[नई दिल्ली]नौसेना की पनडुब्बी सिन्धुरक्षक का पतन उसमे रखे गए हथियारों में हुए विस्फोट के कारण हुआ होगा यह संभावना आज रक्षा मंत्री ऐ के अंटोनी ने राज्य सभा में व्यक्त की |
केंद्रीय रक्षामंत्री ऐ के अंटोनी ने भारतीय नौसेना की पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक पर लगी आग की घटना पर राज्यसभा में बयान देते हुए बताया के
भारतीय नौसेना की पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक पर 13 और 14 अगस्त 2013 की मध्य रात्रि में विस्फोट और आग की एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। घटना के समय पनडुब्बी मुम्बई गोदी में थी।
प्रारंभिक अनुमानों से प्राप्त संकेतों के हवाले से उन्होंने बताया कि पनडुब्बी के अगले हिस्से, में तोपखाना था | उसमे आंतरिक विस्फोट हुआ जिससे स्वत: ही अन्य विस्फोट भी हुए और आर्इएनएस सिंधुरक्षक पर बड़ी आग लगी। इस घटना के समय नौसेना के 18 व्यक्ति पनडुब्बी के अंदर मौजूद थे जिसमें 3 अधिकारी और 15 नाविक थे।
रक्षा मंत्री ने कहा के यद्यपि नुकसान का पूरा विवरण आना अभी बाकी हैलेकिन फिलहाल पनडुब्बी में हए विस्फोट की तेजी और सघनता से संकेत मिलते हैं कि कोई व्यक्ति इसमें बचा नही होगा। लोगों की खोज= नुकसान के अनुमान+ रिसाव रोकने और पानी निकालने के भारतीय नौसेना के गोतीखोरी आपरेशन चौबीसों घण्टे प्रगति पर हैं।18 नौसेना कर्मियों के परिवारों को सभी सहायता+ समर्थन और परामर्श उपलब्ध कराया जाएगा जिसके लिए पश्चिमी नौसेना कमांड, मुम्बई में एक विशेष परिवार प्रकोष्ठ की स्थापना की गई है।
उन्होंने आश्वासन दिया के गोताखोर पनडुब्बी में प्रवेश कर गये हैं। । दुर्घटना के संभावित कारणों का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों के एक जांच बोर्ड का गठन किया गया है।
इसके अलावा हथियार संबंधित सुरक्षा प्रणालियों और भारतीय नौसेना की सभी परिचालन पनडुब्बियों पर मानक संचालन प्रक्रिया के ऑडिट पर व्यापक निरीक्षण का आदेश दिया गया है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि 18 नौसेना कर्मियों के परिवारों को सभी सहायता+ समर्थन और परामर्श उपलब्ध कराया जाएगा जिसके लिए पश्चिमी नौसेना कमांड, मुम्बई में एक विशेष परिवार प्रकोष्ठ की स्थापना की गई है। हम अपने कतर्व्यों का निर्वाह करते हुए सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारतीय नौसेना के कर्मियों के परिवारों को गहन संवेदनाएं प्रेषित करते हैं।