिए बड़ी राष्ट्रीय पार्टी भाजपा और कांग्रेस की हरी झंडी की प्रतीक्षा की जारही है |इसी बीच आरक्षण समर्थक और विरोधी भी आमने सामने आ गए हैं| सपा द्वारा कल किये गए राज्य सभा के बहिष्कार के बाद आरक्षण विरोधी कर्मचारियों ने जहां उत्तर प्रदेश में हड़ताल की घोषणा कर दी है वहींआरक्षण बचाओ संघर्ष समिति से जुड़े कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने चार घंटे अधिक ड्यूटी करने का ऐलान किया है।
आरक्षण विरोधी कर्मचारियों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस को चेतावनी दी है कि अगर 117वें संविधान संशोधन को पारित करने में जल्दबाजी की गई या इसे गलत तरीके से पारित किया गया तो आगामी लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। हड़ताल में विभिन्न कर्मचारी संगठन, टीचर्स और अलग-अलग विभागों के सामान्य और ओबीसी कैटेगरी के कर्मचारी और अधिकारी शामिल हैं
आरक्षण का विरोध कर रहे कर्मचारियों की मांग है कि प्रोन्नति में आरक्षण संबंधी विधेयक को वापस लिया जाए। जब तक इसे वापस नहीं लिया जाएगा, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
सर्वजन हिताय संरक्षण समिति के अध्यक्ष इंजीनियर शैलेन्द्र दुबे ने दावा किया है कि स्वास्थ्य, बिजली और परिवहन जैसी आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी सरकारी विभागों एवं निगमों के 18 लाख कर्मचारियों ने आज शाम से संपूर्ण कार्य बहिष्कार आंदोलन (हड़ताल) शुरू कर दिया है। श्री दुबे का कहना है कि 14 दिसंबर को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों और राजधानी में सभी सरकारी विभागों पर अधिकारी व कर्मचारी विरोध सभाएं करेंगें।

अपवाद

[१] राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी का कहना है कि उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि वह आरक्षण के समर्थन व विरोध में शामिल हो सकते हैं, क्योंकि उनके संगठन में सभी वर्ग के लोग शामिल हैं। उन्होंने हड़ताल के निर्णय को शैलेंद्र दुबे की निजी राय बताया।
[२] राज्यकर्मचारी महासंघ के महामंत्री अजय सिंह ने कर्मचारियों की हड़ताल पर अनभिज्ञता जताई है।
[३] कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष वीपी मिश्र ने भी हड़ताल में शामिल न होने की बात कही है।

आरक्षण समर्थक

आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने चार घंटे अतिरिक्त कार्य करने का एलान किया है। समिति पदाधिकारियों का मानना है कि जब कार्य बहिष्कार का कोई असर नहीं पड़ा तो ऐसे ही हड़ताल का भी कोई असर नहीं पड़ेगा। फील्ड हास्टल में हुई बैठक में समिति के केबी राम ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी के अलावा कोई भी दल अपना रुख स्पष्ट नहीं कर रहा है। उन्होंने हड़ताल के दावे को बेबुनियाद बताया।
वी पी सिंह की सरकार के दौरान भी आरक्षण के मुदे पर ढुल मुल्ता के कारण कई युवाओं ने अपनी जान गवाई थी और सरकार को हार का सामना करना पड़ा था |अब पुनः केवल अपनी राजनीतिक बढत पाने के लिए वोही जिन्न बाहर निकाल दिया गया है|मुख्य राजनीतिक दलों द्वारा भी इतिहास को दोहराया जा रहा हैजिसके फलस्वरूप अब सरकारी कर्मी तक आमने सामने आने शुरू हो गए हैं| कहना अनुचित नहीं होगा कि सरकारी विभागों में इस प्रकार के टकराव को देश की एकता अखंडता के लिए अच्छा नहीं माना जा सकता इस विषय में यथा शीघ्र विवेक पूर्ण निर्णय जरूरी हो गया है|

मुलायम सिंह यादव और पुत्रों पर आय से अधिक संपत्ति की जांच को जारी रखने के आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिए

