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Tag: Submarine Sindhurakshak

Government issued List of trapped Duty Personnel Inside Submarine INS Sindhurakshak

Government Of India has issued the List of Duty Personnel ,trapped, Inside the unfortunate Submarine I N S Sindhurakshak at the time of Incident
S No. Name of Officers Rank
[1] NIKHILESH PAL LTCDR
[2] ALOK KUMAR LTCDR
[3]. R VENKITARAJ LTCDR
S No. Name of Sailors Rank
[4]SANJEEV KUMAR PO UW I
[5]. KC UPADHYAY PO UW I
[6]. TIMOTHY SINHA PO UW I
[7]. KEWAL SINGH LS UC I
[8]. SUNIL KUMAR SEA I UW III
[9]. DASARI PRASAD MECH(R) 2
[10]. LIJU LAWRENCE LEMP
[11]. RAJESH TOOTIKA LME
[12]. AMIT K SINGH STD I
[13]. ATUL SHARMA SEA I
[14]. VIKAS E SEA I
[15]. NARUTTAM DEURI ME I
[16]. MALAY HALDAR EMR II
[17]. VISHNU V RO II
[18]. SEETARAM BADAPALLI LS RP I
It has been stated that Diving and salvage operations are continuing round the clock. but trapped personnel have not yet been sighted or recovered.
The diving efforts are hampered by poor visibility inside submarine (which is filled with water), extremely restricted spaces and displacement of most equipment from their original location.
The heat of the explosion has melted parts of the internal hull deforming the submarine hatches and preventing access to compartments.
3. Heavy duty pumps are being used to pump out the water from the submarine. There has been large scale ingress of sea water into the submarine due to the explosion.
4. Diving and salvage operations are continuing round the clock.

जलमग्न हुई पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक पर फंसे १८ कार्मिकों की तलाश अभी जारी है

जलमग्न हुई पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक पर फंसे १८ कार्मिकों की तलाश में अभी प्रयास जारी हैनौसेना की हथियारलैस पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक पर गोताखोरी अभियान जारी है|१४ अगस्त की शाम तक चलाये गए अभियान की जानकारी देते हुए बताया गया है कि १८ कार्मिक दुर्घटना के समय पनडुब्‍बी के भीतर थेइनकी तलाश के लिए प्रयास जारी है लेकिन इन्हें अभी तक ढूंढा या निकाला नहीं जा सका है| इसके लिए अब हैवी ड्यूटी पम्‍पों का इस्‍तेमाल किया जा रहा है|
[1]. नौसेना के गोताखोरों ने कल शाम 14 अगस्‍त को आईएनएस सिंधुरक्षक में प्रवेश किया और उसमें फंसे हुए 18 कार्मिकों की स्थिति का पता लगाने के लिए दिन-रात अपने प्रयास जारी रखे। ये कार्मिक दुर्घटना के समय पनडुब्‍बी के भीतर थे।
[2]. फंसे हुए कार्मिकों को अभी तक ढूंढा या निकाला नहीं जा सका है। पनडुब्‍बी (जिसमें पानी भर गया है) के भीतर रोशनी कम होने, अत्‍यंत सीमित स्‍थान रहने और उसके ज्‍यादातर उपकरणों के अपने स्‍थान से अस्‍त व्‍यस्‍त होने के कारण गोताखोरों के प्रयासों में रुकावट आ रही है। विस्‍फोट की अग्नि से पनडुब्‍बी का भीतरी हिस्‍सा पिघल गया है, जिससे पनडुब्‍बी के झोल विकृत हो गए हैं और उसके हिस्‍सों में पहुंचने में रुकावट आ रही है।
[3]. पनडुब्‍बी से पानी बाहर निकालने के लिए हैवी ड्यूटी पम्‍पों का इस्‍तेमाल किया जा रहा है। विस्‍फोट के कारण भारी मात्रा में समुद्र का जल पनडुब्‍बी में प्रवेश कर गया है।
[4]. गोताखोरी और बचाव अभियान दिन-रात जारी है।
गौरतलब है कि मुम्बई के कोलाबा डॉक यार्ड में नौसेना की एक हथियारलैस पनडुब्बी में विस्फोट के बाद आग लगी और वह डूब गई। इस हादसे में तीन अधिकारियों समेत 18 नौसैनिकों के फंसे होने की आशंका जताई गई है|।
दुर्घटना के कारणों की छानबीन के लिए नोसेना ने एक बोर्ड ऑफ इंक्‍वायरी का गठन कर दिया है जिसकी रिपोर्ट एक माह में आने की उम्मीद है|.
आईएनएस सिंधुरक्षक में लगी आग को नौसेना के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इस पनडुब्बी की खास बात यह है कि हाल ही में पनडुब्बी सिंधुरक्षक का रूस में आधुनिकीकरण हुआ था। इसमें करीब 480 करोड़ रुपये खर्च हुए। सिंधुरक्षक में रूसी मिसाइल सिस्टम भी लगाया गया है। भारतीय नौसेना के लिए यह काफी अहम है।
photo caption
The Chief of Naval Staff Admiral DK Joshi briefing the Defence Minister, Shri A. K. Antony about the sinking of INS Sindhurakshak submarine following an explosion, in Mumbai on August 14, 2013.
The Chief Minister, Maharashtra, Shri Prithviraj Chauhan is also seen.

