[मुंबई] कांग्रेस चिल्लाई ,महाराष्ट्र के किसान पागल नहीं है
महाराष्ट्र कांग्रेस ने प्रदेश की फडणवीस सरकार पर किसानों को ‘पागल’ घोषित करने का आरोप लगाते हुए मनोचिकित्सकीय परामर्श व्यवस्था का विरोध किया
कांग्रेस ने कहा है कि यदि सरकार किसानों को मनोचिकित्सकीय परामर्श मुहैया कराने के अपने निर्णय को वापस नहीं लेती है तो वह राज्यभर में विरोध प्रदर्शन करेगी।
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति [एमपीसीसी] प्रमुख अशोक चव्हाण ने कहा, ‘‘ कांग्रेस मनमाने ढंग से किसानों को ‘पागल’ घोषित करने और उन्हें मनोचिकित्सकीय उपचार मुहैया कराने के सरकार के फैसले की आलोचना करती है।’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार किसानों को पर्याप्त मुआवजा राशि मुहैया कराने में असमर्थ रही और इसके परिणामस्वरूप किसान वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं और आत्महत्याओं की घटनाएं हो रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ सरकार ने इस तथ्य : वित्तीय संकट: को नजरअंदाज कर दिया है और इसके बजाए किसानों को मनोचिकित्सीय उपचार मुहैया कराने के लिए सरकारी प्रस्ताव जारी किया है जो उन्हें पागल घोषित करने से कम नहीं है। ’’ राज्य सरकार ने 24 सितंबर को एक जीआर जारी किया था कि वह 14 जिलों में परामर्श कक्ष खोलेगी और संविदात्मक कर्मियों के साथ तालुका स्तर पर उनका विस्तार करेगी।