सुप्रीम कोर्ट ने आज ब्रहस्पतिवार को सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और उनके बेटों मुख्य मंत्री अखिलेश यादव व प्रतीक यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच के लिए सीबीआइ को हरी झंडी दे है| जांच एजेंसी इस मामले में तत्काल एफआइआर दर्ज करने के मूड में नहीं है। सीबीआइ द्वारा प्रारंभिक जांच को आगे बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। लेकिन इसके साथ एक राहत देते हुए अखिलेश यादव की धर्म पत्नी श्रीमती डिम्पल यादव को इस सब से अलग रखने को कहा गया है |आदेश में कहा गया है की डिम्पल किसी सरकारी पद पर नहीं थी|
कांग्रेस के अहमद पटेल ने कहा है कि इस फैसले से कांग्रेस और सपा के रिश्तों पर कोई असर नहीं पडेगा|उधर मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव ने कोर्ट पर भरोसा व्यक्त किया है और न्याय पाने की उम्मीद व्यक्त की है|

मुलायम सिंह यादव और पुत्रों पर आय से अधिक संपत्ति की जांच को जारी रखने के आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिए


गौर तलब है कि वर्ष 2007 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआइ ने मुलायम सिंह यादव और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के आरोपों की प्रारंभिक जांच पूरी कर ली थी और 2009 में ही इसकी रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी थी।
राजनीतिक रूप से अतिसंवेदनशील इस मामले में सीबीआइ सुप्रीम कोर्ट में अपना रुख कई बार बदल चुकी है। 2007 में अदालत ने सीबीआइ को जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपने का निर्देश दिया। लेकिन सीबीआइ ने इसका विरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट से आदेश में सुधार की अपील की थी। जांच एजेंसी का कहना था कि वह जांच रिपोर्ट सिर्फ अदालत को दे सकती है। लेकिन कुछ महीने के भीतर ही सीबीआइ ने इरादा बदल लिया और पुरानी अपील वापस लेने की अर्जी लगा दी। गुरुवार को अदालत ने 2007 के फैसले में संशोधन करते हुए जांच एजेंसी को सरकार के दखल से मुक्त करते हुए जांच रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपने का आदेश दिया है।हाल ही में संसद में सपा और बसपा के नेताओं पर सी बी आई के दबाब के आरोप लगाए गए हैं|

हाहाकार रैली के लिए भाजपाईयों ने प्रचार वाहन रवाना किया

भाजपाईयों ने प्रचार वाहन रवाना किया

भाजपा की हाहाकार रैली के लिए आज मेरठ के भाजपाईयों ने प्रचार वाहन रवाना किया|संगठन महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज ने धानेश्वर चौक से वाहन रवाना किया|
गौरतलब है कि कानून व्यवस्था में लगातार गिरावट के आरोप मलागा कर भाजपा द्वारा १५ दिसंबर को हाहाकार रैली का आयोजन किया जाएगा| जिसकी सफलता को भाजपा ने प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है| मेरठ में कमिश्नरी चौराहे पर १५ दिसंबर को यह रैली होगी|

प्रोमोशन में आरक्षण के विरोध में हंगामा :राज्य सभा दस मिनट्स के लिए स्थगित:सपा का बहिष्कार

प्रोमोशन में आरक्षण के विरोध में हंगामा :राज्य सभा दस मिनट्स के लिए स्थगित

राज्यसभा आज फिर दस मिनट्स के लिए स्थगित हुई |आज सरकार की सहयोगी पार्टी सपा ने प्रोमोशन में आरक्षण का विरोध करके कार्यवाही नहीं चलने दी |इसीलिए चेयर पर्सन ने सपा सांसद अरविन्द यादव के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही करते हुए अरविन्द को सदन से बाहर किया| आज सपा के सांसद वेळ आ गए और प्रोमोशन में आरक्षण नहीं चलेगा |प्रोमोशन में आरक्षण नहीं चलेगा के नारे लगाने लगे इस से आहत चेयरपर्सन ने राम गोपाल यादव और नरेश अग्रवाल को अपनी मित्रता की दुहाई देते हुए व्यवस्था बनाए रखने को कई बार कहा मगर सपा आज सदन की कारवाही नहीं चलने देने की जिद पर अड़ी थी|
चेयर पर्सन ने पहले तो कार्यवाही स्थगित करने से इंकार कर दिया मगर अरविन्द यादव को बाहर करने पर भी शान्ति नहीं हुई तब सदन की कार्यवाही [ढाई बजे] दस मिनट्स के लिए स्थगित कर दी गई|

