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रतनगढ़ दुर्गा मंदिर में पहले अफवाह उड़ाई फिर लाठियां चलाई और सौ से ज्यादा श्र्धालू मारे गए अब दोषियों को पकड़ने के बजाये सरकार को कोसा जा रहा है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

या रब्बा मध्य प्रदेश सरकार की ये कैसी बेहयाई है ओये दतिया जिले के रतनगढ़ दुर्गा मंदिर में लाखों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए केवल दो सौ पोलिस वाले ही लगाये गए जिस कारण वहां भगदड़ मच गई और १०० से ज्यादा बेचारे बेकसूर+निर्दोष+माँ के भक्त मारे गए +इससे ज्यादा कुचले गए+रौंद दिए गए | ये सरासर सरकार की नाकामी है इसीलिए इस भाजपाई सरकार को तो तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए |

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी वाकई ये त्रासदी दुखद है मानव निर्मित है प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी संवेदनाएं प्रगट की है और | दोषियों को बक्शा नहीं जाना चाहिए लेकिन एक गल समझ विच नहीं वड रही के कहा जा रहा है के कुछ पोलिस वालों ने पुल टूटने की अफवाह उड़ाई फिर लाठी चार्ज कर दिया लेकिन पोलिस वालों के मुखिया आई जी चम्बल ने साफ़ कर दिया है के उनके सरकारी कर्मचारी ऎसी शर्मनाक हरकत नहीं कर सकते ऐसे में झल्ला सवाल उछालें मार रहा है के पोलिस की वर्दी में कौन थे +उन्हें क्यों + किसने भेजा था क्योंकि एक के साथ एक फ्री का चलन है सो एक प्रश्न और झल्ल्यत दिखा रहा है के केंद्र सरकार के किसी नेता ने बेशक चुनावी आचार संहिता के कारण कोई राहत पॅकेज की घोषणा नहीं की लेकिन इसके साथ ही अफवाह फ़ैलाने वालों की जांच की मांग भी नहीं की| दिग्विजय सिंह+कमल नाथ जैसे सदैव तैयार भाषण बाजों ने प्रदेश सरकार को ही कोसना शुरू कर दिया है |ऐसा क्यॊऒऒऒऒऒऒन है?