विस्फोट के बाद लगी आग से भारतीय पनडुब्‍बी सिंधुरक्षक जलमग्न हुई

मुम्बई के कोलाबा डॉक यार्ड में नौसेना की एक हथियारलैस पनडुब्बी में विस्फोट के बाद आग लग गई और वह डूब गई। इस हादसे में तीन अधिकारियों समेत 18 नौसैनिकों के मरने की आशंका है।पडुबियों के लिए वैसे ही विशेषग्य सैनिक कम है ऐसे में एक झटके में १८ सैनिको की हानि एक बड़ा झटका है|
भारतीय नौसेना की पनडुब्‍बी आईएनएस सिंधुरक्षक में [14 अगस्‍त,2013 ]एक भयानक विस्‍फोट हुआ जिसके तुरंत बाद उसमें भयानक आग लग गई। नौसैनिक डाकयार्ड और मुम्‍बई फायरब्रिगेड की दमकल गाडि़यां काम पर लगा दी गईं। लेकिन विस्‍फोट के कारण नुकसान हुआ,जिसका अ‍भी तक पता नहीं चला है। यह पनडुब्‍बी जलमग्‍न हो गई है| दुर्घटना के समय इस पर लगभग 18 लोग मौजूद थे। दुर्घटना के कारणों की छानबीन के लिए एक बोर्ड ऑफ इंक्‍वायरी गठित कर दिया गया हैजिसकी रिपोर्ट एक माह में आने की उम्मीद है|.
बताया जा रहा है कि इस आग से दूसरी पनडुब्बी सिंधुरत्न पूरी तरह सुरक्षित है। इसे वक्त रहते वहां से बाहर निकाल लिया गया।
इन सब के बीच नौसेना ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं हालांकि अभी तक नुकसान की अंदाजा नहीं लगाया जा सका है। आग लगने के बाद से कोस्ट गार्ड को भी अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही साथ पूरे इलाके को भी बंद कर दिया गया है।
आईएनएस सिंधुरक्षक में लगी आग को नौसेना के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इस पनडुब्बी की खास बात यह है कि हाल ही में पनडुब्बी सिंधुरक्षक का रूस में आधुनिकीकरण हुआ था। इसमें करीब 480 करोड़ रुपये खर्च हुए। सिंधुरक्षक में रूसी मिसाइल सिस्टम भी लगाया गया है। भारतीय नौसेना के लिए यह काफी अहम है। इसमें एक समय में 60 से 70 नौ−सौनिक मौजूद रहते हैं। इसे 24 से 48 घंटे में आक्सीजन के लिए एक बार पानी से बाहर आना पड़ता है।