    • सपा सांसदों ने राज्य सभा से वाक् आउट किया

प्रोमोशन में आरक्षण के विरोध में सपा ने राज्यसभा से वाक् आउट किया|बिल में संशोधन के विरोध में सपा के सानद वेळ माँ कर जब शोर करने लगे और आरक्षण के विरोध में नारे लगाने लगे तब चेयर पर्सन ने अरविन्द सिंह और चौधरी मुनवर को सदन से बाहर जाने को कहा और मार्शल के प्रयोग की धमकी दी इस पर राम गोपाल यादव के न्रेतत्व में सांसदों ने बहिष्कार कर दिया |सपा का कहना है कि उक्त विधेयक असंवैधानिक है और 80 प्रतिशत कर्मचारियों को पदोन्नति से वंचित करेगा। सपा के सदस्यों ने चेतावनी दी है कि विधेयक पर चर्चा नहीं होने देने के लिए अगर जरूरत हुई, तो वह राज्यसभा में रोज कार्यवाही बाधित करेंगे

राज्यसभा में सभापति के प्रति आज विश्वास और सम्मान व्यक्त किया गया

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उप राष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी के प्रति आज सदन में विश्वासव्यक्त किया गया और सदन में सभापति के प्रति सम्मान बनाए जाने पर जोर दिया गया| नेता सदन प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि सभापति के लिए पूरा सम्मान होना चाहिए। सभापति के सम्मान में ही सदन का सम्मान है। सदन के सदस्यों को चाहिए कि वो राज्यसभा में सदन की मर्यादा बनाए रखें। सभापति की इज्जत होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सभापति के लिए उनकी सरकार में बहुत आदर है। मैं सदन के तमाम सदस्यों से इसमें मदद की आशा करता हूं। हमलोगों को ऐसा रास्ता निकालना चाहिए जिससे बिना रुकावट के सदन की कार्यवाही निर्वाध चले।
वहीं नेता विपक्ष [ भाजपा के ]अरुण जेटली ने कहा कि हम सभापति को वादा करते हैं कि पूरा सदन अब से एक सुर में बोलेगा। जिससे इस सदन की मर्यादा बरकरार रहे। इसके बाद हामिद अंसारी ने सभी सांसदों को धन्यवाद दिया और कार्यवाही में सहयोग का आश्वासन दिया|
गौरतलब है कि बीते दिन बुधवार को मायावती ने सीधे सभापति के आसन के समक्ष जाकर अपना विरोध जताया।राज्यसभा की कार्यवाही बाधित होने पर राज्यसभा सभापति पर सवाल उठाए |मायावती ने कहा था कि दोपहर 12 बजे के बाद सदन की कार्यवाही नहीं चलती है। सभापति दोपहर 12 बजे के बाद सदन से चले जाते हैं। सदन को चलाने की जिम्मेदारी सभापति की है। गौरतलब है कि राज्यसभा में प्रमोशन में रिजर्वेशन बिल पास होना है।
लेकिन आज बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी सभापति के प्रति विश्वास व्यक्त किया और उम्मीद जाती कि सभापति द्वारा प्रोमोशन में रिजर्वेशन का बिल पास करवाने को प्रयास करेंगे

११ साल पहले दिसम्बर की १३ को संसद पर अटैक करने वाले अफजाल गुरु को फांसी की मांग पर आज लोक सभा स्थगित

