Ad

उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा का निरीक्षण करके द्रवित हुए पी एम् ने १००० करोड़ की सहायता का एलान किया

उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा से केदार नाथ से लेकर हेम कुंट साहब तक हुए विनाश का आज प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह और यूं पी ऐ अध्यक्षा श्री मति सोनिया गाँधी ने हवाई जहाज से निरीक्षण किया| ह्रदय विदारक द्रश्यों को देख कर उन्होंने अपनी पीड़ा को शब्दों में तो व्यक्त किया ही लेकिन इसके साथ १००० करोड़ रुपयों की सहायता का एलान भी किया है| तात्कालिक सहायता के रूप में १४५ करोड़ की मदद भेज दी गई है| आसमान से बरसी आफत ने अभी तक सैकड़ों लोगों की जान ले ली है, जबकि हजारों की संख्या में लोग लापता हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार अभी ता १५० लोगों की मृत्यु हो चुकी है जबकि ६५००० लोगों के फंसे होने का अनुमान लगाया जा रहा है| संपत्ति की हानि का हिसाब बाद में लगाया जा सकेगा| फिलहाल राहत कार्य को प्राथमिकता दी जा रही है|फंसे हुए सैकड़ों लोगों को एयर फाॅर्स और थल सेना के सहयोग से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचायाजा रहा है|
आपदा का निरिक्षण करने के पश्चात प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने प्राकृतिक आपदा से प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा है के , “यूपीए अध्यक्षा और मैंने [ पी एम्]जो आज देखा, वो काफी तकलीफदेह है।
राजधानी में जारी वक्तव्य में पी एम् ने कहा कि
[१]अब तक 10 हजार लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से निकाला जा चुका है।
[२]उत्तराखंड सरकार को कुल 1 हजार करोड़ रुपये की मदद जारी की गई है।
[३]इसमें से 145 करोड़ की मदद भेज दी गई है।
[४] 5,500 जवान राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। इसके अलावा वायुसेना के जवान भी राहत कार्य में जुटे हैं।
[५] डॉ मनमोहन सिंह ने आश्वासन दिया कि इस आपदा में जिनके घर बर्बाद हुए हैं, उन्हें प्रधानमंत्री राहत कोष की तरफ से 1-1 लाख रुपये की मदद दी जाएगी।
[६]मृतकों के परिजनों को 2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की मदद दी जाएगी।
[७] आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए घर के मालिकों को 50 हजार रुपये की केंद्रीय सहायता दी जाएगी।
इसके अलावा [अ]उत्तर प्रदेश ने 25 करोड़,[आ] महाराष्ट्र ने दस करोड़ रुपये दिए। [इ] पंजाब,[ई] छत्तीसगढ़ [उ]कर्नाटक आदि ने प्रभावित लोगों की मदद के लिए सरकारी मशीनरी वहां भेजी है।
इन राज्यों के हजारों यात्री प्राकृतिक आपदा में फंसे हुए हैं।इससे पूर्व अध्यक्षा श्री मति सोनिया गाँधी ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्य मंत्रियों को आपदा पीड़ितों के कल्याण के लिए यथासंभव और यथाशीघ्र सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए|