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रजत गुप्ता अगर भारत में आ जाते तो बाल भी बांका नहीं होता ,उलटे मंत्री बन जाते


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक एन आर आई

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है?हम लोग अपना मुल्क छोड़ छाड़ कर यहाँ आते हैं और यहाँ के विकास के पहिये को आगे बढ़ाते है मगर यार ये गोर लोग हमारे आदमियों को ही निशाना बनाते रहते हैं|पहले हसाड़े सोने संजय बहल को जेल में सड़ने को डाल दिया और अब रजत गुप्ता को दो साल की जेल और जुर्माने के बाद भी एक साल की निगरानी की सजा सुना दी है| बेशक ये लोग कोई धर्मात्मा नहीं हैं मगर इंटेलिजेंट+कर्मठ +विकास शील और बुद्धिजीवी जरूर हैं| इन्हें जेल में सड़ाने के बजाये इन्हें समाज सेवा के लिए किसी अन्डेवेलोप स्टेट में भेज देते इन्होने वहां विकास कर देना था साथ ही इनकी सजा भी पूरी हो जाती|

रजत गुप्ता अगर भारत में आ जाते तो बाल भी बांका नहीं होता

झल्ला

हांजी बात तो आप ठीक ही कह रहे हो इनके साथ ज्यादती ही हुई है| एक ही साल के ट्रायल में में दो साल की सजा सुना दी गई|लेकिन में तो शुरू से कहता आ रहा हूँ कि भारत में आ जाओ तीन चार साल तक तो आरोप प्रत्यारोप में ही बीत जाते इतने में मंत्री बनने के सारे गुण आ जाते| फिर तो तुम्हारा कोई बाल भी बांका नहीं कर पाता | सी डब्लू जी +२ जी+कोयला+वढेरा+डी एल ऍफ़ +सलमान खुर्शीद और नितिन गडकरी के अलावा डी एम् के सपा +बसपा + लालू प्रसाद यादव जैसे अनेकों उदहारण हैं इनका कुछ हुआ है क्या?मुकद्दमा तो छोड़ो कोई जाँच तक के लिए तैयार नहीं है|अब इन्हें देख कर भी अगर आप कुछ सीखना नहीं चाहते तो सड़ो विदेश की जेल में|

रजत गुप्ता को जेल की सजा और जुर्माना

अमेरिकी के मैनहट्टन की अदालत ने शेयर निवेश मामले में धोखाधड़ी के आरोप में फंसे गोल्डमैन सैक्स के पूर्व डायरेक्टर रजत गुप्ता को दो साल जेल की सजा सुना दी है|यह दुखद है उन पर 5 लाख डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है। बुधवार को कोर्ट ने यह आदेश भी दिया कि गुप्‍ता को रिहा होने के बाद एक साल तक निगरानी में रहना होगा। गुप्ता पर बोर्डरूम की गुप्त सूचनाए लीक करने का आरोप सिद्ध हो गया है| गुप्ता को 26 अक्तूबर, २०११ को गिरफ्तार किया गया था।

रजत गुप्ता को जेल की सजा और जुर्माना


अदालत में दिए पहले बयान में गुप्ता ने कहा, ‘पिछले 18 माह मेरे जीवन में सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण रहे, क्योंकि मैं अपने माता पिता को खो चुका हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मेरी प्रतिष्ठा खत्म हो चुकी है और यह फैसला मेरे परिवार तथा दोस्तों को सदमे में डाल देगा। मैं अपने जीवन की वास्तविकता को स्वीकार करने आया हूं और मेरे परिवार पर पड़ने वाले इसके दुष्प्रभावों का मुझे गहरा अफसोस है।’
एक संघीय अदालत ने छह में से चार अपराधों के लिए उन्‍हें दोषी पाया था। तीन हफ्ते की सुनवाई के बाद गत 15 जून को उन्‍हें दोषी करार दिया गया था। उन्‍हें अब कैद की जो सजा सुनाई गई है वह
उन्हें सजा सुनाते हुए अमेरिकी जिला जज जेड रैकोफ ने कहा कि हालांकि मैकेंजी के पूर्व प्रमुख रजत गुप्ता का जीवन कई अच्छे कामों से जुड़ा रहा है पर गोल्डमैन सॉक्स की गुप्त सूचनाओं को हेज फंड संस्थापक राज राजारत्नम के पास पहुंचाकर गुप्ता ने गोल्डमैन सैक्स को धोखा दिया है|मैनहट्टन की अदालत के बाहर रजत गुप्ता