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संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी की मांग को लेकर भाजपा ने लोक सभा में हंगामा किया जिससे आहत स्पीकर मीरा कुमार ने लोक सभा की कार्यवाही पहले साडे ग्यारह और फिर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी | मीरा कुमार ने तीखी टिपण्णी करते हुए हंगामाई सांसदों को लताड़ते हुए कहा कि संसद की रक्षा के लिए दी गई शहादत इस शोर शराबे के लिए नहीं दी गई थी | दोषी को फांसी में देरी पर चर्चा के लिए भाजपा ने गुरुवार को लोकसभा में प्रश्नकाल स्थगित करने का नोटिस दिया।
भाजपा की वरिष्‍ठ नेता सुषमा स्‍वराज ने आज कहा कि संसद पर आतंकी हमले के शहीदों को सही अर्थों में श्रद्धांजलि तभी दी जा सकती है जब सरकार अफजल गुरु को फांसी पर लटकाने की तारीख की घोषणा करे।
13 दिसंबर, 2001 को संसद पर हमले में शहीद हुए कर्मियों को आज भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई जिसके साथ ही अफजल की फांसी का मुद्दा एक बार फिर उठा। कई नेताओं और शहीदों के परिवारों ने मांग की कि हमले के दोषी अफजल गुरु को जल्द से जल्द फांसी दी जाए। 11 साल पहले आज ही के दिन जैश-ए-मुहम्मद और लश्कर के आतंकियों ने संसद परिसर में प्रवेश कर हमला किया था। हमले में पांच सुरक्षाकर्मी, एक माली और एक कैमरामैन शहीद हो गए थे।
लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर की रक्षा करने वालों के योगदान को संसद से बाहर हुए कार्यक्रमों में भी सराहा गया। शहीदों के परिजनों ने ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के चेयरमैन एमएस बिट्टा की अगुवाई में चाणक्यपुरी स्थित ममोरियल जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
शहीदों के इन परिजनों ने सरकार की तरफ से मिले मेडल कुछ साल पहले लौटा दिए थे। इन लोगों का कहना है कि वे अफजल की फांसी के बाद ही मेडल वापस लेंगे, अन्यथा इन मेडलों को म्यूजियम में रख दिया जाए। अफजल की फांसी के बारे में बिट्टा ने भी मांग को फिर दोहराया।
कसाब को फांसी लगाये जाने के पश्चात गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने राष्ट्र को यह आश्वासन दिया था कि २० दिसम्बर के पश्चात अफजल गुरु की फायल खोली जायेगी हमले में चार लोगों के खिलाफ आरोप तय किए गए। [१]अफशां गुरु,[२] एसएसआर गिलानी[३], शौकत हुसैन गुरु और[४] अफजल गुरु।
18 दिसंबर 2002 को एसएसआर गिलानी, शौकत हुसैन गुरु और अफजल गुरु को सजा-ए-मौत सुनाई गई, लेकिन अफशां गुरु को रिहा कर दिया गया। इल्जाम साबित न होने पर 29 अक्तूबर 2003 को एसएआर गिलानी को भी रिहा किया जा चुका है|
ग्यारह साल पहले संसद पर जो हमला किया गया था उसके जख्म अभी तक भरे नहीं गए हैं|संसदीय कार्यवाही बाधित करके उन जख्मों पर रोजाना नमक छिड़का जा रहा है| किसी न किसी मुद्दे को लेकर विपक्ष और सरकार के सहयोगी दलों द्वारा संसदीय कार्यवाही पर अटैक किये जा रहे हैं यह बेहद पीड़ा दायक होता जा रहा है इसके लिए सरकार द्वारा निर्णय लेने में देरी करने और विपक्ष द्वारा केवल मुद्दा बनाने से जटिलता बड़ती जा रही है|शायद इसीलिए सोश्लाईट अन्ना बाबू राव हजारे समय समय पर संसद की उपयोगिता पर प्रश्न चिन्ह लगाते आ रहे हैं| अब समय आ गया है कि आपसी टकराव को भुला कर समय बढ तरीके से राष्ट्र हित में निर्णय लिए जाएँ और ससंद की उपयोगिता को बरकरार रखा जाए शायद यही उन शहीदों के प्रति सच्ची श्रधान्जली होगी|

