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पड़ौसी मुल्कों से सीमाओं पर चुनौतियों का सामना करने वाली भारतीय सेना में 10 हजार अधिकारी कम

[नयी दिल्ली]चीन और पाकिस्तान से जल +थल में चुनौतियों का सामना करने वाली भारतीय सेना में 10 हजार अधिकारियों की कमी है| इसके अलावा तीन वर्षों में ३८६ करोड़ रुपयों के २० फाइटर प्लेन दुर्घटनग्रस्त हुए हैं |
सेना को करीब 10 हजार अधिकारियों की कमी का सामना करना पड़ रहा है जबकि नौसेना को 1800 कर्मियों की कमी का।
लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि 2012 के बाद से सेना में 644 अधिकारियों ने समय से पूर्व सेवानिवृति ले ली। नौसेना में यह संख्या 343 है जबकि वायु सेना में यह संख्या 441 है।
रक्षा मंत्री ने इसके कारणों का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें अधिकृत क्षमता में वृद्धि किया जाना, बेहतर कैरियर विकल्प आदि शामिल है। इसमें चयन के सख्त मापदंड और सेवा की कठिन परिस्थितियां शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि मेडिकल और डेंटल शाखा को छोड़कर सेना में अधिकारियों के 9642 पद रिक्त हैं जबकि नौसेना में यह संख्या 1779 है।
एक अन्य सवाल के जवाब में पर्रिकर ने कहा कि सेना में 45 हजार जवान प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं जबकि नौसेना के 10,523 और वायु सेना के 11,979 कर्मी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।