नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद को आज लखनयू से जवाब देते हुए अपंगों का पैसा खाने वाला बेशर्म बताया |सलमान खुर्शीद के गृह राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊमें आयोजित भाजपा की विशाल रैली में बोलते हुए भाजपा के पी एम् पद के प्रत्याशी मोदी ने बिना किसी मंत्री का नाम लिए कहा कि कांग्रेस के एक केंद्रीय मंत्री दुनिया में जा कर ढिंढोरा पीटते हैं लेकिन अपने घर में अपंग+अपाहिजों के पैसे से मलाई खाते हैं विकलांगों के कल्याण के लिए बनाये एन जी ओ के माध्यम से सरकारी पैसा चट कर जाते हैं |इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश के ही अन्य दो वरिष्ठ मंत्री कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल को कोलगेट+स्टील मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा को भी आड़े हाथों लिया| बेनी का नाम लिए बगैर मोदी ने कहा कि खुर्शीद के एन जी ओ में हुए भ्रष्टाचार के समर्थन में तीसरे मंत्री ने कहा कि हमारा केंद्रीय मंत्री ७० लाख का भ्रष्टाचार कर ही नहीं सकता अगर ये भ्रष्टाचार ७० करोड़ का होता तो मान सकते थे|गौरतलब है कि पिछले दिनों सलमान खुर्शीद ने नरेंद्र मोदी को नपुंसक कहा था जिसकी आलोचना सवयम कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी की थी| लगता है कि उसका जवाब आज नरेंद्र मोदी ने इस रैली में दे दिया |उल्लेखनीय है कि सलमान खुर्शीद के एन जी ओ डॉ जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट पर विकलांगों के कल्याण के लिए आये पैसे में गबन करने के आरोप लगे थेइस स्कैम में खुर्शीद कि पत्नी श्रीमती लूईस [ Louise ] का नाम भी आया था
Category: World
भारतीय मूल की वकील निशा अग्रवाल न्यूयॉर्क के मेयर कार्यालय में आव्रजन मामलों की कमिश्नर बनी
सुश्री निशा अग्रवाल को न्यूयॉर्क के मेयर कार्यालय में आव्रजन मामलों की कमिश्नर नियुक्त किया गया है
निशा अग्रवाल भारतीय मूल की एक वकील हैं निशा को न्यूयॉर्क के मेयर बिल डी ब्लेसियो ने अपने कार्यालय में आव्रजन मामलों का प्रमुख नियुक्त किया है।
उन पर शहरी प्रशासन के आव्रजन एजेंडा की देखरेख करने और प्रवासियों के मालिकाना हक वाले उद्योगों तक पहुंच सुधारने की जिम्मेदारी होगी।
भारतीय समाचार एजेंसी भाषा की पत्रकार योशिता सिंह के अनुसार निशा अग्रवाल भारतीय प्रवासी की बेटी हैं और हॉवर्ड लॉ स्कूल से शिक्षा प्राप्त कर चुकी हैं
Etihad Airways Has Touched New Horizon Of Hospitality By Providing U S Pre Clearance At Abu Dhabi
Etihad Airways Has Touched New Horizon Of Hospitality.This Time Etihad Flyers May Avail Opportunity Of U S PRE CLEARANCE At Abu Dhabi Intenational Airport.
Etihad Airways guests flying to select destinations in the U.S.A will have access to Abu Dhabi International Airport’s United States Preclearance facility located at Terminal 3.
The new facility enables guests flying Etihad Airways to preclear the U.S. Customs and Border Protection formalities before boarding their flights in Abu Dhabi. Upon arrival in the U.S.A, guests will be treated as though they are domestic arrivals. Shorter connection times are possible for onward flights in the U.S., with your luggage arriving to the final destination.
In Statement Etihad Has informed that As the first facility of its kind in the region, guests flying to select destinations in the U.S can now look forward to more of award-winning hospitality, and worry less about long queues. Experience an easier, quicker and more comfortable journey with the World’s Leading Airline* to Washington DC, Chicago and New York. Future US destinations will also benefit from the facility.
Civil Aviation Ministry To Invite Suggestions From stakeholders for an Ombudsman
Civil Aviation Ministry To Invite Suggestions From stakeholders for an Ombudsman
Ministry of Civil Aviation (MOCA) has decided to consult stakeholders regarding setting up of an Ombudsman for Civil Aviation Sector in India as an alternative dispute settlement machinery.
The stakeholders are requested to give their comments on the subject by 15th April, 2014.
The Working Group constituted by MoCA earlier in this regard has in their report recommended setting up of an Aviation Ombudsman.The Indian civil aviation sector is one of the fastest growing civil aviation sectors in the world. In sectors where market forces play a lead role in providing services, such as the aviation sector in India, it becomes necessary to provide a window for grievance redressal of passengers and also an effective mechanism for dispute resolution. Considering the potential for future growth, and going by the experience of the service sectors and looking at international best practices, it appears logical to explore the possibility of creating an alternative dispute settlement mechanism for the sector in India. Sectors like banking, insurance, and electricity have already established an ombudsman for dispute settlement in service provision.
Surprisingly Navy Chief D K Joshi’s Resignation Is Accepted promptly
Spate of mishaps involving naval warship SindhuRatan has awaken the moral of Navy’s .top brass He Has resigned which is accepted
Navy Chief Admiral D K Joshi, ,resigned taking “moral responsibility” over the spate of mishaps involving naval warship Sindhu Ratan [in Mumbai Coast]In the last seven months.Surprisingly this resignation was promptly accepted by Defence Minister A K Antony.
Admiral Joshi, who had more then one year left in service, submitted his resignation hours after submarine INS Sindhuratna had a mishap in which seven sailors were taken seriously ill and two officers were still missing.