मोहिंदर अमरनाथ अब क्रिकेट बोर्ड की मीटिंग्स के मिनट्स पर एक किताब लिखेंगे

मोहिंदर अमरनाथ अब क्रिकेट बोर्ड की मीटिंग्स के मिनट्स पर एक किताब लिखेंगे

लगातार हारने पर भारतीय क्रिकेट टीम में बदलाव लाने का प्रयास करने पर सलेक्टर पद से रिलीव किये गए मोहिंदर अमरनाथ अब क्रिकेट बोर्ड की मीटिंग्स के मिनट्स पर एक किताब लिखेंगे जिसमे क्रिकेट के कई अनछुए पहलुओं को उजागर करेंगे |एक टी वी चैनल में बोलते हुए उन्होंने एक डायरी दिखाई और कहा कि देश में सबसे महंगे गेम के बोर्ड की मीटिंग्स के मिनट्स[कार्यवृत]तैयार नहीं किये जाते जिससे पारदर्शिता के दावे बेमानी हो जाते हैं| १९८३ में पहला वर्ल्ड कप जीतें वाले कपिल देव के डेविल्स में शामिल मोहिंदर अमरनाथ नेयह रहस्योद्घाटन किया कि कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया के हाथों चार मैचों की टेस्ट सीरीज 4-0 से गंवाने के बाद राष्ट्रीय [पाँचों]चयनकर्ता उन्हें कप्तानी से हटाकर वीरेंद्र सहवाग को टीम इंडिया की कमान सौंपना चाहते थे लेकिन अंदरुनी राजनीति के कारण ऐसा करना संभव नहीं हो सका।उन्होंने बी सी सी आई के अध्यक्ष पर लगातार असफल होने वाले धोनी को बचाने का आरोप भी मड दिया| धोनी ने कहा है कि आज कल कोई भी एरा खेरा विचार व्यक्त करता रहता है| अमरनाथ ने 1983 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी और वह सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबलों में मैन ऑफ द मैच रहे|

आज बारह का विशेष महत्त्व है शायद इसीलिए मायावती ने राज्यसभा की कार्यवाही को लेकर सरकार के बारह बजाये

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आज बारह का विशेष महत्त्व है शायद इसीलिए सरकार कि संकट मौचक मायावती ने ही आज राज्यसभा में प्रोमोशन में आरक्षण के लेकर सरकार के बारह बजा दिए|सभापति पर तीखी टिपण्णी के साथ सरकार के विरुद्ध नारे भी लगाए गए| बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान सभापति हामिद अंसारी से यह कहकर पूरे सदन को चौंका दिया कि सदन का संचालन करना उनकी जिम्मेदारी है और वह दोपहर में सदन में रहेंगे नहींऍफ़ डी आई पर सरकार की संकट मौचक साबित हुई मायावती ने कहा, ‘आए दिन 12 बजे के बाद सदन नहीं चल पाता है। सदन सुचारू रूप से चले, इसकी व्यवस्था कौन करेगा?’ उन्होंने अंसारी से कहा कि सदन में कामकाज सामान्य तरीके से चले, यह जिम्मेदारी आपकी है।
अंसारी ने उनसे शांत होने की अपील करते हुए कहा कि सदन सभी दलों के सहयोग से ही सुचारू रूप से चल सकता है और वह अभी प्रश्नकाल चलने दें। नाराज मायावती ने उनकी अपील अनसुनी कर दी और आसन के करीब आ गईं। मायावती के न मानने और बीएसपी सांसदों के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही पहले कुछ समय के लिए और फिर दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।नियमानुसार, सदस्यों को पीठासीन अधिकारी पर अभद्र टिप्पणी करने की अनुमति नहीं है.मायावती की इस टिपण्णी पर कांग्रेस द्वारा आपत्ति जताई गई है| गौरतलब है कि अनुसूचित जातियों व जनजातियों को प्रोन्नति में आरक्षण मुहैया कराने वाले एक संविधान संशोधन विधेयक को लेकर सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है.
सभापति प्रश्नकाल की अध्यक्षता करते हैं, जबकि शून्यकाल और उसके बाद की कार्यवाहियों की अध्यक्षता आमतौर पर उपसभापति द्वारा की जाती है. सभापति हालांकि महत्वपूर्ण अवसरों पर सदन में वापस आते हैं|.
उदाहरण के तौर पर जब प्रधानमंत्री का कोई वक्तव्य हो, या जब किसी सत्र की समाप्ति पर सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो रहा हो.उन्होंने कहा कि आप 12 बजे जाइए लेकिन सदन की कार्यवाही सुनिश्चित कराना आपकी जिम्मेदारी है। 12 बजते ही आप सदन में नहीं दिखेंगे। मायावती की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए संसदीय कार्य मंत्री राजीव शुक्ला ने इस टिपण्णी को दुर्भाग्य पूर्ण बताया है|