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विस्फोट के बाद लगी आग से भारतीय पनडुब्‍बी सिंधुरक्षक जलमग्न हुई

मुम्बई के कोलाबा डॉक यार्ड में नौसेना की एक हथियारलैस पनडुब्बी में विस्फोट के बाद आग लग गई और वह डूब गई। इस हादसे में तीन अधिकारियों समेत 18 नौसैनिकों के मरने की आशंका है।पडुबियों के लिए वैसे ही विशेषग्य सैनिक कम है ऐसे में एक झटके में १८ सैनिको की हानि एक बड़ा झटका है|
भारतीय नौसेना की पनडुब्‍बी आईएनएस सिंधुरक्षक में [14 अगस्‍त,2013 ]एक भयानक विस्‍फोट हुआ जिसके तुरंत बाद उसमें भयानक आग लग गई। नौसैनिक डाकयार्ड और मुम्‍बई फायरब्रिगेड की दमकल गाडि़यां काम पर लगा दी गईं। लेकिन विस्‍फोट के कारण नुकसान हुआ,जिसका अ‍भी तक पता नहीं चला है। यह पनडुब्‍बी जलमग्‍न हो गई है| दुर्घटना के समय इस पर लगभग 18 लोग मौजूद थे। दुर्घटना के कारणों की छानबीन के लिए एक बोर्ड ऑफ इंक्‍वायरी गठित कर दिया गया हैजिसकी रिपोर्ट एक माह में आने की उम्मीद है|.
बताया जा रहा है कि इस आग से दूसरी पनडुब्बी सिंधुरत्न पूरी तरह सुरक्षित है। इसे वक्त रहते वहां से बाहर निकाल लिया गया।
इन सब के बीच नौसेना ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं हालांकि अभी तक नुकसान की अंदाजा नहीं लगाया जा सका है। आग लगने के बाद से कोस्ट गार्ड को भी अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही साथ पूरे इलाके को भी बंद कर दिया गया है।
आईएनएस सिंधुरक्षक में लगी आग को नौसेना के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इस पनडुब्बी की खास बात यह है कि हाल ही में पनडुब्बी सिंधुरक्षक का रूस में आधुनिकीकरण हुआ था। इसमें करीब 480 करोड़ रुपये खर्च हुए। सिंधुरक्षक में रूसी मिसाइल सिस्टम भी लगाया गया है। भारतीय नौसेना के लिए यह काफी अहम है। इसमें एक समय में 60 से 70 नौ−सौनिक मौजूद रहते हैं। इसे 24 से 48 घंटे में आक्सीजन के लिए एक बार पानी से बाहर आना पड़ता है।