This ill fated Warship was Russian-origin Kilo Class submarine INS Sindhuratna,
सिंधु रक्षक क्या डूबा मुम्बई में सिंधु रत्न[पनडुब्बी] से भी धूआं उठ गया
झल्ले दी झल्लियां गल्लां
दुखी नौ सैनिक
ओये झल्लेया लगता है कि मुम्बई का समुद्र अब सुरक्षित नहीं रहा| पिछले अगस्त में सोणी सिंधु रक्षक[ SindhuRakshak पनडुब्बी] मुम्बई के समुद्र में क्या डूबी अब सिंधु रत्न [SindhuRatnaपनडुब्बी]पर भी आफत आ गई है|अभी तक पहले वाली दुर्घटना की जांच मुकम्मल नहीं हुई के ये नई घरेड़ पड गई|ओये अगस्त में अट्ठारह होनहार शहीद हुए थे और पी टी आई ने आज अभी तक ५ के बेहोश होने की पुष्टि कर दी है |इसके अलावा टी वी रिपोर्ट्स के अनुसार दो लापता बताये जा रहे हैं|ओये ओनली सात महीनों में यह तीसरी घटना हो चुकी है लेकिन विदेशों से आयातित महंगे युद्धपोतों की सुरक्षा के प्रति सरकारी मोहल्लों में संवेदनशीलता नदारत हैथोड़ा बहुत मुआवजा दे कर अगले काण्ड का इन्तेजार शुरू हो जायेगा |यारा सिन्धुरक्षक के डूबने से हसाडे सिंधुरत्न खतरे में पड गए| यार ऐसे में समुद्री रास्तों से हमला होने पर उसे कैसे रोका जा सकेगा?
झल्ला
पहले इम्पोर्टेड[चीन को छोड़ कर] सामान के प्रति गुणवत्ता की गारंटी दी जाती थी लेकिन अब तो बेहद महंगी+ भारी भरकम इम्पोर्टेड सबमरीन में खोट से हसाडे होनहार सिपाहियों की अमूल्य जान भी जाने लग गई है मगर हसाडे सारे अली कुली चुनावों में अपनी गोटियां बैठाने में बिज़ी हैं जब इनकी कुर्सी बच जायेगी तभी सब मरीन के विषय में सोचा जायेगा
.
ऍफ़ ऐ ऐ द्वारा, भारतीय नागर विमानन छेत्र को डाउन ग्रेड किये जाने से स्टार अलायन्स पर प्रभाव नहीं
भारतीय नागर विमानन छेत्र को फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन[FAA] द्वारा, सुरक्षा को लेकर, डाउन ग्रेड किये जाने से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगायह दावा नागर विमानन राज्य मंत्री श्री के. सी. वेणुगोपाल ने लोकसभा में किया |
नागर विमानन राज्य मंत्री श्री के. सी. वेणुगोपाल ने लोकसभा में जानकारी दी कि एयर इंडिया के स्टार एलायंस में जुड़ने से फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) द्वारा भारतीय विमानन क्षेत्र की डाउन ग्रेडिंग से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
स्टार एलायंस ने इसकी पुष्टि भी की है कि एफएए सुरक्षा आकलन, संबंधित सरकारों तथा विमानन प्राधिकरण से संबंध रखता है तथा इसका स्टार एलायंस में एयर इंडिया के जुड़ने से प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ेगा।
पिछले वर्ष दिसंबर, 2013 में स्टार एलायंस द्वारा की गई घोषणा के बाद इसके मुख्य कार्यकारी बोर्ड (सीईबी) ने सर्वसम्मति से पुन: एकीकरण को स्वीकार किया है। एकीकरण के तहत स्टार एलायंस की विभिन्न अपेक्षाओं+ प्रक्रियाओं + मानकों को अपनाना पड़ता है।
एयर मंत्री ने बताया कि करगिल के लिए अभी तक नियमित उड़ान शुरू नहीं हुई है ,जम्मू-कश्मीर में करगिल को हवाई सेवा से जोड़ने की संभावनाओं का पता लगाया जा रहा है। हालांकि यह हवाई सेवा प्रदाता एयरलाइनों पर निर्भर करता है कि वे विशेष स्थानों पर सेवा उपलब्ध कराते हैं या नहीं। यह मार्ग पर ट्रैफिक की मांग और वाणिज्यिक तौर पर मुनाफे पर भी निर्भर करता है।
करगिल तक पहली उड़ान 7 जनवरी, 2014 को उद्घाटन के मौके परभरने वाले ,एयर मंत्री ने बताया था कि क्षेत्रीय एयरलाइन परियोजना में सुधार दोबारा मूल्यांकन किया जा रहा है। ऑपरेटर ने आंतरिक मूल्यांकन, उड़ान संबंधी नीतियां बनाने और विलय एवं अधिग्रहण जैसे काम के लिए और समय मांगा था। आज की तारीख तक करगिल से या करगिल तक कोई घरेलू उड़ान की सुविधा नहीं है।
देशभर में हवाई परिवहन सेवाओं के बेहतर नियमन के लिए सरकार ने रूट डिसपर्सल गाइडलाइन्स (आरडीजी) का प्रस्ताव रखा है। आरडीजी के अनुसार, कैटेगरी-1 (मेट्रो) मार्ग पर अधिसूचित सभी एयरलाइन्स के लिए कैटेगरी-1 और कैटेगरी-2 मार्ग पर तैनात एयरलाइंस की पूरी क्षमता का 10 फीसदी होना जरूरी है। कैटेगरी-2 के मार्ग से पूर्वोत्तर राज्यों, जम्मू-कश्मीर (करगिल सहित), अंडमान एवं निकोबार और लक्षद्वीप के हवाई अड्डे जुडे हैं
Recent Comments