अमेरिकी के मैनहट्टन की अदालत ने शेयर निवेश मामले में धोखाधड़ी के आरोप में फंसे गोल्डमैन सैक्स के पूर्व डायरेक्टर रजत गुप्ता को दो साल जेल की सजा सुना दी है|यह दुखद है उन पर 5 लाख डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है। बुधवार को कोर्ट ने यह आदेश भी दिया कि गुप्ता को रिहा होने के बाद एक साल तक निगरानी में रहना होगा। गुप्ता पर बोर्डरूम की गुप्त सूचनाए लीक करने का आरोप सिद्ध हो गया है| गुप्ता को 26 अक्तूबर, २०११ को गिरफ्तार किया गया था।
अदालत में दिए पहले बयान में गुप्ता ने कहा, ‘पिछले 18 माह मेरे जीवन में सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण रहे, क्योंकि मैं अपने माता पिता को खो चुका हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मेरी प्रतिष्ठा खत्म हो चुकी है और यह फैसला मेरे परिवार तथा दोस्तों को सदमे में डाल देगा। मैं अपने जीवन की वास्तविकता को स्वीकार करने आया हूं और मेरे परिवार पर पड़ने वाले इसके दुष्प्रभावों का मुझे गहरा अफसोस है।’
एक संघीय अदालत ने छह में से चार अपराधों के लिए उन्हें दोषी पाया था। तीन हफ्ते की सुनवाई के बाद गत 15 जून को उन्हें दोषी करार दिया गया था। उन्हें अब कैद की जो सजा सुनाई गई है वह
उन्हें सजा सुनाते हुए अमेरिकी जिला जज जेड रैकोफ ने कहा कि हालांकि मैकेंजी के पूर्व प्रमुख रजत गुप्ता का जीवन कई अच्छे कामों से जुड़ा रहा है पर गोल्डमैन सॉक्स की गुप्त सूचनाओं को हेज फंड संस्थापक राज राजारत्नम के पास पहुंचाकर गुप्ता ने गोल्डमैन सैक्स को धोखा दिया है|मैनहट्टन की अदालत के बाहर रजत गुप्ता
Well I sincerely enjoyed reading it. This information provided by you is very effective for proper planning.